Joe Root century: रांची में जारी चौथे टेस्ट मैच में मेजबान भारत के खिलाफ दूसरे दिन की समाप्ति पर अगर इंग्लैंड की टीम ड्राइविंग सीट पर रही, तो उसके पीछे बड़ा योगदान पूर्व कप्तान जो. रूट (Joe Root) का रहा, जिन्होंने टीम के 353 के स्कोर में नाबाद 122 रन का योगदान दिया. संदेह नहीं कि रूट की यह पारी खासी निर्णायक भी साबित हो सकती है. बहरहाल, रूट की बेहतरीन बल्लेबाजी के बीच पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने अपने ही अंदाज में इंग्लैंड के पूर्व कप्तान की खिंचाई की.
कमेंट्री के दौरान गावस्कर ने जो. रूट की जमकर खिंचाई करते हुए कहा कि पूर्व कप्तान ने एक सटीक टेस्ट पारी खेली, लेकिन भारतीय दिग्गज बोले कि वह रूट को रिवर्स स्कूप से शतक बनाते हुए देखना चाहते थे. अब जबकि ऐसा नहीं हुआ, तो वह निराश हैं. सनी ने कहा कि निश्चित तौर पर यह शानदार पारी थी. यह पूरी तरह से सधी हुई टेस्ट पारी थी. एक पारंपरिक टेस्ट पारी. लेकिन मैं कहूंगा कि मैं थोड़ा निराश हूं. म
सनी बोले कि मैं निराश हूं क्योंकि मैं वास्तव में रूट को रिवर्स स्कूप लगाकर शतक पूरा करते हुए देखना चाहता था. आप पहले 99 का आंकड़ा छूते, फिर रिवर्स स्कूप खेले और फिर शतक बनाने. ऐसा होते ही स्टेडियम में जमा हजारों दर्शक रूट..रूट करते. खासकर वो लोग, तो बॉक्स के दाईं तरफ बेठे हैं (इंग्लैंड का कमेंट्री बॉक्स)
इंग्लिश अखबार ने की थी ऐसी सख्त टिप्पणी
राजकोट में तीसरे टेस्ट में जब रूट रिवर्स स्कूप खेलने की कोशिश में आउट हुए थे, तो उन्हें तीखी आलोचना झेलनी पड़ी थी. टेलीग्राफ के लेखर स्काइल्ड बेरी ने तो इसे इंग्लैंड क्रिकेट इतिहास का 'सबसे बेवकूफाना' शॉट करार दिया था.
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