अगर पत्ते सही तरीके से दुरुस्त किए जाएं, तो हालात पूरी तरह बदल सकते हैं. और कुछ ऐसा ही किंग खान की कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने इस साल आईपीएल का खिताब जीत कर दिखाया. साल 2022 और 2023 दोनों ही संस्करणों में केकेआर की टीम सातवें नंबर पर रही थी, लेकिन प्रबंधन ने कुछ बड़े फैसले लिए, तो मैदान के बाहर से लेकर भीतर तक तमाम चीजें दुरुस्त हो गईं. साल 2008 में टूर्नामेंट के शुरू होने से अभी तक केकेआर का यह तीसरा आईपीएल खिताब रहा. पिछले दो साल में सातवें नंबर से खिताब जीतने के पीछे यूं तो कई कारण रहे, चलिए आपका केकेआर की खिताबी जीत के सबसे बड़े 5 बड़े कारणों से परिचय करा देते हैं
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1. पंडित-गंभीर आए, किस्मत साथ लाए!
टीम ऑनर शाहरुख खान ने खुद पहल करते हुए टीम के मुख्य स्टॉफ में बदलाव किया. पिछले साल तक टीम के हेड कोच न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान और बैजबॉल के जनक ब्रैंडेन मैकलम थे, लेकिन शाहरुख ने नया सीजन शुरू होने से पहले घरेलू क्रिकेट में कोचिंग में अलग ही छाप छोड़ने वाले पूर्व क्रिकेटर चंद्रकांत पंडित को हेड कोच की जिम्मेदारी दी, तो पूर्व कप्तान गंभीर को टीम का मेन्टॉर नियुक्त किया. और इस बड़े बदलाव के बाद टीम का चरित्र पूरी तरह से बदल गया
2. सुनील नरेन के बदले रोल ने किया कमाल
साल 2023 में सुनील नरेन ने 14 मैचों की 10 पारियों में 21 रन बनाए थे. वह मुख्य रूप से बतौर बॉलर खेले थे और उनके खातें में 11 ही विकेट थे, लेकिन इस साल प्रबंधन ने उन्हें ओपनर की भूमिका दी, तो सुनील टीम के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर बन गए. नरेन ने 15 मैचों में 38.33 के औसत से अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा 488 रन बनाए, तो 17 विकेट भी लिए.
3. रसेल का दमदार प्रदर्शन
पिछले साल आंद्रे रसेल भी फीके रहे थे, लेकिन इस साल उन्होंने टीम की सफलता में बल्ले और गेंद दोनों से ही अहम योगदान दिया. रसेल ने 15 मैचों में 31.71 के औसत से 222 रन बनाए, तो गेंद से भी दमदार प्रदर्शन करते हुए टीम के लिए सबसे ज्यादा 19 विकेट लिए. वह आईपीएल में कुल मिलाकर चौथे सबसे सफल गेंदबाज रहे.
4. वरुण चक्रवर्ती का साइलेंट प्रदर्शन
पिछले दिनों टी20 विश्व कप के लिए चुनी गई टीम में मिस्ट्री स्पिनर वरुण चक्रवर्ती भले ही जगह नहीं बना सके, लेकिन समय आगे बढ़ा, तो इस लेग स्पिनर ने मैच दर मैच गजब की छाप छोड़ी. देखते ही देखते वरुण इस आीपीएल में दूसरे सबसे सफल गेंदबाज बन गए. चक्रवर्ती ने 15 मैचों में 21 विकेट चटकाए. और उनका प्रदर्शन खिताबी जीत में एक बड़ी वजह रहा.
5. स्टॉर्क-राणा की बेहतरीन जुगलबंदी
वहीं, केकेआर की खिताबी जीत में एक और बड़ा कारण पेसरों मिचेल स्टॉर्क और भारत के अनकैप्ड प्लेयर हर्षित राणा की शानदार जुगलबंदी रही. राणा ने जहां 13 मैचों में 19 विकेट चटका कर इस आईपीएल के पांचवें सबसे सफल गेंदबाज रहे, तो समय गुजरने के साथ ही कंगारू लेफ्टी पेसर मिचेल स्टॉर्क ने टूर्नामेंट खत्म होते-होते अपने विकेटों की संख्या 17 करते हुए कीमत को सही साबित किया. इन दोनों पेसरों की जुगलंबदी एक और बड़ी वजह रही, जो केकेआर की खिताबी जीत की वजह बनी
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