भारत के लिए दो आईसीसी वर्ल्ड कप खिताब जीत चुके महेंद्र सिंह धोनी ने आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग पर अपनी चुप्पी तोड़ी है।
चाहे वह मैदान के अंदर हो या फिर मैदान के बाहर, धोनी हमेशा संयम से पेश आते रहे हैं। आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग में नाम घसीटे जाने के बाद भी धोनी ने कुछ ऐसा ही किया।
जस्टिस मुकुल मुद्गल की जांच रिपोर्ट में एमएस धोनी का नाम होने के कयास लगाए जा रहे थे। ऐसे में टीम इंडिया के कप्तान से कई बार स्पॉट फिक्सिंग पर सवाल पूछे गए, लेकिन उन्होंने अधिकतर मौकों पर चुप रहना ही बेहतर समझा।
स्पॉट फिक्सिंग पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद माही ने अपना पक्ष रखा है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण मुकाबले से पहले धोनी ने कहा कि जब भी भारतीय क्रिकेट में कुछ होता है, तो उनका नाम घसीटा जाता रहा है। कप्तान ने यह भी कहा कि अब सारी बातें खत्म हो चुकी हैं, लेकिन फिर कहीं न कहीं से उनका नाम किसी मामले में घसीटा जाएगा, जिसकी उन्हें आदत हो चुकी है।
टीम इंडिया का कप्तान होना कितना मुश्किल है, यह धोनी के बयान से साफ हो जाता है। धोनी ने कहा कि अगर कुछ नहीं हो, तो कोई अपने मन से कहानी बनाकर उसमें उनका नाम शामिल कर देता है और उन्हें ऐसी बातों के साथ जीने की आदत हो गई है। धोनी को भारत के लिए क्रिकेट खेलते हुए करीब एक दशक हो चुका है। ऐसे में उनका दामन भले ही पाक रहा हो, लेकिन आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामला उनके लिए एक कड़वी याद बना रहेगा।
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