INDvsNZ कोलकाता टेस्ट : चोटिल लोकेश राहुल की जगह गौतम गंभीर को मिला मौका

INDvsNZ कोलकाता टेस्ट : चोटिल लोकेश राहुल की जगह गौतम गंभीर को मिला मौका

केएल राहुल (दाएं) के चोटिल होने के कारण गंभीर को मौका मिला है (फाइल फोटो)

खास बातें

  • केएल राहुल को कानपुर टेस्ट की दूसरी पारी में लगी थी चोट
  • गंभीर को अच्छे प्रदर्शन के बावजूद हाल ही में नहीं मिली थी जगह
  • गंभीर ने टीम इंडिया की ओर से 2014 में खेला था आखिरी टेस्ट
कोलकाता:

कानपुर टेस्ट में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज की और फिर बुरी खबर आयी कि फॉर्म में चल रहे ओपनर केएल राहुल के चोटिल हो गए हैं. चोटिल केएल राहुल की जगह कोलकाता टेस्ट के लिए अब गौतम गंभीर को टीम में लिया गया है. चयनकर्ता गंभीर पर ध्यान देते हैं या नहीं इसके बारे में दिनभर कयास लगाए जाते रहे. शाम तक इस मामले में फैसला आने की उम्मीद थी और उम्मीद के मुताबिक ही मंगलवार रात गंभीर को टीम में शामिल करने की पुष्टि हो गई.

गंभीर ने टीम इंडिया की ओर से 2014 में आखिरी टेस्ट खेला था. इसके अलावा तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा अपनी चोट से उबर नहीं पाए हैं, टीम में एक और ऑफ स्पिनर के विकल्प के तौर पर जयंत यादव को जगह दी गई है. (INDvsNZ: टीम इंडिया के 500वें टेस्ट में अश्विन सहित कई खिलाड़ियों ने बनाए खास रिकॉर्ड, एक नजर)

घरेलू क्रिकेट में गौतम गंभीर के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए ही टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले चाहते थे कि उनको भारतीय टीम का हिस्सा बनाया जाए. आईपीएल में गंभीर कोलकाता नाइट राइडर्स टीम के कप्तान भी हैं और वहां के हालात और पिच के बारे में काफी जानकारी रखते हैं. टीम में इस समय शिखर धवन और मुरली विजय बतौर सलामी बल्लेबाज़ हैं और ऐसे में गंभीर को बैकअप के रूप में लिया जा सकता है. (INDvsNZ : टीम इंडिया का घर में 250वां टेस्ट, ईडन गार्डन में लॉर्ड्स जैसी 'घंटी' बजाएंगे कपिल देव)

राहुल की चोट से झटका
कानपुर टेस्ट की दूसरी पारी में बल्लेबाजी के दौरान केएल राहुल (38) की दाईं हैमस्ट्रिंग में खिंचाव आ गया था, जिससे वह फील्डिंग नहीं कर पाए थे और उनकी जगह शिखर धवन मैदान पर उतरे थे. कानपुर में 197 रन से विशाल जीत  दर्ज करने वाली टीम इंडिया के लिए राहुल की चोट चिंता का सबब बन गई थी, क्योंकि वह फॉर्म में चल रहे थे.

उन्होंने कानपुर में भी मुरली विजय के साथ अच्छी शुरुआत दी थी. इस मैच में 8 साल बाद ऊपरी 3 बल्लेबाजों ने 30 से अधिक का स्कोर बनाया था, जिसमें केएल राहुल, मुरली विजय और चेतेश्वर पुजारा शामिल रहे. राहुल ने 32 और 38, मुरली विजय ने 65 और 76, वहीं पुजारा ने 62 और 78 रन बनाए थे. इस मैच से पहले टीम इंडिया के ऊपरी 3 बल्लेबाजों ने 2008 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मोहाली टेस्ट में यह कारनामा किया था. (500वें टेस्ट को आर अश्विन-जडेजा ने बनाया यादगार, जानिए अन्य 4 'शतकीय' मैचों में कौन रहे हमारे हीरो)

लगातार रन बना रहे गंभीर
वास्तव में गौतम गंभीर घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा खेल रहे हैं. हाल ही में में खेली गई दलीप ट्रॉफी को ही लीजिए. दिल्ली के इस बल्लेबाज ने अपने शानदार बल्लेबाजी से प्रभावित किया. गंभीर ने दलीप ट्रॉफी में 4 फिफ्टी (77, 57, 90 और 94 रन) लगाई. उन्होंने 3 मैचों में 71.20 के औसत से 356 रन ठोके थे.

इंग्लैंड में खेला अंतिम टेस्ट
गौतम गंभीर ने टीम इंडिया की ओर से 56 टेस्ट की 100 पारियों में 4046 रन बनाए हैं. उन्होंने अंतिम टेस्ट दो साल पहले इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेला था. हालांकि उस मैच में वह फेल हो गए थे और उनके बल्ले से सिर्फ तीन रन निकले थे.

वर्ल्ड कप जिताने में गंभीर की रही अहम भूमिका
गंभीर अपने अंतिम इंटरनेशनल टेस्ट में भले ही फेल हो गए थे, लेकिन टीम इंडिया की बड़ी जीतों में उनका अहम योगदान रहा है. जब भारत 2007 में ट्‍वेंटी-20 वर्ल्ड कप का विजेता बना था, तो उसमें गंभीर ने फाइनल मैच में पाकिस्तान के विरुद्ध 54 गेंदों पर 75 रनों की तूफानी पारी खेली थी. इस टी20 वर्ल्ड कप में गंभीर टूर्नामेंट में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज रहे थे. उन्होंने टूर्नामेंट में 6 पारियों में 227 रन बनाए थे. वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में भी गंभीर ने 97 रन बनाए थे.

2008 में भी टेस्ट में वापसी के बाद उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ शानदार खेल दिखाया था और इसके बाद के 13 टेस्ट मैचों में उन्होंने 8 शतक ठोक दिए. फिर उनका खराब दौर आ गया और अगस्त, 2014 में एक बार फिर वापसी की , लेकिन टीम में जगह नहीं पक्की कर पाए. उन्होंने कोलकाता नाइटराइडर्स को अपनी कप्तानी में दो बार आईपीएल चैंपियन भी बनाया है और बीते दो साल में उन्होंने घरेलू जमीन पर काफी रन बनाए हैं.


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