अरुण लाल और कपिल देव (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
जैसे सवाल, वैसे जवाब। ख़बरों और सुर्ख़ियों के लिए अगर पत्रकार मसालेदार सवाल पूछने से बाज नहीं आते तो जवाब कपिल देव जैसे बेबाक क्रिकेटर ही दे सकते हैं। पत्रकारों ने जयपुर में विराट कोहली और एमएस धोनी की कप्तानी की तुलना के लिए पूछा तो कपिल ने बड़े बेबाकी से जवाब दिया, 'बाप को बाप रहने दो, बेटे को बेटा। यकीनन एक दिन बेटा बाप बन जाएगा लेकिन अभी जो बाप है उसको बाप ही रहने दो। बेटे के साथ बाप की तुलना नहीं करनी चाहिए।'
यकीनन कपिल देव के बयान में टेस्ट कप्तान विराट कोहली के लिए एक संदेश भी है। श्रीलंका में दो दशकों के बाद मिली जीत से उनके और उनकी टीम के हौसले बुलंद होंगे। लेकिन उनके सामने एक ऐसी टीम के ख़िलाफ़ चुनौती है, जिसे पिछले 7-8 साल में विदेशी पिच पर शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा है।
आईसीसी रैंकिंग में टीम इंडिया 100 अंकों के साथ पांचवें नंबर पर है, जबकि दक्षिण अफ़्रीका 125 अंकों के साथ पहले नंबर पर। लेकिन अगर टीम इंडिया सीरीज़ में जीत हासिल करती है तो वो ऑस्ट्रेलिया (106 अंक) से ऊपर दूसरे नंबर पर भी पहुंच सकती है। आईसीसी के बताए समीकरणों के मुताबिक भारत, दक्षिण अफ़्रीका से 2-1 या 1-0 से भी जीत जाता है तो उसके 107 अंक हो जाएंगे और वो दूसरे नंबर पर पहुंच सकता है।
वैसे उसी दौरान ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान-इंग्लैंड सीरीज़ भी खेली जा रही होगी और ऐसे में समीकरण उन मैचों के हिसाब से भी बदलते रहेंगे। लेकिन भारत अगर दक्षिण अफ़्रीका को 4-0 से हरा देता है तो यकीनन टीम इंडिया नंबर 2 का ख़िताब हासिल कर लेगी।
कपिल देव कहते हैं कि अगर पिच भारत के मुताबिक मिली तो टीम इंडिया सीरीज़ में जीत हासिल कर सकती है। टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री कहते हैं कि उनकी टीम को होम अडवांटेज यानी घरेलू पिच का फ़ायदा मिलना चाहिए। वो कहते हैं, 'दक्षिण अफ़्रीका या ऑस्ट्रेलिया में आप पहले दिन से टर्निंग ट्रैक की उम्मीद नहीं करते....' वो पूछते हैं कि भारत को घरेलू टीम होने का फ़ायदा क्यों नहीं मिलना चाहिए?
पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री का मानना है कि अगर टीम इंडिया को जीत हासिल होती है तो इससे टीम इंडिया और विराट कोहली को भी बड़ा फ़ायदा होगा। वो मानते हैं कि क़रीब 25 साल की युवा भारतीय टीम लगातार सीख कर ऊंचाई छूने की कोशिश कर रही है। शास्त्री, कोहली को उनकी साल भर की कप्तानी के लिए पूरे नंबर देते हैं। शास्त्री तुलना करने से ज़रूर बच रहे हैं'
यकीनन कपिल देव के बयान में टेस्ट कप्तान विराट कोहली के लिए एक संदेश भी है। श्रीलंका में दो दशकों के बाद मिली जीत से उनके और उनकी टीम के हौसले बुलंद होंगे। लेकिन उनके सामने एक ऐसी टीम के ख़िलाफ़ चुनौती है, जिसे पिछले 7-8 साल में विदेशी पिच पर शिकस्त का सामना नहीं करना पड़ा है।
आईसीसी रैंकिंग में टीम इंडिया 100 अंकों के साथ पांचवें नंबर पर है, जबकि दक्षिण अफ़्रीका 125 अंकों के साथ पहले नंबर पर। लेकिन अगर टीम इंडिया सीरीज़ में जीत हासिल करती है तो वो ऑस्ट्रेलिया (106 अंक) से ऊपर दूसरे नंबर पर भी पहुंच सकती है। आईसीसी के बताए समीकरणों के मुताबिक भारत, दक्षिण अफ़्रीका से 2-1 या 1-0 से भी जीत जाता है तो उसके 107 अंक हो जाएंगे और वो दूसरे नंबर पर पहुंच सकता है।
वैसे उसी दौरान ऑस्ट्रेलिया-न्यूज़ीलैंड और पाकिस्तान-इंग्लैंड सीरीज़ भी खेली जा रही होगी और ऐसे में समीकरण उन मैचों के हिसाब से भी बदलते रहेंगे। लेकिन भारत अगर दक्षिण अफ़्रीका को 4-0 से हरा देता है तो यकीनन टीम इंडिया नंबर 2 का ख़िताब हासिल कर लेगी।
कपिल देव कहते हैं कि अगर पिच भारत के मुताबिक मिली तो टीम इंडिया सीरीज़ में जीत हासिल कर सकती है। टीम इंडिया के डायरेक्टर रवि शास्त्री कहते हैं कि उनकी टीम को होम अडवांटेज यानी घरेलू पिच का फ़ायदा मिलना चाहिए। वो कहते हैं, 'दक्षिण अफ़्रीका या ऑस्ट्रेलिया में आप पहले दिन से टर्निंग ट्रैक की उम्मीद नहीं करते....' वो पूछते हैं कि भारत को घरेलू टीम होने का फ़ायदा क्यों नहीं मिलना चाहिए?
पूर्व भारतीय कप्तान रवि शास्त्री का मानना है कि अगर टीम इंडिया को जीत हासिल होती है तो इससे टीम इंडिया और विराट कोहली को भी बड़ा फ़ायदा होगा। वो मानते हैं कि क़रीब 25 साल की युवा भारतीय टीम लगातार सीख कर ऊंचाई छूने की कोशिश कर रही है। शास्त्री, कोहली को उनकी साल भर की कप्तानी के लिए पूरे नंबर देते हैं। शास्त्री तुलना करने से ज़रूर बच रहे हैं'