सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को मुद्गल समिति की रिपोर्ट पर सुनवाई हुई, लेकिन कोर्ट ने शुक्रवार तक के लिए फैसला टाल दिया है। दरअसल, 3 नवंबर को आईपीएल स्पॉट फ़िक्सिंग और 13 लोगों के खिलाफ़ जांच कर रही जस्टिस मुकुल मुद्गल कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी थी।
कोर्ट रिपोर्ट को पढ़कर इस केस की कार्रवाई को आगे बढ़ाएगी। एन श्रीनिवासन समेत पूरी बीसीसीआई को इस रिपोर्ट में क्या है उसके उजागर होने का इंतजार है। श्रीनिवासन के खिलाफ़ अगर कोई सबूत नहीं मिला तो उनकी बोर्ड में वापसी हो सकती है जबकि सबूत मिलने की सूरत में बोर्ड में कई बदलाव होने तय है।
वहीं, एन श्रीनिवासन के दामाद गुरुनाथ मयप्पन के बारे में रिपोर्ट में क्या है यह भी जानना काफी दिलचस्प होगा क्योंकि उनके ज़रिये ही चेन्नई सुपरकिंग्स का भविष्य आईपीएल में तय होगा। आईपीएल के नियमों के मुताबिक, अगर किसी भी टीम से जुड़ा अधिकारी अगर गलत हरकतों में लिप्त पाया जाता है, जिससे खेल और टूर्नामेंट की छवि को नुकसान पहुंचे तो फौरन उस फ्रेंचाइज़ी को बर्खास्त किया जाना चाहिए।
वैसे, जबसे रिपोर्ट कोर्ट में कोर्ट में जमा हुई है तब से अटकलों का बाजार भी गर्म है। रिपोर्ट में क्या है और कोर्ट इसके बारे में क्या फैसला लेता है ये तो आज ही साफ हो पाएगा, लेकिन लोगों को उम्मीद है कि सच सामने ज़रूर आएगा।
आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग और 13 लोगों के खिलाफ़ जांच करने के बाद जस्टिस मुकुल मुद्गल कमेटी ने पिछले सोमवार को अपनी फ़ाइनल रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है।
लेकिन कहानी यहीं ख़त्म नहीं होती, सुप्रीम कोर्ट में 10 नवंबर को होनी वाली सुनवाई से पहले तमाम तरीके के कयास और दावे किए गए।
एक अंग्रेज़ी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, आईसीसी के अध्यक्ष एन श्रीनिवासन का बच निकलना लगभग तय है, हालांकि उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ सबूत हैं।
श्रीनिवासन के ख़िलाफ़ पैनल को कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। न ही इस बात के सबूत मिले हैं कि वह मयप्पन की सट्टेबाज़ी करने की बात से वाकिफ़ थे। इसलिए उन्हें 20 नवंबर को बोर्ड का चुनाव लड़ने से नहीं रोका जा सकता।
हालांकि, इस अख्रबार का दावा है कि मुद्गल पैनल ने अपनी जांच में गुरुनाथ मयप्पन को दोषी माना है।
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