एलिस्टर कुक इंग्लैंड टीम की हार से परेशान हैं (फाइल फोटो)
मोहाली:
इंग्लैंड टीम के कप्तान एलिस्टर कुक टीम इंडिया के हाथों मिली हार को पचा नहीं पा रहे हैं, हो भी क्यों न उन्होंने 2012 में भारतीय धरती पर और 2014 में अपनी ही धरती पर टीम इंडिया को हराने में कामयाबी जो हासिल की थी. गौरतलब है कि कुक इंग्लैंड की इन दोनों सीरीज जीत के समय भी कप्तान थे और उसमें अहम भूमिका निभाई थी, लेकिन इस बार उनका हर दांव उल्टा पड़ता जा रहा है. भारत के स्पिन विकेट पर टॉस जीतना अहम रहता है, लेकिन कुक तो उसका भी फायदा नहीं उठाए, जबकि मोहाली टेस्ट में उन्होंने टॉस जीत लिया था और माना जा रहा था कि टीम इंडिया मुश्किल में फंस सकती है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ और विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने इंग्लैंड को हर मामले में पराजित किया. अब खिलाड़ियों के गिरे हुए मनोबल को ऊंचा उठाने के लिए इंग्लैंड टीम प्रबंधन नए उपाय सोच रहा है. वैसे भी चौथे टेस्ट में अभी एक सप्ताह का समय है. ऐसे में इंग्लैंड टीम के खिलाड़ी दुबई रवाना हो सकते हैं...
जब मोहाली में मैच खत्म होने के बाद कप्तान कुक से टीम के विश्राम संबंधित प्लान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि खिलाड़ी मानसिक रूप से थके हुए हैं और उन्हें आराम की सख्त जरूरत है. दुबई जाने से उन्हें मानसिक शांति मिलेगी और वह हार के साये से बाहर निकल पाएंगे. (विराट कोहली ने धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी की, अन्य रिकॉर्ड...)
वास्तव में इंग्लैंड के खिलाड़ी दो मैचों में हार से काफी आहत हैं और अब वे आराम के लिये दुबई जा रहे हैं, क्योंकि अगला टेस्ट मैच आठ दिसंबर से मुंबई में खेला जाएगा. टीम के दुबई जाने के बारे में कुक ने कहा, ‘यह अवकाश सही समय पर मिला है. हमने लगातार तीन टेस्ट मैच खेले. हमारे पास एक सप्ताह का समय है और मुझे लगता है कि अधिकतर खिलाड़ी दुबई जा रहे हैं. मानसिक तौर यह क्रिकेट से विश्राम है. हम थोड़ा तरोताजा होकर वापसी करेंगे.’ (एलिस्टर कुक ने बताया हार का बड़ा फैक्टर)
इंग्लैंड की टीम चोट से भी परेशान है. उसे तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की कमी मोहाली टेस्ट के दौरान काफी खली. ब्रॉड ने विशाखापटनम टेस्ट और राजकोट में शानदार गेंदबाजी की थी और उन्होंने यह दिखाया था कि भारतीय पिचों पर कैसे गेंदबाजी की जाती है. हालांकि उन्हें इसके बाद चोट लग गई और वह मोहाली टेस्ट से बाहर हो गए. अब इंग्लैंड के फॉर्म में चल रहे नवोदित ओपनर हसीब हमीद भी चोटिल हो गए हैं और उनकी चोट इतनी गंभीर है कि उन्हें सर्जरी के लिए इंग्लैंड जाना पड़ रहा है. मतलब वह सीरीज के अंतिम दो मैच नहीं खेल पाएंगे.
चोटिल हमीद ने मोहाली में इंग्लैंड की दूसरी पारी में ओपनिंग नहीं की थी और जब टीम संकट में थी, तो उन्होंने सातवें नंबर पर आकर टीम को बढ़त को 100 के पार पहुंचाया. हालांकि उनका यह प्रयास रंग नहीं ला पाया, क्योंकि अन्य बल्लेबाजों का साथ नहीं मिला. बल्लेबाजी फिर भी हमीद ने 59 रन की जोरदार पारी खेली.
कुक ने टीम की आठ विकेट से हार के बाद कहा, ‘‘उसके हाथ में फ्रैक्चर हो गया है और उसे फिक्स करने के लिए प्लास्टर की जरूरत पड़ेगी. निश्चित तौर पर एक युवा खिलाड़ी के लिए यह निराशाजनक है जिसने अपनी तकनीक और प्रतिभा से काफी प्रभावित किया हो.’’
टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ पिछले 8 साल से सीरीज जीत का इंतजार है. खास बात यह कि 2-0 की बढ़त के बाद अब यह तय हो गया कि टीम इंडिया सीरीजी हारेगी नहीं, भले ड्रॉ खेल ले. पिछला रिकॉर्ड देखें, तो 2011 में इंग्लैंड ने अपने देश में भारत को 4-1 से हराया था. उसने 2012 में टीम इंडिया को उसी की धरती पर 2-1 से हराया और 2014 में इंग्लैंड ने अपनी ही धरती पर भारत को 3-1 से हराया था.
(इनपुट भाषा से भी)
जब मोहाली में मैच खत्म होने के बाद कप्तान कुक से टीम के विश्राम संबंधित प्लान के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि खिलाड़ी मानसिक रूप से थके हुए हैं और उन्हें आराम की सख्त जरूरत है. दुबई जाने से उन्हें मानसिक शांति मिलेगी और वह हार के साये से बाहर निकल पाएंगे. (विराट कोहली ने धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी की, अन्य रिकॉर्ड...)
वास्तव में इंग्लैंड के खिलाड़ी दो मैचों में हार से काफी आहत हैं और अब वे आराम के लिये दुबई जा रहे हैं, क्योंकि अगला टेस्ट मैच आठ दिसंबर से मुंबई में खेला जाएगा. टीम के दुबई जाने के बारे में कुक ने कहा, ‘यह अवकाश सही समय पर मिला है. हमने लगातार तीन टेस्ट मैच खेले. हमारे पास एक सप्ताह का समय है और मुझे लगता है कि अधिकतर खिलाड़ी दुबई जा रहे हैं. मानसिक तौर यह क्रिकेट से विश्राम है. हम थोड़ा तरोताजा होकर वापसी करेंगे.’ (एलिस्टर कुक ने बताया हार का बड़ा फैक्टर)
इंग्लैंड की टीम चोट से भी परेशान है. उसे तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड की कमी मोहाली टेस्ट के दौरान काफी खली. ब्रॉड ने विशाखापटनम टेस्ट और राजकोट में शानदार गेंदबाजी की थी और उन्होंने यह दिखाया था कि भारतीय पिचों पर कैसे गेंदबाजी की जाती है. हालांकि उन्हें इसके बाद चोट लग गई और वह मोहाली टेस्ट से बाहर हो गए. अब इंग्लैंड के फॉर्म में चल रहे नवोदित ओपनर हसीब हमीद भी चोटिल हो गए हैं और उनकी चोट इतनी गंभीर है कि उन्हें सर्जरी के लिए इंग्लैंड जाना पड़ रहा है. मतलब वह सीरीज के अंतिम दो मैच नहीं खेल पाएंगे.
चोटिल हमीद ने मोहाली में इंग्लैंड की दूसरी पारी में ओपनिंग नहीं की थी और जब टीम संकट में थी, तो उन्होंने सातवें नंबर पर आकर टीम को बढ़त को 100 के पार पहुंचाया. हालांकि उनका यह प्रयास रंग नहीं ला पाया, क्योंकि अन्य बल्लेबाजों का साथ नहीं मिला. बल्लेबाजी फिर भी हमीद ने 59 रन की जोरदार पारी खेली.
कुक ने टीम की आठ विकेट से हार के बाद कहा, ‘‘उसके हाथ में फ्रैक्चर हो गया है और उसे फिक्स करने के लिए प्लास्टर की जरूरत पड़ेगी. निश्चित तौर पर एक युवा खिलाड़ी के लिए यह निराशाजनक है जिसने अपनी तकनीक और प्रतिभा से काफी प्रभावित किया हो.’’
टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ पिछले 8 साल से सीरीज जीत का इंतजार है. खास बात यह कि 2-0 की बढ़त के बाद अब यह तय हो गया कि टीम इंडिया सीरीजी हारेगी नहीं, भले ड्रॉ खेल ले. पिछला रिकॉर्ड देखें, तो 2011 में इंग्लैंड ने अपने देश में भारत को 4-1 से हराया था. उसने 2012 में टीम इंडिया को उसी की धरती पर 2-1 से हराया और 2014 में इंग्लैंड ने अपनी ही धरती पर भारत को 3-1 से हराया था.
(इनपुट भाषा से भी)
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