महेंद्र सिंह धोनी की जीरो से हुई शुरुआत...
नई दिल्ली:
महेंद्र सिंह धोनी ने जब 4 दिसंबर को टीम इंडिया की कप्तानी छोड़ी तब उनके इस निर्णय का स्वागत किया गया. महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय क्रिकेट को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया. धोनी की कप्तानी में भारत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए वर्ल्ड कप में कई बड़े टूर्नामेंट जीते. एक खिलाड़ी के रूप में भी धोनी ने शानदार प्रदर्शन किया.
एक हीरो की शुरुआत जीरो से हुई
एकदिवसीय मैचों में धोनी का औसत 50 से भी ज्यादा रहा. एक कप्तान के रूप में उनका बल्ला खूब बोला. कप्तान के रूप में धोनी ने करीब 54 की औसत से रन बनाए. विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में एकदिवसीय मैच में सबसे ज्यादा 183 व्यक्तिगत स्कोर बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया, लेकिन यह जानकर आप हैरान हो जाएंगे इस महेंद्र सिंह धोनी जैसे हीरो का करियर जीरो से शुरू हुआ. सिर्फ एकदिवसीय नहीं बल्कि टी-20, वर्ल्ड कप जैसे मैचों में धोनी अपने पहले मैच में जीरो पर आउट हुए थे और कप्तान के रूप में भी अपने पहले वर्ल्ड कप मैच में धोनी को बल्लेबाजी करने का मौक़ा नहीं मिला था.
एकदिवसीय करियर के पहले मैच में भी जीरो पर आउट
23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी ने अपना एकदिवसीय करियर शुरू किया. सौरभ गांगुली की कप्तानी में भारत ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था. इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी सातवें स्थान पर बल्लेबाजी करने आए थे. धोनी सिर्फ एक मिनट के लिए मैदान पर रुके थे और किसी भी गेंद का सामना करने से पहले ही रन आउट हो गए थे. धोनी इस मैच में शून्य पर आउट हुए थे.
टी-20 करियर के पहले मैच में भी जीरो पर आउट
सिर्फ एकदिवसीय मैच ही नहीं अपने टी-20 करियर के पहले मैच में भी महेंद्र सिंह धोनी जीरो पर आउट हुए थे.1 दिसंबर 2006 को महेंद्र सिंह धोनी ने अपने टी-20 करियर का पहला मैच वीरेंद्र सहवाग की कप्तानी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. इस मैच में धोनी दो गेंद का सामना करते हुए बिना कोई रन बनाए पैवेलियन लौटे थे. इस मैच को भारत ने छह विकेट से जीत लिया था.
खिलाड़ी के रूप में अपने करियर के पहले वर्ल्ड कप मैच में जीरो पर आउट
महेंद्र सिंह धोनी का 2007 क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए चयन हुआ था. राहुल द्रविड़ की कप्तानी में धोनी ने अपने करियर का पहला वर्ल्ड कप मैच 17 मार्च 2007 को बांग्लादेश के खिलाफ खेला. धोनी इस मैच में खाता खोलने से पहले आउट हो गए. धोनी कुल मिलाकर पांच मिनट तक मैदान पर रहे तीन गेंदों का सामना किया, लेकिन कोई रन नहीं बना पाए. भारत इस मैच को पांच विकेट से हार गया था.
कप्तान के रूप में वन-डे और वर्ल्ड कप में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला
महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान के रूप में अपने पहले एकदिवसीय मैच और कप्तान के रूप में पहले वर्ल्ड कप मैच में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था. कप्तान के रूप में धोनी ने अपना पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 29 सिंतबर 2007 को खेला था. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 307 रन बनाए थे और जब टीम इंडिया बल्लेबाजी कर रही था तब तेज बारिश शुरू हो गई और मैच रद्द करना पड़ा. धोनी को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था.
19 फरवरी 2011 को कप्तान के रूप में धोनी ने अपना पहला वर्ल्ड कप मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला. इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 370 रन बनाए थे.वीरेंद्र सहवाग ने शानदार 170 रन बनाए थे, लेकिन धोनी को बल्लेबाजी करने का मौक़ा नहीं मिला था. भारत ने इस मैच को 87 रन से जीता था. कप्तान के रूप में धोनी के पहला टी 20 मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था.
एक हीरो की शुरुआत जीरो से हुई
एकदिवसीय मैचों में धोनी का औसत 50 से भी ज्यादा रहा. एक कप्तान के रूप में उनका बल्ला खूब बोला. कप्तान के रूप में धोनी ने करीब 54 की औसत से रन बनाए. विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में एकदिवसीय मैच में सबसे ज्यादा 183 व्यक्तिगत स्कोर बनाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया, लेकिन यह जानकर आप हैरान हो जाएंगे इस महेंद्र सिंह धोनी जैसे हीरो का करियर जीरो से शुरू हुआ. सिर्फ एकदिवसीय नहीं बल्कि टी-20, वर्ल्ड कप जैसे मैचों में धोनी अपने पहले मैच में जीरो पर आउट हुए थे और कप्तान के रूप में भी अपने पहले वर्ल्ड कप मैच में धोनी को बल्लेबाजी करने का मौक़ा नहीं मिला था.
एकदिवसीय करियर के पहले मैच में भी जीरो पर आउट
23 दिसंबर 2004 को बांग्लादेश के खिलाफ महेंद्र सिंह धोनी ने अपना एकदिवसीय करियर शुरू किया. सौरभ गांगुली की कप्तानी में भारत ने पहले टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था. इस मैच में महेंद्र सिंह धोनी सातवें स्थान पर बल्लेबाजी करने आए थे. धोनी सिर्फ एक मिनट के लिए मैदान पर रुके थे और किसी भी गेंद का सामना करने से पहले ही रन आउट हो गए थे. धोनी इस मैच में शून्य पर आउट हुए थे.
टी-20 करियर के पहले मैच में भी जीरो पर आउट
सिर्फ एकदिवसीय मैच ही नहीं अपने टी-20 करियर के पहले मैच में भी महेंद्र सिंह धोनी जीरो पर आउट हुए थे.1 दिसंबर 2006 को महेंद्र सिंह धोनी ने अपने टी-20 करियर का पहला मैच वीरेंद्र सहवाग की कप्तानी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. इस मैच में धोनी दो गेंद का सामना करते हुए बिना कोई रन बनाए पैवेलियन लौटे थे. इस मैच को भारत ने छह विकेट से जीत लिया था.
खिलाड़ी के रूप में अपने करियर के पहले वर्ल्ड कप मैच में जीरो पर आउट
महेंद्र सिंह धोनी का 2007 क्रिकेट वर्ल्ड कप के लिए चयन हुआ था. राहुल द्रविड़ की कप्तानी में धोनी ने अपने करियर का पहला वर्ल्ड कप मैच 17 मार्च 2007 को बांग्लादेश के खिलाफ खेला. धोनी इस मैच में खाता खोलने से पहले आउट हो गए. धोनी कुल मिलाकर पांच मिनट तक मैदान पर रहे तीन गेंदों का सामना किया, लेकिन कोई रन नहीं बना पाए. भारत इस मैच को पांच विकेट से हार गया था.
कप्तान के रूप में वन-डे और वर्ल्ड कप में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला
महेंद्र सिंह धोनी को कप्तान के रूप में अपने पहले एकदिवसीय मैच और कप्तान के रूप में पहले वर्ल्ड कप मैच में बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था. कप्तान के रूप में धोनी ने अपना पहला मैच ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 29 सिंतबर 2007 को खेला था. ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 307 रन बनाए थे और जब टीम इंडिया बल्लेबाजी कर रही था तब तेज बारिश शुरू हो गई और मैच रद्द करना पड़ा. धोनी को बल्लेबाजी करने का मौका नहीं मिला था.
19 फरवरी 2011 को कप्तान के रूप में धोनी ने अपना पहला वर्ल्ड कप मैच बांग्लादेश के खिलाफ खेला. इस मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 370 रन बनाए थे.वीरेंद्र सहवाग ने शानदार 170 रन बनाए थे, लेकिन धोनी को बल्लेबाजी करने का मौक़ा नहीं मिला था. भारत ने इस मैच को 87 रन से जीता था. कप्तान के रूप में धोनी के पहला टी 20 मैच बारिश की वजह से रद्द हो गया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं