पिच दानवी नहीं, बल्लेबाजों में दिमाग में समाया है डर : एनडीटीवी से बोले गावस्कर

पिच दानवी नहीं, बल्लेबाजों में दिमाग में समाया है डर : एनडीटीवी से बोले गावस्कर

नई दिल्‍ली:

पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने गुरुवार को जामथा की पिच का बचाव करते हुए कहा कि पिच में कुछ भी गलत नहीं है और बल्लेबाजों की खराब तकनीक के कारण दक्षिण अफ्रीका तीसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में 79 रन पर आउट हुआ।

गावस्कर ने एनडीटीवी से कहा, ‘क्या हम सीधे तौर पर दोनों टीमों के बल्लेबाजों की तकनीक पर सवाल नहीं उठा सकते। हम पिच को दोष देकर इससे क्यों नजरें चुरा रहे हैं। यह एक ठेठ भारतीय पिच है जिसमें गेंद टर्न ले रही है। पिच ‘दानवी’ नहीं है, बल्लेबाजों के दिमाग में डर समाया हुआ है।’

उन्होंने कहा, ‘यदि यह स्पिन और टर्न और उछाल ही ले रही होती तो मैं कहता हां कि पिच की इसमें बहुत भूमिका है। हां यह बल्लेबाजी के लिये बहुत अच्छा विकेट नहीं है मैं इससे सहमत हूं लेकिन अभी तक जितने विकेट गिरे हैं उसके लिये इस विकेट को दोष मत दो। दोनों टीमों की तरफ से बहुत खराब बल्लेबाजी की गयी।’

माइकल वान, मैथ्यू हेडन, डेविड लायड और वसीम अकरम सहित कई अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का मानना है कि पिच अच्छी नहीं है लेकिन गावस्कर ऐसा नहीं मानते। उन्होंने कहा, ‘यह ऐसी पिच है जिसमें जिंदगी और शरीर को कोई खतरा नहीं है। जिस पिच में जिंदगी और शरीर को खतरा है उसे देखकर आप आलोचना कर सकते हो। यहां ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। केवल दोनों टीमों के बल्लेबाजों की खराब तकनीक और जज्बे के कारण विकेट निकल रहे हैं। विश्वस्तरीय बल्लेबाज घबरा गये हैं और आउट हो गये हैं।’

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उन्होंने कहा, ‘मैं इनको सलाह दूंगा कि वे भारत को निशाना बनाने से पहले अपने देश की पिचों को देखें। क्योंकि आप दस हजार मील दूर बैठकर पांच दस गेंदें देखकर निष्कर्ष पर पहुंच रहे हो। कृपया मुझे इंग्लैंड और अन्य देशों की पिचों के बारे में भी जवाब दो जहां दो या तीन दिन में मैच समाप्त हो जाते हैं और फिर हम देखेंगे कि किसी पर जुर्माना लगेगा।’ गावस्कर ने कहा, ‘यह मेरा उन सभी पूर्व क्रिकेटरों को जवाब है जिन्होंने पांच या 10-20 टेस्ट मैच खेले हैं और जो नहीं जानते कि उस पिच पर कैसे खेलना है जहां गेंदबाजों को थोड़ी मदद मिल रही हो।’