Irfan Pathan Big Statement: भारतीय आलराउंडर हार्दिक पंड्या एक बार फिर आलोचनाओं के घेरे में आ गए हैं. जून 2024 में होने वाले टी-20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में हार्दिक पांड्या को जगह मिलनी चाहिए या नहीं, इसके लेकर पहले से ही बहस हो रही थी. हालांकि, आईपीएल 2024 में उनके ख़राब प्रदर्शन के बावज़ूद बीसीसीआई ने मुंबई इंडियंस के कप्तान को टी20 विश्व कप के लिए चुनी टीम में जगह दी है. इतना ही नहीं उनको मेगा टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम का उप कप्तान भी बनाया गया है. लेकिन, यह बात पूर्व भारतीय खिलाडी इरफ़ान पठान को रास नहीं आई है और उन्होंने इसको लेकर सवाल उठाए हैं. इरफ़ान ने बीसीसीआई पर सवाल उठाते हुए कहा कि सेलेक्टर्स ने मुंबई इंडियंस के कप्तान के लिए अलग नियम क्यों रखे हैं? इरफ़ान पठान ने इस दौरान ईशान किशन और श्रेयस अय्यर का उदाहरण दिया, जहां इन दोनों खिलाड़ियों को भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया, जब तक दोनों खुद को घरेलू क्रिकेट में साबित नहीं करते हैं. हालांकि, हार्दिक के लिए ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया, जो भारतीय टीम में वापसी से पहले घरेलू क्रिकेट से भी दूर रहे.
इरफ़ान पठान ने स्टार स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा,"पहले, हार्दिक पंड्या ने कप्तानी संभाली थी, लेकिन रोहित शर्मा ने टी20 मैचों के लिए कप्तानी संभाली. टी20 विश्व कप के बाद, एक नई योजना थी, उन्होंने संभावित कप्तानों के रूप में पंड्या और सूर्या के साथ एक युवा टीम का लक्ष्य रखा. फिर भी पंड्या के प्रदर्शन में निरंतरता और भारतीय क्रिकेट के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर सवाल उठते रहते हैं."
इरफ़ान पठान ने आगे कहा,"भारतीय क्रिकेट के लिए घरेलू क्रिकेट में नियमित भागीदारी बहुत ज़रूरी है. चोट लगती है, लेकिन खिलाड़ी को वापस आने के लिए नियमित मैच खेलना, जिसमें घरेलू क्रिकेट भी शामिल है, बहुत महत्वपूर्ण है. लेकिन फिर भी एक खिलाड़ी है जो चोट के बाद ये शर्तें पूरी नहीं करके वापस आ जाता है."
इरफ़ान पठान ने आगे कहा कि ऐसा नहीं होना चाहिए क्योकि ये बाकी खिलाडियों को गलत सन्देश देता है. इरफान ने कहा,"ऐसा नहीं होना चाहिए क्योंकि इससे बाकी टीम में गलत संदेश जाता है. अगर एक खिलाडी के साथ विशेष व्यवहार किया जाता है तो उससे पूरी टीम का वातावरण ख़राब होता है. क्रिकेट टेनिस जैसा नहीं है; यह एक टीम खेल है जहां समानता महत्वपूर्ण है. प्रत्येक खिलाड़ी के साथ निष्पक्ष और समान व्यवहार किया जाना चाहिए. इससे कोई फ़र्क नहीं पड़ता कि आप एक नए खिलाड़ी हैं या रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे पुराने खिलाड़ी."
इरफ़ान ने आगे कहा कि पिछले साल के टी20 विश्व कप में मैंने कुछ ऐसी चीज़ें देखीं थीं जो भारतीय क्रिकेट के सिद्धांतों का उल्लंघन कर रहीं थीं, काफ़ी मौकों पर कुछ खिलाड़ियों को अनुचित फ़ायदा मिल रहा था, जो साफ़ तौर पर ग़लत है. हार्दिक पंड्या को उप कप्तान बनाने के बीसीसीआई के फैसले पर भी इरफ़ान ने सवाल उठाते हुए कहा कि उप कप्तानी के लिए जसप्रीत बुमराह एक ज़्यादा बेहतर विकल्प थे.
इरफान ने आगे कहा,"विश्व कप जैसे टूर्नामेंट में सफल होने के लिए, यह जरूरी है कि प्रत्येक खिलाड़ी के साथ निष्पक्ष और समान व्यवहार किया जाए. इसलिए, अब, हार्दिक पंड्या के उप-कप्तान होने के बारे में आपके प्रश्न पर वापस आते हुए, मैं निरंतरता के महत्व के कारण इसके पीछे के तर्क को समझता हूं. हालांकि, मौजूदा प्रदर्शन को देखते हुए, चयनकर्ताओं का निरंतरता को चुनना समझ में आता है, फिर भी मेरा मानना है कि बुमराह जैसा कोई व्यक्ति भी बुरा विकल्प नहीं होगा."
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