आर अश्विन ने पांच विकेट लिए। (सौजन्य : AFP)
कोलंबो टेस्ट के पांचवे दिन भारत ने श्रीलंका को 278 रन से हरा दिया। इस प्रकार भारत ने सीरीज 1-1 से बराबर कर ली। सीरीज का आखिरी और निर्णायक मैच 28 अगस्त से खेला जाएगा। टीम इंडिया अगर यह मैच जीत जाती है, तो वह श्रीलंका में 22 साल बाद सीरीज पर कब्जा जमाकर इतिहास रचेगी।
कप्तान के रूप में कोहली की पहली टेस्ट विजय
कोलंबो टेस्ट की जीत से कप्तान के रूप में विराट कोहली का भी खाता खुल गया। उन्हें पहली टेस्ट जीत मिली। गौरतलब है कि लगातार अच्छा प्रदर्शन करने बाद भी उनकी कप्तानी में टीम जीत नहीं पा रही थी।
श्रीलंकाई धरती पर पांच साल बाद मिली जीत
टीम इंडिया को श्रीलंका की धरती पर 5 साल बाद और पी सारा ओवल मैदान पर लगातार दूसरी जीत मिली है। इससे पहले अगस्त, 2010 में भारत ने श्रीलंका को इसी मैदान पर 5 विकेट से हराया था।
अश्विन ने बनाया रिकॉर्ड
भारत की ओर से आर अश्विन ने पांच विकेट लिए, वहीं अमित मिश्रा को तीन विकेट मिले, जबकि उमेश यादव और ईशांत शर्मा को एक-एक सफलता मिली। अब अश्विन श्रीलंका में किसी सीरीज में सबसे ज्यादा 17 विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं, इससे पहले यह रिकॉर्ड हरभजन सिंह के नाम था। उन्होंने 16 विकेट लिए थे। इसके अलावा अश्विन ने टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट लेने का कारनामा 12वीं बार कर दिखाया।
श्रीलंका महज 134 रन पर ऑलआउट
भारत द्वारा दिए गए 413 रन के विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए श्रीलंकाई टीम महज 134 रन पर ऑलआउट हो गई। श्रीलंका का अंतिम विकेट दशमंता चमीरा के रूप में गिरा। उन्हें अमित मिश्रा ने पगबाधा आउट किया, जबकि रंगना हेराथ 4 रन बनाकर नाबाद रहे।
श्रीलंकाई टॉप ऑर्डर रहा नाकाम
पांचवे दिन का खेल शुरू होते ही श्रीलंकाई कप्तान एंजेलो मैथ्यूज दिन के पहले ओवर की पहली ही गेंद पर आउट हो गए। उन्हें तेज गेंदबाज उमेश यादव ने केएल राहुल को कैच कराया।
मैथ्यूज के बाद बल्लेबाजी करने आए पहले टेस्ट के हीरो दिनेश चंडीमल भी कुछ खास नहीं कर सके और अमित मिश्रा की गेंद पर 15 रन पर बोल्ड हो गए। इसके बाद आर अश्विन ने लहिरु थिरिमाने (7) को पैवेलियन का रास्ता दिखाया। जेहान मुबारक और धम्मिका प्रसाद बिना खाता खोले ही आउट हो गए।
श्रीलंका की ओर से दिमुथ करुणारत्ने ने जरूर कुछ संघर्ष किया, लेकिन वह भी अश्विन की घूमती गेंदों के आगे दिक नहीं सके और 46 रन पर आउट हो गए।
इससे पहले चौथे दिन दूसरी पारी में एक बार फिर श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और ओपनर कौशल सिल्वा एक रन बनाकर आर अश्विन की गेंद पर स्टुअर्ट बिन्नी को कैच दे बैठे। इसके बाद सभी की निगाह संगकारा पर टिकी थी। उन्हें जल्द ही अपनी आखिरी पारी खेलने के लिए क्रीज पर आना पड़ा, लेकिन वह महज 18 गेंदों में 18 रनों की पारी खेलकर पवेलियन लौट गए। उन्हें आर अश्विन की गेंद पर मुरली विजय ने कैच किया।
भारत ने दिया विशाल लक्ष्य
इससे पहले भारत ने आठ विकेट के नुकसान पर 325 रन बनाकर पारी घोषित कर दी। इस प्रकार श्रीलंका के सामने जीत के लिए 413 रन की बड़ी चुनौती रखी। गेंदबाजी में श्रीलंका की ओर से थारिंदु कौशल और धम्मिका प्रसाद ने चार-चार विकेट लिए।
विदेशी मैदान पर एक बार फिर छाए रहाणे
चौथे दिन का आकर्षण दाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे का शतक रहा। यह उनका चौथा टेस्ट शतक है। गौरतलब है कि रहाणे ने अपने सभी शतक विदेशी जमाीन पर बनाए हैं। वह 126 बनाकर आउट हुए। उनके बाद बल्लेबाजी करने आए रिद्धिमान साहा 5 रन पर रिटायर्ड हर्ट हो गए, वहीं स्टुअर्ट बिन्नी ने 17 और आर अश्विन ने 19 रन बनाए।
विजय ने खेली 82 रन की पारी
इससे पहले दिन की शुरुआत में मुरली विजय और अजिंक्य रहाणे ने भारतीय पारी को शनिवार के स्कोर 70/1 विकेट से आगे बढ़ाया और 140 रनों की पार्टनरशिप करते हुए भारत का स्कोर एक विकेट पर 143 रन पहुंचा दिया। मुरली विजय 82 के स्कोर पर थारिंदु कौशल का शिकार हुए।
कोहली-रोहित ने किया निराश
विजय के बाद बल्लेबाजी करने आए कप्तान विराट कोहली 10 रन पर ही थारिंदु कौशल की गेंद पर चकमा खा गए और पगबाधा आउट हो गए। रोहित शर्मा भी कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके और 34 रन पर कौशल की गेंद पर जेहान मुबारक को कैच थमा दिया। रिद्धिमान साहा (13) और उमेश यादव (4) नाबाद रहे।