World Test Championship Final scenarios: भारत को दूसरे टेस्ट मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 113 रनों से बड़ी हार का सामना करना पड़ा, जिससे उसकी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (डब्ल्यूटीसी) की उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है. अब वह तालिका में दूसरे स्थान पर काबिज ऑस्ट्रेलिया पर मामूली बढ़त बनाए हुए है. न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले दो टेस्ट में हार के बावजूद भारत 13 मैचों के बाद 98 अंकों के साथ शीर्ष पर बना हुआ है जबकि ऑस्ट्रेलिया के पास 90 अंक हैं और वह दूसरे स्थान पर है. हालांकि, एक दशक से भी अधिक समय में घरेलू मैदान पर पहली सीरीज हारने के बाद भारत का अंक प्रतिशत गिरकर 62.82 हो गया है. दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया 62.50 प्रतिशत अंकों के साथ दूसरे नंबर पर है.
तीन मैचों की सीरीज पहले ही अपने नाम कर चुकी न्यूजीलैंड टीम भारत पर लगातार जीत के साथ डब्ल्यूटीसी स्टैंडिंग में चौथे स्थान पर पहुंच गई है. उनके पास तीसरे स्थान पर मौजूद श्रीलंका के समान 60 अंक हैं, लेकिन अंक प्रतिशत में वे पीछे हैं. वर्तमान में, दक्षिण अफ्रीका सात टेस्ट मैचों में 40 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर है. जो क्रमशः इंग्लैंड, पाकिस्तान, बांग्लादेश और वेस्टइंडीज से ऊपर है. अब भारत के लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाना चुनौतीपूर्ण हो गया है. टीम इंडिया के पास अब छह टेस्ट मैच बचे हैं, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच टेस्ट मैच भी शामिल हैं.
फाइनल में कैसे पहुंचेगा भारत (Team India WTC Final Qualification scenario)
न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के दो मैच हारने का मतलब है कि भारत लगातार तीसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने के लिए अब और अधिक गलती नहीं कर सकता. भारत को अब मुंबई में होने वाले टेस्ट को जीतना होगा और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज उसे टेस्ट सीरीज कम से कम 3-2 से अंतर से जीतनी होगी. अगर ऐसा होता है तो भारत का जीत प्रतिशत 64.04 तक पहुंच जाएगा. लेकिन इस दौरान टीम को ध्यान रखना होगा कि वो कोई और धीमी ओवर गति को लेकर कोई अंक ना गंवाए.
भारत को यहां से छह टेस्ट खेलने हैं और अगर वह इनमें से तीन जीतता है और तीन हारता है तो वह 58.77 प्रतिशत पर अपने अभियान का अंत करेगा. ऐसी स्थिति में इसकी संभावना अधिक है कि वह ऑस्ट्रेलिया, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड से पीछे रहे. ऐसे में भारत के पास गलती की कोई गुंजाईश नहीं है. लेकिन अगर टीम इंडिया यहां से चार से अधिक मैच जीतने में सफल होती है तो वह आसानी से फाइनल में पहुंच जाएगी. हालांकि, अगर भारत तीन मैच जीत पाता है, तो ऐसी स्थिति में उसे शीर्ष मुकाबले के लिए अन्य टीमों पर निर्भर रहना पड़ेगा..
न्यूजीलैंड के क्या हैं चांस
इस टेस्ट सीरीज की शुरुआत से पहले न्यूजीलैंड के फाइनल में पहुंचने की संभावना काफी कम थी. अगर न्यूजीलैंड अपने बचे हुए बाकी सभी मैच जीत जाती है तो उसका जीत प्रतिशत 64.29 का हो जाएगा. हालांकि, यह उनको फाइनल का टिकट नहीं दिलाएगा, लेकिन रेस में बनाए रखेगा. लेकिन अगर न्यूजीलैंड एक भी टेस्ट हारती है तो वह रेस से बाहर हो जाएगी क्योंकि उसका जीत प्रतिशत 57.14 का हो जाएगा. न्यूजीलैंड 1 नवंबर से मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट के बाद इंग्लैंड के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की घरेलू सीरीज खेलेगा.
दक्षिण अफ्रीका को भी उम्मीद
दक्षिण अफ्रीका को अभी पांच टेस्ट खेलने हैं और वो अगर अपने बचे हुए सभी टेस्ट जीत जाता है तो उसके 69.44 प्रतिशत जीत अंक होंगे, जो फाइनल में पहुंचने के लिए काफी होंगे, क्योंकि भारत या ऑस्ट्रेलिया में से कोई एक टीम ही इस जीत प्रतिशत को पार कर पाएगी. लेकिन अगर टीम चार मैच जीतती है और एक ड्रा करती है तो उसके 63.89 प्रतिशत जीत अंक होंगे. जबकि एक हार उसके जीत प्रतिशत को 61.11 पर ला देगी, जो फाइनल के लिए काफी नहीं होगा. हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के लिए अच्छी बात यह है कि उसे अभी बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट खेलना है, जबकि श्रीलंका और पाकिस्तान के खिलाफ (दोनों के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज) उसे अपने घरेलू सरजमीं पर खेलना है.
पाकिस्तान रेस से बाहर
पाकिस्तान ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में शानदार वापसी की है और उसे सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है. लेकिन उन्होंने वापसी करने में काफी देरी कर दी है. पाकिस्तान को अभी दो मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उसकी धरती पर और दो टेस्ट वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी धरती पर खेलने हैं और अगर वो चारों में जीत जाती है तो उसका जीत प्रतिशत 52.38 का होगा. ऐसे में उसके फाइनल में पहुंचने की संभावना लगभग ना के बराबर है, लेकिन तकनीकि आधार पर वो अभी रेस में है.
श्रीलंका को चमत्कार की उम्मीद
न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पूरे 24 अंक बटोरकर श्रीलंका ने इस पूरे सीमकरण को एकदम ना सिर्फ बदल दिया बल्कि दिलचस्प भी बना दिया. श्रीलंका फाइनल की रेस में हैं और उसके बचे हुए चारों टेस्ट उन टीमों के खिलाफ हैं, जो फाइनल में पहुंचने की प्रवल दावेदारों में से एक हैं. श्रीलंका अगर अपने बचे हुए सभी टेस्ट जीतती है तो उसके 69.23 प्रतिशत जीत अंक होंगे और वो फाइनल में पहुंच जाएगा, फिर चाहे बाकी टीमों के परिणाम जो भी हो. लेकिन अगर श्रीलंका तीन मैच जीते और एक हारे तो उसका जीत प्रतिशत 61.54 का होगा. जो उन्हें फाइनल के लिए क्वालीफाई करने के स्पॉट में रखेगा. लेकिन उसे बाकी टीमों के परिणाम पर निर्भर रहना पड़ेगा.
ऑस्ट्रेलिया छोड़ सकती है सबको पीछे
भारत और न्यूजीलैंड के बीच टेस्ट सीरीज की शुरुआत से पहले फाइनल के दो ही दावेदार नजर आ रहे थे, भारत और दूसरा ऑस्ट्रेलिया. हालांकि, भारत की हार से अगर किसी को सबसे अधिक फायदा हुआ है तो वो है ऑस्ट्रेलिया. ऑस्ट्रेलिया को अभी सात टेस्ट खेलने हैं, जिसमें पांच भारत के खिलाफ और दो श्रीलंका के खिलाफ हैं. भारत के खिलाफ 3-2 की जीत और श्रीलंका के खिलाफ 1-0 की जीत, उनके जीत प्रतिशत को 62.28 पर पहुंचा देगी, जिसका मतलब होगा कि उनका जीत प्रतिशत भारत से अधिक होगा.
न्यूजीलैंड इस आंकड़े से आगे निकल सकती है, लेकिन उसे सभी जीतने होंगे. अगर वो एक भी हारती है तो ऐसी स्थिति में दक्षिण अफ्रीका एकमात्र ऐसी टीम होगी, जो ऑस्ट्रेलिया को जीत प्रतिशत के मामले में पीछे छोड़ सकती है. अगर ऑस्ट्रेलिया अपने बचे हुए सभी मैचों में से कम से कम पांच जीत लेता है तो वो आसानी से फाइनल के लिए क्वालिफाई कर लेगा, ऐसी में उसे बाकी टीमों के परिणाम पर निर्भर नहीं रहना होगा. हालांकि, ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज अगर 0-0 पर समाप्त हुई, यानि सीरीज के दोनों मैच ड्रा हुए तो पूरा समीकरण ही पलट जाएगा.
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