एडिलेड में शानदार शतक बनाने वाले और भारत की दूसरी 'वॉल' के नाम से मशहूर हो चलते चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) ने मेलबर्न (Melbourne Cricket Ground, Melbourne) में खेले जा रहे तीसरे टेस्ट के दूसरे दिन (मैच रिपोर्ट) में एक बार फिर से दिखाया कि वह क्यों टीम इंडिया के श्रीमान भरोसेमंद हैं. पुजारा ने टेस्ट के दूसरे दिन अपने करियर का 17वां शतक जड़ा, तो इसके साथ कुछ रिकॉर्ड भी उनके हिस्से में आए. लेकिन एक रिकॉर्ड ऐसा भी आया, जिसके चलते उन्हें करियर में नियमित अंतराल में आलोचना भी झेलनी पड़ती रही है. बहरहाल, पुजारा के इस रिकॉर्ड ने एडिलेड में भी टीम इंडिया का भला किया, तो अब मेलबर्न में भी. ऐसे में इस बात के मायने नहीं कि आलोचक उनकी पारियों को किस नजर से देखते हैं.
For the first time, Cheteshwar Pujara has scored two hundreds in a series outside Asia. #ChhodnaMat #AUSvIND #SPNSports pic.twitter.com/EoodnvSOMK
— SPN- Sports (@SPNSportsIndia) December 27, 2018
पुजारा अपनी पारी में 319 गेंदों पर 10 चौकों से 106 रन बनाकर आउट हुए. लेकिन इससे पहले ही 17वां शतक जड़ने के साथ ही पुजारा कारनामा कर चुके थे. दरअसल पुजारा ने 280 गेंदों पर अपना 17वां शतक पूरा किया. और इसी के साथ ही यह उनके करियर का अभी तक का सबसे धीमा शतक बन गया. इसी के साथ आपको जानकारी दे दें कि विदेशी जमीं पर पुजारा द्वारा जड़ा गया यह 7वां शतक रहा. इन सात में उन्होंने दो शतक कोलंबो के एसएससी में, तो एक-एक शतक जोहानिसबर्ग, गॉल, साउथंप्टन, एडिलेड और मेलबर्न में जड़ा है.
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Cheteshwar Pujara's 106 and fifties from Virat Kohli and Rohit Sharma power India to 443/7d on Day 2 of the third Test.
— ICC (@ICC) December 27, 2018
Can they press their advantage tomorrow?#AUSvIND REPORT https://t.co/ZrRapB0ytQ pic.twitter.com/El6jC1TdJi
पुजारा की धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना होती रही है. टीम मैनेजमेंट ने उनकी धीमे स्ट्राइकरेट का हवाला देते हुए विंडीज के साल 2017 के दौरे में उन्हें टीम से ड्रॉप भी कर दिया था. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई जमीं पर यह पुजारा का धीमापन ही है, जिसने पहले एडिलेड में खेले गए पहले टेस्ट में भारत को जीत दिलाई, तो अब मेलबर्न में उन्होंने विराट के साथ एक बेहतरीन साझेदारी करते हुए भारत को पहली पारी में 443 के स्कोर तक पहुंचने में अहम योगदान दिया. बहरहाल पुजारा के 'रिकॉर्ड विशेष' पर लौटते हैं. यह रिकॉर्ड है 1 जनवरी साल 2017 के बाद से टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा गेंद खेलने का.
VIDEO: ऑस्ट्रेलिया रवाना होने से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली
इस अवधि के बाद से चेतेश्वर पुजारा टेस्ट क्रिकेट में चार हजार गेंदों का सामना करने वाले क्रिकेट जगत के इकलौते बल्लेबाज हैं. इस तारीख के बाद से पुजारा ने 40 पारियों में 4633 गेंदों का सामना किया है. मतलब उन्होंने हर पारी में औसतन 116 गेंदें खेली हैं. पुजारा के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली का नंबर आता है. विराट ने 1 जनवरी साल 2017 के बाद से 39 पारियों में 3796 गेंदों का सामना किया है.
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