रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
टी-20 टूर्नामेंट में आधा सीजन तकरीबन बीत चुका है. एक दिल्ली को छोड़ बाकी सब टीमें लीग स्टेज के अपने आधे या उससे 1 ज्यादा मैच खेल चुकी है और अब प्लेऑफ की रेस दिलचस्प होती जा रही है. फैन्स आखिरी 4 के लिए अपनी भविष्यवाणी करने लगे हैं और अंक तालिका को देखकर तस्वीर थोड़ी साफ भी होने लगी है. आखिरी 4 का गणित बहुत सहज है.
हर टीम को 14 लीग मैच खेलने हैं. प्लेऑफ में पहुंचने के लिए कम से कम 16 अंक चाहिए, यानी 8 मैचों में जीत के बाद ही प्लेऑफ का रस्ता खुलता है. मौजूदा नतीजों पर नजर डालें, तो दो टीमें ऐसी हैं जिनकी राह आसान नजर आ रही है. टॉप पर मौजूद मुंबई और कोलकाता के लिए 16 अंक तक पहुंचना मुश्किल नहीं दिखता.
जबकि बैंगलोर का मैच बारिश में धुलने और खराब प्रदर्शन के चलते बैंगलोर फंस गई है. बैंगलोर के 8 मैचों में 2 जीत के बाद 5 अंक है. 16 अंक पाने के लिए उन्हें बाकी बचे अपने 6 मैच जीतने होंगे. इसके बाद भी बात नेट रनरेट पर आकर टिक सकती है. दिल्ली और गुजरात का भी हाल बेहाल है.
इन दोनों टीमों के पास 4-4 अंक हैं. बस राहत की बात सिर्फ इतनी है कि ये अभी बैंगलोर की तरह करो या मरो की स्थिति में नहीं है, लेकिन एक और हार इन्हें उसी मोड़ पर लाकर खड़ा कर देगी जहां पर अभी बैंगलोर की टीम है.
हर टीम को 14 लीग मैच खेलने हैं. प्लेऑफ में पहुंचने के लिए कम से कम 16 अंक चाहिए, यानी 8 मैचों में जीत के बाद ही प्लेऑफ का रस्ता खुलता है. मौजूदा नतीजों पर नजर डालें, तो दो टीमें ऐसी हैं जिनकी राह आसान नजर आ रही है. टॉप पर मौजूद मुंबई और कोलकाता के लिए 16 अंक तक पहुंचना मुश्किल नहीं दिखता.
जबकि बैंगलोर का मैच बारिश में धुलने और खराब प्रदर्शन के चलते बैंगलोर फंस गई है. बैंगलोर के 8 मैचों में 2 जीत के बाद 5 अंक है. 16 अंक पाने के लिए उन्हें बाकी बचे अपने 6 मैच जीतने होंगे. इसके बाद भी बात नेट रनरेट पर आकर टिक सकती है. दिल्ली और गुजरात का भी हाल बेहाल है.
इन दोनों टीमों के पास 4-4 अंक हैं. बस राहत की बात सिर्फ इतनी है कि ये अभी बैंगलोर की तरह करो या मरो की स्थिति में नहीं है, लेकिन एक और हार इन्हें उसी मोड़ पर लाकर खड़ा कर देगी जहां पर अभी बैंगलोर की टीम है.