नई दिल्ली:
34-वर्षीय 'टर्बनेटर' हरभजन सिंह ने करीब दो साल बाद टेस्ट टीम में वापसी की है। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हैदराबाद में मार्च, 2013 में खेला था, जिसमें भारत ने जीत हासिल की थी और भज्जी को पहली पारी में विकेटकीपर मैथ्यू वेड और गेंदबाज़ पीटर सिडल के विकेट हासिल हुए थे। इसके बाद भज्जी के टेस्ट करियर को एक तरह से ग्रहण ही लग गया था, और उसके बाद अब जाकर चयनकर्ताओं ने उन पर भरोसा जताया है।
वैसे, पिछले सीज़न में हरभजन सिंह ने सिर्फ तीन रणजी मैच खेले, जिनमें उन्होंने छह विकेट चटकाए। इस दौरान 51 रन देकर तीन विकेट लेना उनका बेहतरीन प्रदर्शन रहा। इसके अलावा आईपीएल-8 के 14 मैचों में भी उनके नाम 16 विकेट दर्ज हुए हैं, लेकिन उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ इकलौते टेस्ट मैच के लिए चुना गया है। इस चयन पर मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल ने कहा कि टीम चुनते वक्त पिच और विपक्षी टीम का खास ख्याल रखा जाता है, सो, लगता है, भज्जी को चुनते वक्त चयनकर्ताओं के दिमाग में हालात का वज़न ही बड़ा साबित हुआ।
101 टेस्ट मैचों में 413 और वन-डे करियर में 259 विकेट ले चुके हरभजन सिंह के चयन के बाद पूर्व मुख्य चयनकर्ता कृष्णमाचारी श्रीकांत ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी, और हरभजन सिंह ने भी श्रीकांत के बयान को री-ट्वीट किया। यह भज्जी की पहली प्रतिक्रिया है, जिससे साफ ज़ाहिर है, वह बेहद खुश हैं।
इस चयन के बारे में एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि बांग्लादेश दौरे के लिए सबसे ताकतवर मानी जाने वाली भारतीय टीम का चयन किया गया है, जिसके दो अर्थ हैं। एक, किसी भी खिलाड़ी ने शायद आराम की बात नहीं की, या आराम दिया नहीं गया... और दूसरी, बांग्लादेश की टीम अब पहले जैसी कमज़ोर नहीं रही है... सो, तय है कि इस बार विपक्षी टीम से पहले से कहीं बेहतर चुनौती की उम्मीद ज़रूर की जा रही है।
इस चयन के बारे में हैरानी की एक बात यह भी रही कि मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल ने खुलकर कहा कि युवराज सिंह के नाम पर चर्चा भी नहीं की गई। यानी युवराज सिंह को शायद वर्ष 2016 में होने वाले टी-20 वर्ल्डकप के लिए खुद को तैयार करने की ज़रूरत है, या उन्हें इंतज़ार करना होगा भारतीय टीम की दूसरी क्रिकेट सीरीज़ का, जहां घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन के सहारे वह वन-डे क्रिकेट में वापसी की उम्मीद कर सकते हैं।
वैसे, पिछले सीज़न में हरभजन सिंह ने सिर्फ तीन रणजी मैच खेले, जिनमें उन्होंने छह विकेट चटकाए। इस दौरान 51 रन देकर तीन विकेट लेना उनका बेहतरीन प्रदर्शन रहा। इसके अलावा आईपीएल-8 के 14 मैचों में भी उनके नाम 16 विकेट दर्ज हुए हैं, लेकिन उन्हें बांग्लादेश के खिलाफ इकलौते टेस्ट मैच के लिए चुना गया है। इस चयन पर मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल ने कहा कि टीम चुनते वक्त पिच और विपक्षी टीम का खास ख्याल रखा जाता है, सो, लगता है, भज्जी को चुनते वक्त चयनकर्ताओं के दिमाग में हालात का वज़न ही बड़ा साबित हुआ।
101 टेस्ट मैचों में 413 और वन-डे करियर में 259 विकेट ले चुके हरभजन सिंह के चयन के बाद पूर्व मुख्य चयनकर्ता कृष्णमाचारी श्रीकांत ने ट्वीट कर उन्हें बधाई दी, और हरभजन सिंह ने भी श्रीकांत के बयान को री-ट्वीट किया। यह भज्जी की पहली प्रतिक्रिया है, जिससे साफ ज़ाहिर है, वह बेहद खुश हैं।
इस चयन के बारे में एक और महत्वपूर्ण तथ्य यह है कि बांग्लादेश दौरे के लिए सबसे ताकतवर मानी जाने वाली भारतीय टीम का चयन किया गया है, जिसके दो अर्थ हैं। एक, किसी भी खिलाड़ी ने शायद आराम की बात नहीं की, या आराम दिया नहीं गया... और दूसरी, बांग्लादेश की टीम अब पहले जैसी कमज़ोर नहीं रही है... सो, तय है कि इस बार विपक्षी टीम से पहले से कहीं बेहतर चुनौती की उम्मीद ज़रूर की जा रही है।
इस चयन के बारे में हैरानी की एक बात यह भी रही कि मुख्य चयनकर्ता संदीप पाटिल ने खुलकर कहा कि युवराज सिंह के नाम पर चर्चा भी नहीं की गई। यानी युवराज सिंह को शायद वर्ष 2016 में होने वाले टी-20 वर्ल्डकप के लिए खुद को तैयार करने की ज़रूरत है, या उन्हें इंतज़ार करना होगा भारतीय टीम की दूसरी क्रिकेट सीरीज़ का, जहां घरेलू क्रिकेट में प्रदर्शन के सहारे वह वन-डे क्रिकेट में वापसी की उम्मीद कर सकते हैं।
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