उमेश यादव और वरुण एरॉन को करनी होगी सटीक गेंदबाजी
नई दिल्ली:
वरुण एरॉन, उमेश यादव। श्रीलंका दौरे पर दोनों तेज़ गेंदबाज़ों का बड़ा इम्तिहान होगा। वरुण ने अब तक सिर्फ़ 6 टेस्ट खेले हैं जबकि उमेश को 13 टेस्ट का अनुभव है। वरुण और उमेश की गेंदों में तेज़ी की कमी नहीं है लेकिन तेज़ी हासिल करने के चक्कर में कई बार दोनों को लाइन-लेंथ के लिए संघर्ष करते देखा गया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ये साफ़ देखा जा सकता था। वरुण ने 2 टेस्ट में 5 विकेट लिए तो उमेश ने 3 टेस्ट में 11 विकेट।
टीम इंडिया के गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण मानते हैं कि श्रीलंका में तेज़ी के साथ लाइन-लेंथ बरक़रार रखना दोनों के लिए बड़ी चुनौती होगी।
भरत अरुण ने कहा, 'मैं लाइन-लेंथ के लिए तेज़ी कम करने की सलाह नहीं दूंगा। लोगों का ये सोचना कि तेज़ गेंदबाज़ अनियमित गेंदबाज़ी करते हैं तो ये ग़लत है। अगर आप अच्छे एक्शन और सोच से गेंदबाज़ी करते तो सफल रहेंगे। वरुण और उमेश के लिए श्रीलंका में तेज़ी के साथ अच्छी गेंदबाज़ी करना चुनौती होगी।'
लाइन-लेंथ के मामले में भुवनेश्वर कुमार का कोई ज़ोर नहीं रहा है। पिछले कुछ समय से ख़राब दौर से गुज़र रहे भुवी ने फ़ॉर्म में वापसी कर ली है जो भारत के लिए राहत की बात है।
भरत अरुण के मुताबिक भुवी गेंद को रिलिज़ करने के समय ठीक से गेंद नहीं कर पा रहे थे जिसकी वजह से उनका फ़ॉर्म ख़राब रहा। अब भुवनेश्वर ने कड़ी मेहनत की है और गेंदबाज़ी में थोड़ा बदलाव कर पहले से बेहतर गेंदबाज़ी कर रहे हैं।
वैसे दौरे पर अनुभव के मामले में ईशांत शर्मा सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं। ऐसे में उम्मीद है टीम के युवा गेंदबाज़ों को इसका फ़ायदा होगा और टीम इंडिया के गेंदबाज़ अपना दम दिखाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ये साफ़ देखा जा सकता था। वरुण ने 2 टेस्ट में 5 विकेट लिए तो उमेश ने 3 टेस्ट में 11 विकेट।
टीम इंडिया के गेंदबाज़ी कोच भरत अरुण मानते हैं कि श्रीलंका में तेज़ी के साथ लाइन-लेंथ बरक़रार रखना दोनों के लिए बड़ी चुनौती होगी।
भरत अरुण ने कहा, 'मैं लाइन-लेंथ के लिए तेज़ी कम करने की सलाह नहीं दूंगा। लोगों का ये सोचना कि तेज़ गेंदबाज़ अनियमित गेंदबाज़ी करते हैं तो ये ग़लत है। अगर आप अच्छे एक्शन और सोच से गेंदबाज़ी करते तो सफल रहेंगे। वरुण और उमेश के लिए श्रीलंका में तेज़ी के साथ अच्छी गेंदबाज़ी करना चुनौती होगी।'
लाइन-लेंथ के मामले में भुवनेश्वर कुमार का कोई ज़ोर नहीं रहा है। पिछले कुछ समय से ख़राब दौर से गुज़र रहे भुवी ने फ़ॉर्म में वापसी कर ली है जो भारत के लिए राहत की बात है।
भरत अरुण के मुताबिक भुवी गेंद को रिलिज़ करने के समय ठीक से गेंद नहीं कर पा रहे थे जिसकी वजह से उनका फ़ॉर्म ख़राब रहा। अब भुवनेश्वर ने कड़ी मेहनत की है और गेंदबाज़ी में थोड़ा बदलाव कर पहले से बेहतर गेंदबाज़ी कर रहे हैं।
वैसे दौरे पर अनुभव के मामले में ईशांत शर्मा सबसे सीनियर खिलाड़ी हैं। ऐसे में उम्मीद है टीम के युवा गेंदबाज़ों को इसका फ़ायदा होगा और टीम इंडिया के गेंदबाज़ अपना दम दिखाएंगे।
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