दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहला टेस्ट हारने के बाद जहां एक बड़ा वर्ग हेड कोच गौतम गंभीर के पीछे पड़ा हुआ है, तो महान सनी गावस्कर ने उनका बचाव और समर्थन करते हुए कहा है कि ईडेन की पिच में कोई खराबी नहीं थी. और यहां भारत को कम से कम 5 विकेट हाथ में रहते हुए जीत हासिल करनी चाहिए थी. सनी ने कहा कि लोग इस स्पिन ट्रैक बता रहे हैं, लेकिन इसमें ऐसा कुछ नहीं था. खराब टेम्प्रामेंट और खराब तकनीक ने हमे नीचा दिखाया.
गावस्कर ने एक चैनल से बातचीत में कहा, 'ईडेन में भारत को वह पिच मिली, जो टीम प्रबंधन चाहता था. जब आप इस पिच पर चार दिन तक पानी नहीं देते, तो फिर कुछ ऐसा ही होता है, जो हमें देखने को मिला. ऐसे में क्यूरेटर सुजान मुखर्जी को दोष नहीं दिया जा सकता.' वहीं, गावस्कर ने हेड कोच गौतम गंभीर का बचाव करते उनका समर्थन भी किया.
सनी बोले, 'पिच के लिए कोच को दोष नहीं ही देना चाहिए. मैं गंभीर की इस बात से पूरी तरह सहमत हूं कि इस पिच पर 124 के लक्ष्य हासिल किया जा सकता था. इसके लेकर दो राय नहीं ही है.' अपने समय के दिग्गज ओपनर ने कहा, 'बड़ी संख्या में लोग पिच के बर्ताव के बारे में बात कर रहे हैं. लेकिन अगर आप साइमन हार्मर के ओवर देखेंगे, तो कोई बताएगा कि उसकी कितनी गेंद टर्न हुईं? वह बहुत ही अच्छा मिश्रण कर रहे थे. इस गेंदबाज ने सीधी गेंद फेंकी और कुछ गेंद टर्न कराईं.' सनी ने बल्लेबाजों से और बेहतर एप्रोच की अपील की.
गावस्कर ने कहा, 'यह बहुत ज्यादा टर्निंग पिच नहीं थी. यह एक ऐसी पिच थी, जहां बल्लेबाजों को ऐसे बैटिंग करनी थी मानो वह पांच दिनी मैच खेल रहे हों. यहां आपको वनडे या टी20 मैच की तरह बैटिंग करने की जरूरत नहीं थी, जहां हर तीन गेंद बाद आप शॉट खेलने की कोशिश करते हैं. यही मुख्य मुद्दा है. निश्चित रूप से आपकी बल्लेबाजी देखते हुए कम से कम पांच विकेट हाथ में रहते 124 का लक्ष्य हासिल किया जा सकता था. मैं गंभीर के साथ पूरी तरह सहमत हूं कि पिच में कोई खराबी नहीं थी.
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