
यादव भले ही अब तक केवल दो टेस्ट खेले हों, लेकिन परिपक्वता के मामले में इतने अनुभवी दिखाई देते हैं, मानों 50 या इससे ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेल चुके हों. मुश्किल परिस्थितियों में दिमाग को स्थिर रखकर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देना उनकी सबसे बड़ी खूबी है. कप्तान विराट कोहली भी इसके कायल हो चुके हैं. मुंबई टेस्ट में जयंत ने अपने करियर का पहला शतक जमाया. उनकी 104 रन की बेहतरीन पारी में 15 चौके शामिल रहे. यह नौवें क्रम पर टीम इंडिया की ओर से किसी भी बल्लेबाज का सबसे अधिक स्कोर है.
सुनिश्चित किया कि टीम इंडिया बड़ी बढ़त हासिल करे
मुंबई में अपना तीसरा टेस्ट खेलते हुए जयंत जब विकेट पर आए तो टीम इंडिया का स्कोर सात विकेट पर 364 रन था. सबके दिमाग में सवाल यही था कि मैच में टीम इंडिया, पहली पारी में इंग्लैंड पर बढ़त बना पाएंगी और यदि बना भी पाएगी तो कितनी.. जाहिर है, इस समय एक छोर से जोरदार बल्लेबाजी कर रहे कप्तान विराट कोहली को अच्छे जोड़ीदार की जरूरत थी. जयंत ने बिल्कुल यही किया. उन्होंने सिर नीचे रखकर बल्लेबाजी की और विराट के साथ मिलकर यह सुनिश्चित किया कि टीम इंडिया न सिर्फ बढ़त हासिल करे बल्कि यह अच्छी खासी भी हो. जयंत ने अपने कप्तान के साथ आठवें विकेट के लिए 241 रन की साझेदारी की.
मोहाली टेस्ट में बनाया था अर्धशतक
इससे पहले मोहाली टेस्ट में जयंत ने अपने करियर का पहला अर्धशतक बनाया था और चार विकेट भी हासिल किए थे. विशाखापट्टनम में अपने डेब्यू टेस्ट में भी उनका बल्ले और गेंद से प्रदर्शन शानदार रहा था. इस मैच में जहां उन्होंने 35 और 27 नाबाद रन बनाए थे, वहीं गेंदबाजी में भी कुल चार विकेट (पहली पारी में एक, दूसरी पारी में तीन) लेने में सफल रहे थे. जाहिर है, आर. अश्विन और रवींद्र जडेजा के बाद टीम के तीसरे स्पिन ऑलराउंडर के तौर पर जयंत ने अपनी चमक दिखा दी है.

गेंदबाजी में भी अपने प्रदर्शन से जयंत ने हर किसी को प्रभावित किया है Photo Credit: BCCI
जयंत यादव ने बल्लेबाजी के साथ ऑफ स्पिनर के रूप में भी घरेलू क्रिकेट में अपने आप को स्थापित किया और टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए मजबूत दस्तक दी थी. जयंत की प्रशंसा करते हुए विराट कहते हैं, उसने (जयंत ने) अपनी पहली टेस्ट सीरीज में गजब की परिपक्वता दिखाई है. वह मुझे अपने मनमाफिक क्षेत्ररक्षण के लिए कहता है. यही नहीं, निचले क्रम के बल्लेबाज के रूप में भी उसका योगदान टीम के लिए बेशकीमती साबित हो रहा है.’
अश्विन की सलाह से गेंदबाजी में आ रही धार
दाएं हाथ के ऑफब्रेक गेंदबाज जयंत यादव ने साल 2011 में हरियाणा रणजी टीम से अपने फर्स्ट क्लास करियर की शुरुआत की थी. वह पिछले कई सत्र से लगातार अच्छा प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करते रहे हैं . इसी प्रदर्शन की वजह से उन्हें इंडिया-ए टीम में भी मौका मिला. जयंत टीम इंडिया के ऑफ स्पिनर आर. अश्विन के फैन हैं. वे उनसे लगातार संपर्क में रहते हैं और समय-समय पर सलाह भी लेते रहते हैं. जयंत भी ऑफ स्पिन गेंदबाज हैं और अश्विन की सलाह गेंदबाज के रूप में खुद को बेहतर बनाने में जयंत यादव की मदद कर रही है...
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