IND vs SA 1st Test: विशाखापट्टनम के इस टेस्ट को Rohit Sharma के डबल धमाके लिए याद किया जाएगा
जाहिर है कि मेहमानों पर भारत का बहुत ही मजबूत शिकंजा कस चुका है. और मैच के आखिरी दिन अगर दक्षिण अफ्रीका मैच को भारत के पंजे से खुद को बचा पाने में कामयाब रहता है, तो यह उसके लिए बड़ी कामयाबी मानी जाएगी. बहरहाल, चौथे दिन का आकर्षण रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का दूसरी पारी में भी शतक और आर. अश्विन (Ravichandran Ashwin) के सात विकेट रहे.
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विकेट पतन: 4-1 (एल्गर, 3.3)
तीसरा सेशन: रोहित का डबल धमाका, भारत का शिकंजा
भारत ने दिन खेल खत्म होने से करीब आधा घंटा पहले अपनी दूसरी पारी 4 विकेट पर 323 रन बनाकर घोषित कर दी. इस तरह मेजबानों ने पहली पारी के 71 रन बनाकर कुल 394 रनों की बढ़त हासिल कर दक्षिण अफ्रीका के ऊपर मजबूत शिकंजा कस दिया. चौथे दिन भारत को इस मजबूत स्थिति में पहुंचा का श्रेय रोहित शर्मा (127) को रहा, जिन्होंने दूसरी पारी में भी शतक जड़ा. उनके अलावा चेतेश्वर पुजारा ने 81, तो रवींद्र जडेजा ने भी तेज-तर्रार 40 रन की पारी खेली. इसके अलावा कप्तान विराट कोहली 31 और अजिंक्य रहाणे 27 रन बनाकर नाबाद रहे. और एक सामूहिक उम्दा प्रयास से टीम इंडिया 67 ओवर में 4 विकेट पर 323 रन तक पहुंचने में सफल रही और बिल्कुल सही समय पर पारी घोषित कर दी. दूसरी पारी में केशव महाराज ने 2 विकेट लिए.
दूसरा सेशन: विकेट के लिए तरस गए दक्षिण अफ्रीकी
लंच से चायकाल के बीच दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज विकेटों के लिए तरस गए और वह एक भी विकेट नहीं चटका सका. इस सेशन में रोहित शर्मा और चेतेश्वर पुजारा ने बेहतर हात खोलते हुए भारत की बढ़त को 246 तक पहुंचा दिया. पुजारा ने इस सेशन में प्लानिंग और गीयर बदलकर बल्लेबाजी की. जहां पहले सेशन में पुजारा ने 62 गेंदों पर सिर्फ 8 ही रन बनाए थे, तो दूसरे सेशन में उन्होंने 139 गेंदों पर अपने स्कोर को 75 तक पहुंचा दिया.
हालांकि, कैगिसा रबाडा और दक्षिण अफ्रीकी स्पिनरों ने पुजारा को खासा परेशान किया. रबाडा की गेंदों पर पुजारा के बल्ले से बाहरी किनारा चूमती ही लगातार दो बार गेंद विकेटकीपर और स्लिप के बीच से निकली, तो शुरुआती सेशन में भी स्पिनरों के सामने पुजारा फंसे-फंसे दिखाई पडे़. वहीं, पुजारा के उलट रोहित शर्मा का अंदाज पहली पारी जैसा ही सहज और खुला रहा. रोहित ने अपने गगनचुंबी छक्कों और लेटकट के साथ सहज दिखाई पड़े. चाय के समय भारत का स्कोर 48 ओवर में 1 विकेट पर 75 रन था. इस समय रोहित 84 और पुजारा 75 पर थे.
पहला सेशन: मनोवैज्ञानिक लाभ से वंचित किया दक्षिण अफ्रीका ने
1. भारत की खराब शुरुआत
दक्षिण अफ्रीका पर 71 रन की बढ़त हासिर करने के बाद भारत को पहले सेशन में बल्लेबाजी के लिए करीब एक घंटे का समय मिला, लेकिन भारत की शुरुआत खराब रही. और मयंक अग्रवाल जल्द ही सात रन बनाकर केशव महाराज की गेंद पर स्लिप में कैच दे बैठे. दूसरे छोर पर शुरुआत से ही सकारात्मक इरादे लिए दिखाई पड़ रहे रोहित शर्मा ने कुछ अच्छे स्ट्रोक लगाए और तेजी से रन बनाने की कोशिश की. दूसरे छोर पर पुजारा उनके साथ रहे, जो तुलनात्मक रूप से अपने ही अंदाज में और धीमे दिखाई पड़े. लंच के समय भारत का स्कोर 14 ओवर में 1 विकेट पर 35 रन था. तब रोहित शर्मा 25 और पुजारा 2 रन पर थे.
विकेट पतन: 21-1 (मयंक, 7.6), 190-2 (पुजारा, 50.6), 239-3 (रोहित, 56.5), 286-4 (जडेजा, 62.5)
2. दक्षिण अफ्रीकी पुछल्लों ने किया अच्छा संघर्ष, मिला फायदा
इससे पहले दक्षिण अफ्रीकी टीम अपनी पहली पारी में करीब शुरुआती एक घंटे के भीतर 131.2 ओवरों में 431 रन पर बनाकर आउट हो गई. इस तरह भारत ने पहली पारी में 71 रन की बढ़त हासिल की. और अगर टीम इंडिया ऐसा करने में कामयाब रही, तो उसके पीछे आर अश्विन जिम्मेदार रहे, जिन्होंने चौथे दिन दक्षिण अफ्रीका के गिरने वाले दोनों बल्लेबाजों सहित पारी में कुल सात विकेट चटकाए. दक्षिण अफ्रीका ने सुबह अपने शुक्रवार के स्कोर 8 विकेट पर 385 रन से आगे खेलना शुरू किया और करोड़ों भारती क्रिकेटप्रेमियों को बेसब्री से इंतजार था कि क्या भारत सौ रन से ऊपर की बढ़त हासिल कर पाता है, लेकिन नाबाद बल्लेबाज केशव महाराज और मुथुसामी ने भारतीय गेंदबाजों को खासा चिढ़ाया.
आउट होने वाले पहले बल्लेबाज सुबह के पांचवें ओवर में महाराज रहे, जिन्हें अश्विन ने मयंक के हाथों लपकवाया, तो वहीं आखिरी बल्लेबाज कैगिसो रबाडा को अश्विन ने एलबीडब्ल्यू आउट किया. बहरहाल, दक्षिण अफ्रीका ने भारत की सौ से ऊपर की बढ़त लेकर मनोवैज्ञानिक लाभ हासिल करने से रोक दिया. उसके पुछल्ले बल्लेबाजों मुथुसामी (नाबाद 33) और रबाडा (15) ने पिच पर जूझने का अच्छा रवैया दिखाया और इससे दक्षिण अफ्रीका भारत की बढ़त के अंतर को सिर्फ 71 तक सीमित करने में कामयाब रहा. अश्विन के अलावा रवींद्र जडेजा ने दो और ईशांत शर्मा ने एक बल्लेबाज को आउट किया.
विकेट पतन: 14-1 (मार्कराम, 7.1), 31-2 (डी ब्रुइन, 16.3), 34-3 (पिएड्ट, 17.3), 63-4 (बावुमा, 26.1), 178-5 (डु प्लेसिस, 57.3), 342-6 (एल्गर, 99.3), 370-7 (डि कॉक, 109.3), 376-8 (फिलांडर, 113.2), 9-396 (महाराज, 123.4), 431-10 (रबाडा, 131.2)
वहीं तीसरे दिन की बात करें, तो मेहमान दक्षिण अफ्रीका ने ओपनर डी. एल्गर (160) और विकेटकीपर क्विंटन डि कॉक (111) के शानदार शतकों की बदौलत मुकाबले में आने की अच्छी कोशिश जरूर की थी, लेकिन उनकी इस कोशिश को ऑफी आर. अश्विन ने जड़े 'पंजे' से अच्छा खासा झटका दिया. इन दोनों बल्लेबाजों की बेहतरीन कोशिश से दक्षिण अफ्रीका ने दिन का खेल खत्म होने के समय 8 विकेट पर 385 रन बनाए थे, लेकिन भारत के पास दिन की समाप्ति पर 117 रन की अच्छी-खासी बढ़त थी. दोनों टीमें इस प्रकार हैं...
भारत: विराट कोहली (कप्तान), अजिंक्य रहाणे (उप-कप्तान), रोहित शर्मा, मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, हनुमा विहारी, रविचंद्रन अश्विन, रवींद्र जडेजा, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), ईशांत शर्मा, मोहम्मद शमी.
दक्षिण अफ्रीका: फाफ डु प्लेसिस (कप्तान), एडेन मार्कराम, डीन एल्गर, थियुनिस डि ब्रुइन, तेंबा बावुमा, क्विंटन डिकॉक, वेरोन फिलेंडर, सेनुरन मुथुसामी, केशव महाराज, डेन पिएडिट, कगिसो रबाडा.
वीडियो: वीरेंद्र सहवाग से एनडीटीवी की खास बातचीत..