नई दिल्ली:
केविन पीटरसन के तूफानी शतक से दिल्ली डेयरडेविल्स ने विषम परिस्थितियों से उबरते हुए इंडियन प्रीमियर लीग मैच में गुरुवार को डेक्कन चार्जर्स को पांच विकेट से हराकर उसका पहली जीत का इंतजार बढ़ा दिया जबकि खुद शीर्ष पर पहुंच गया।
पीटरसन ने छह, 68 और 94 रन के निजी स्कोर पर मिले जीवनदान का फायदा उठाते हुए 64 गेंद में नौ छक्कों और छह चौकों की मदद से नाबाद 103 रन की पारी खेली जिससे दिल्ली की टीम ने पांच गेंद शेष रहते पांच विकेट पर 162 रन बनाकर मैच जीत लिया। आईपीएल पांच में 50 रन से अधिक बनाने वाले दिल्ली के पहले बल्लेबाज पीटरसन ने रोस टेलर (13) के साथ 42, इरफान पठान (05) के साथ 49 और योगेश नागर (नाबाद 23, 15 गेंद, तीन चौके) के साथ 4.3 ओवर में 48 रन की अटूट साझेदारी की।
इससे पहले चार्जर्स ने पार्थिव पटेल (45) और शिखर धवन (44) की उम्दा पारियों की मदद से आठ विकेट पर 157 रन बनाए थे। दिल्ली की ओर से नदीम ने 16 रन देकर तीन जबकि मोर्कल ने 23 रन देकर तीन विकेट चटकाकर चार्जर्स को बड़ा स्कोर बनाने से रोका।
दिल्ली की पांच मैचों में यह चौथी जीत है और वह आठ अंक के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है जबकि चार मैचों में चौथी हार के बाद चार्जर्स की टीम अंतिम स्थान पर चल रही है।
दिल्ली की शुरूआत खराब रही और उसने पांचवें ओवर में 23 रन के स्कोर तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों नमन ओझा (01) और कप्तान वीरेंद्र सहवाग (07) के अलावा महेला जयवर्धने (06) का विकेट गंवा दिया।
जयवर्धने भी इसके बाद क्रिस्टियन की गेंद पर मिड आफ पर हमवतन श्रीलंकाई और चार्जर्स के कप्तान कुमार संगकारा को कैच दे बैठे। पीटरसन और टेलर ने विकेट गिरने का क्रम रोका। टेलर ने पहली गेंद पर प्रताप सिंह पर चौका मारा जबकि पीटरसन ने लेग स्पिनर अमित मिश्रा को निशाना बनाते हुए उनके ओवर में एक चौका और दो छक्कों सहित 17 रन जोड़े।
टेलर क्रिस्टियन के ओवर में तेज रन लेने के प्रयास में धवन के सटीक निशाने का शिकार बनकर पवेलियन लौटे। डुमिनी का पारी का 13वां ओवर घटनाप्रधान रहा। पीटरसन ने पहली गेंद को लांग आफ में एक रन के लिए खेलकर 42 गेंद पर अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इसके बाद इसी ओवर में लगातार तीन छक्के जड़े और टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। डुमिनी ने हालांकि अगली गेंद पर इस बल्लेबाज का कैच टपका दिया।
दिल्ली को अंतिम सात ओवर में जीत के लिए 54 रन की जरूरत थी और ऐसे में पीटरसन ने मिश्रा पर छक्का जड़कर टीम का काम आसान किया लेकिन पठान (05) स्टेन की गेंद को पुल करने की कोशिश में विकेट के पीछे पार्थिव पटेल को कैच दे बैठे।
पीटरसन ने इसके बाद वीर प्रताप सिंह और क्रिस्टियन पर छक्के जड़े जिससे टीम को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए आठ रन की दरकार थी। पीटरसन ने अंकित पर सीधा छक्का जड़कर शतक पूरा किया और टीम को जीत दिलाई। इंग्लैंड का यह बल्लेबाज आईपीएल में शतक जड़ने वाला 18वां बल्लेबाज है।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरी चार्जर्स ने तीसरे ओवर में 10 रन के स्कोर पर ही संगकारा (01) का विकेट गंवा दिया। धवन और पार्थिव ने पारी को संभाला। दोनों ने छह ओवर में टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया। धवन बायें हाथ के स्पिनर नदीम की पहली ही गेंद को रिवर्स स्वीप करने के प्रयास में पगबाधा आउट हो गए। उन्होंने 29 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का मारा।
पार्थिव ने उमेश पर छक्का जड़ा। वह इसी ओवर की अंतिम गेंद पर भाग्यशाली रहे जब थर्ड मैन पर अगरकर ने उनका कैच लपक लिया लेकिन मैदानी अंपायरों ने तीसरे अंपायर से सलाह के बाद कमर से उपर गेंद के लिए इसे नोबाल करार दिया। पार्थिव हालांकि नदीम के अगले ओवर में छक्का जड़ने के प्रयास में डीप स्क्वायर लेग पर जयवर्धने को कैच दे बैठे। उन्होंने 27 गेंद पर पांच चौके और एक छक्का जड़ा।
इन दोनों बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद दिल्ली के गेंदबाजों ने रन गति पर अंकुश लगाया। डुमिनी (04) नदीम का तीसरा शिकार बने। क्रिस्टियन (19) इसके बाद उमेश की गेंद को पुल करने की कोशिश में कैच दे बैठे जबकि मोर्कल ने अभिषेक झुनझुनवाला (04) और डेल स्टेन (02) को पवेलियन भेजा।
पीटरसन ने छह, 68 और 94 रन के निजी स्कोर पर मिले जीवनदान का फायदा उठाते हुए 64 गेंद में नौ छक्कों और छह चौकों की मदद से नाबाद 103 रन की पारी खेली जिससे दिल्ली की टीम ने पांच गेंद शेष रहते पांच विकेट पर 162 रन बनाकर मैच जीत लिया। आईपीएल पांच में 50 रन से अधिक बनाने वाले दिल्ली के पहले बल्लेबाज पीटरसन ने रोस टेलर (13) के साथ 42, इरफान पठान (05) के साथ 49 और योगेश नागर (नाबाद 23, 15 गेंद, तीन चौके) के साथ 4.3 ओवर में 48 रन की अटूट साझेदारी की।
इससे पहले चार्जर्स ने पार्थिव पटेल (45) और शिखर धवन (44) की उम्दा पारियों की मदद से आठ विकेट पर 157 रन बनाए थे। दिल्ली की ओर से नदीम ने 16 रन देकर तीन जबकि मोर्कल ने 23 रन देकर तीन विकेट चटकाकर चार्जर्स को बड़ा स्कोर बनाने से रोका।
दिल्ली की पांच मैचों में यह चौथी जीत है और वह आठ अंक के साथ शीर्ष पर पहुंच गया है जबकि चार मैचों में चौथी हार के बाद चार्जर्स की टीम अंतिम स्थान पर चल रही है।
दिल्ली की शुरूआत खराब रही और उसने पांचवें ओवर में 23 रन के स्कोर तक ही दोनों सलामी बल्लेबाजों नमन ओझा (01) और कप्तान वीरेंद्र सहवाग (07) के अलावा महेला जयवर्धने (06) का विकेट गंवा दिया।
जयवर्धने भी इसके बाद क्रिस्टियन की गेंद पर मिड आफ पर हमवतन श्रीलंकाई और चार्जर्स के कप्तान कुमार संगकारा को कैच दे बैठे। पीटरसन और टेलर ने विकेट गिरने का क्रम रोका। टेलर ने पहली गेंद पर प्रताप सिंह पर चौका मारा जबकि पीटरसन ने लेग स्पिनर अमित मिश्रा को निशाना बनाते हुए उनके ओवर में एक चौका और दो छक्कों सहित 17 रन जोड़े।
टेलर क्रिस्टियन के ओवर में तेज रन लेने के प्रयास में धवन के सटीक निशाने का शिकार बनकर पवेलियन लौटे। डुमिनी का पारी का 13वां ओवर घटनाप्रधान रहा। पीटरसन ने पहली गेंद को लांग आफ में एक रन के लिए खेलकर 42 गेंद पर अर्धशतक पूरा किया। उन्होंने इसके बाद इसी ओवर में लगातार तीन छक्के जड़े और टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया। डुमिनी ने हालांकि अगली गेंद पर इस बल्लेबाज का कैच टपका दिया।
दिल्ली को अंतिम सात ओवर में जीत के लिए 54 रन की जरूरत थी और ऐसे में पीटरसन ने मिश्रा पर छक्का जड़कर टीम का काम आसान किया लेकिन पठान (05) स्टेन की गेंद को पुल करने की कोशिश में विकेट के पीछे पार्थिव पटेल को कैच दे बैठे।
पीटरसन ने इसके बाद वीर प्रताप सिंह और क्रिस्टियन पर छक्के जड़े जिससे टीम को अंतिम दो ओवर में जीत के लिए आठ रन की दरकार थी। पीटरसन ने अंकित पर सीधा छक्का जड़कर शतक पूरा किया और टीम को जीत दिलाई। इंग्लैंड का यह बल्लेबाज आईपीएल में शतक जड़ने वाला 18वां बल्लेबाज है।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी के लिये उतरी चार्जर्स ने तीसरे ओवर में 10 रन के स्कोर पर ही संगकारा (01) का विकेट गंवा दिया। धवन और पार्थिव ने पारी को संभाला। दोनों ने छह ओवर में टीम का स्कोर 50 रन तक पहुंचाया। धवन बायें हाथ के स्पिनर नदीम की पहली ही गेंद को रिवर्स स्वीप करने के प्रयास में पगबाधा आउट हो गए। उन्होंने 29 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का मारा।
पार्थिव ने उमेश पर छक्का जड़ा। वह इसी ओवर की अंतिम गेंद पर भाग्यशाली रहे जब थर्ड मैन पर अगरकर ने उनका कैच लपक लिया लेकिन मैदानी अंपायरों ने तीसरे अंपायर से सलाह के बाद कमर से उपर गेंद के लिए इसे नोबाल करार दिया। पार्थिव हालांकि नदीम के अगले ओवर में छक्का जड़ने के प्रयास में डीप स्क्वायर लेग पर जयवर्धने को कैच दे बैठे। उन्होंने 27 गेंद पर पांच चौके और एक छक्का जड़ा।
इन दोनों बल्लेबाजों के पवेलियन लौटने के बाद दिल्ली के गेंदबाजों ने रन गति पर अंकुश लगाया। डुमिनी (04) नदीम का तीसरा शिकार बने। क्रिस्टियन (19) इसके बाद उमेश की गेंद को पुल करने की कोशिश में कैच दे बैठे जबकि मोर्कल ने अभिषेक झुनझुनवाला (04) और डेल स्टेन (02) को पवेलियन भेजा।
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