ऑस्ट्रेलिया की तरफ से चौथे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में सर्वाधिक रन बनाने वाले मार्नस लाबुशेन ने रविवार को कहा कि भारत के लिए ऐसे विकेट पर लक्ष्य का पीछा करना मुश्किल हो सकता है जिसमें असमान उछाल है. ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन का खेल समाप्त होने तक अपनी दूसरी पारी में नौ विकेट पर 228 रन बनाए हैं और उसकी कुल बढ़त 333 रन की हो गई है. लाबुशेन ने सर्वाधिक 70 रन बनाए जबकि निचले क्रम में पैट कमिंस (41), नाथन लियोन (नाबाद 41) और स्कॉट बोलैंड (नाबाद 10) ने उपयोगी योगदान दिया.
पांचवें दिन पिच बदलेगी अपना 'रंग' !
लाबुशेन से जब पूछा गया कि पांचवें दिन पिच का व्यवहार कैसा होगा, उन्होंने कहा,"मेरा मानना है की पहली पारी में पिच से कुछ मूवमेंट मिल रहा था. निश्चित रूप से पहले 40 से 50 ओवर तक रन बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ा लेकिन खेल आगे बढ़ने के साथ उछाल कम और असमान हो गई. इसलिए हमने देखा कि अधिकतर गेंद विकेट को निशाना बनाकर की गई." उन्होंने कहा,"सीम मूवमेंट शायद पहले जैसा ही है लेकिन अब कम गेंद उछाल ले रही है और ऐसे में बल्लेबाजी करना मुश्किल हो जाता है."
ऑस्ट्रेलिया घोषित करेगी पारी?
लाबुशेन ने यह नहीं बताया कि उनकी टीम कल सुबह मौजूदा स्कोर पर ही पारी समाप्त की घोषणा करेगी या नहीं लेकिन उन्होंने यह जरूर कहा कि चौथे दिन उनकी टीम ने रणनीति पर अमल किया. उन्होंने कहा,"मुझे बहुत खुशी हुई कि आप सोचते हैं कि मुझे यह पता है कि हमारी टीम पारी समाप्ति की घोषणा करेगी या नहीं."
लाबुशेन ने कहा,"जाहिर तौर पर हमारे लिए एकदम सही परिणाम था. हमें लग रहा था कि हम गेंदबाजी करके उन पर दबाव बनाएंगे लेकिन जिस तरह से उन्होंने गेंदबाजी की और हमें 40–50 ओवर तक दबाव में रखा उसे देखते हुए पारी समाप्ति की घोषणा करने का हमारे पास विकल्प नहीं था. हम अभी जिस स्थिति में है उसके लिए निचले क्रम को बहुत अधिक श्रेय दिया जाना चाहिए."
चौथे दिन बुमराह का रहा जलवा
जसप्रीत बुमराह की तूफानी गेंदबाजी के बाद निचले क्रम की उम्दा बल्लेबाजी से ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ चौथे क्रिकेट टेस्ट के चौथे दिन दूसरी पारी में नौ विकेट पर 228 रन बनाकर अपनी कुल बढ़त 333 रन करके मैच पर शिकंजा कस दिया. ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 105 रन की बढ़त हासिल करने के बाद बुमराह (56 रन पर चार विकेट) और मोहम्मद सिराज (66 रन पर तीन विकेट) की धारदार गेंदबाजी के सामने दूसरी पारी में 91 रन तक छह विकेट गंवा दिए थे.
मार्नस लाबुशेन (139 गेंद में 70 रन) और कप्तान पैट कमिंस (90 गेंद में 41 रन) ने इसके बाद सातवें विकेट के लिए 57 और फिर नाथन लियोन (54 गेंद में नाबाद 41) और स्कॉट बोलैंड (65 गेंद में नाबाद 10) ने अंतिम विकेट के लिए 55 रन की अटूट साझेदारी करके टीम की कुल बढ़त को 300 रन के पार पहुंचाया. ऑस्ट्रेलिया के आठवें, 10वें और 11वें नंबर के बल्लेबाजों ने लगभग 35 ओवर बल्लेबाजी की और अगर भारतीय बल्लेबाज अंतिम दिन शानदार प्रदर्शन नहीं करते हैं तो मेजबान टीम के निचले क्रम का यह प्रदर्शन निर्णायक साबित हो सकता है.
बुमराह ने इस दौरान 19.56 के औसत से 200 टेस्ट विकेट भी पूरे किए. उन्होंने सटीक लेंथ, परेशान करने वाली उछाल और अंतिम समय में मिल रही मूवमेंट से विरोधी बल्लेबाजों को काफी परेशान किया लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने अंतिम सत्र में टीम का पलड़ा भारी रखने का मौका गंवा दिया.
बुमराह हालांकि दुर्भाग्यशाली भी रहे जब लियोन के रूप में पारी में पांचवां विकेट नहीं ले पाए क्योंकि गेंदबाजी करते हुए उनका पैर क्रीज से बाहर निकल गया और यह नोबॉल हो गई. लोकेश राहुल ने तब स्लिप में कैच लपक लिया था. भारत के लिए जीत अब भी असंभव नहीं है लेकिन इसके लिए उसे अपने सीनियर बल्लेबाजों और ऋषभ पंत से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
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