भारत के सफलतम कप्तानों में से एक महेंद्र सिंह धोनी ने मंगलवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा कर दी। ऐसे में विराट कोहली को सिडनी में 6 जनवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू होने वाले चौथे टेस्ट के लिए भारतीय टीम की कमान सौंपी गई है।
धोनी अब टी-20 और एकदिवसीय प्रारूप पर ध्यान देंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उनके इस फैसले का स्वागत करते हुए उनको भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
भारतीय टीम अभी चार टेस्ट मैचों की शृंखला के लिए ऑस्ट्रेलिया में है। मेलबर्न क्रिकेट मैदान (एमसीजी) पर खेला गया तीसरा टेस्ट मंगलवार को ड्रॉ पर समाप्त हुआ।
दिसंबर, 2006 में चेन्नई में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने अपने करियर में 90 टेस्ट मैच खेले, और उनकी 144 पारियों में 16 बार नाबाद रहते हुए 38.09 की औसत से 4,876 रन बनाए, जिनमें छह शतक और 33 अर्द्धशतक शामिल हैं। उनका उच्चतम स्कोर 224 रन है, और उनका स्ट्राइक रेट 59.11 रहा है। टेस्ट करियर के दौरान बल्लेबाज के रूप में 544 चौके और 78 छक्के ठोकने वाले धोनी ने विकेटकीपर के रूप में भी टेस्ट मैचों में कुल 38 खिलाड़ियों को स्टम्प किया है, जबकि 256 कैच लपके हैं। वैसे, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सर्वाधिक स्टम्पिंग करने का विश्वरिकॉर्ड भी धोनी के ही नाम है।
धोनी सर्वाधिक टेस्ट मैचों में भारतीय टीम का नेतृत्व करने वाले कप्तान के रूप में दर्ज हैं। उन्होंने कुल 60 मैचों में कप्तानी की, जिनमें से 27 में टीम को विजयश्री हासिल हुई, और 18 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा, जबकि 15 मैच ड्रॉ रहे।
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