AB de Villiers on Capetown Pitch: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज समाप्त हो चुकी है. दक्षिण अफ्रीका ने सीरीज का पहला मुकाबला पारी और 32 रनों से अपने नाम किया था, जबकि दूसरे मैच में टीम इंडिया ने 7 विकेट से जीत दर्ज की. इसके साथ ही यह सीरीज 1-1 से बराबरी पर छूटी. भारतीय टीम अभी तक दक्षिण अफ्रीका में कोई टेस्ट सीरीज नहीं जीत पाई है. हालांकि, कई पूर्व क्रिकेटरों ने इसका कारण बताया है कि टीम यहां पर दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलती है, और यह इसके पीछे अहम कारण है. वहीं अब दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स ने भी इसको लेकर निराशा जताई है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका ने हालिया टेस्ट सीरीज में केवल दो मैच खेले. प्रोटियाज़ ने केवल दो टेस्ट मैचों के लिए भारत की मेजबानी की और सीरीज 1-1 से बराबरी पर समाप्त हुई. एबी डिविलियर्स ने यह भी माना कि टेस्ट क्रिकेट को बचाने के लिए कुछ विशेष उपाय करने की जरुरत है. इसके साथ ही उन्होंने केपटाउन की पिच को बल्लेबाजी के लिए स्टैंडर्ड विकेट बताया.
एबी डिविलियर्स ने हाल ही में अपने यू-ट्यूब चैनल पर अपलोड किए वीडियो में दो टेस्ट मैचों की सीरीज को लेकर कहा,"मैं इस बात से खुश नहीं हूं कि कोई तीसरा टेस्ट नहीं होगा. आपको इसके लिए दुनिया भर में चल रहे टी20 क्रिकेट को दोष देना होगा. मैं नहीं जानता कि किसे दोष दूं लेकिन मुझे निश्चित रूप से लगता है कि कुछ गलत है. अगर आप सभी टीमों को प्रतिस्पर्धा करते हुए देखना चाहते हैं और देखना चाहते हैं कि कौन सबसे अच्छी टीम है, कुछ बदलना होगा."
केपटाउन में भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सीरीज का दूसरा मैच खेला गया था और यह मुकाबला केवल दो दिनों के अंदर ही समाप्त हो गया था. इसके बाद से पिच को लेकर काफी बात हुई. हालांकि, डिविलियर्स ने न्यूलैंड्स की पिच को लेकर कोई हैरानी नहीं जाहिर कि और उन्हें कहा कि पहले सेशन में सावधानी से खेलने के बाद, पिच पर बल्लेबाजी आसान होती.
डिविलियर्स ने केपटाउन पिच को लेकर कहा,"मेरी राय में यह (केप टाउन) काफी स्टॉक-स्टैंडर्ड विकेट था. मुझे याद है कि पहले दिन मैं वहां उछल-कूद कर रहा था. अगर आप पहले दिन का पहला सत्र ही पूरा कर लेते हैं, तो यह आसान हो जाता है. यदि आप उन खिलाड़ियों को देखें जो अपने शॉट्स खेल रहे थे और गेंद के पीछे नहीं भाग रहे थे, वे ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे." डिविलियर्स ने आगे कहा,"मुझे याद है कि बेन स्टोक्स ने वहां दोहरा शतक लगाया था. मैंने खुद वहां कुछ शतक लगाए थे. आप फिलेंडर, बुमराह, सिराज, रबाडा जैसे गेंदबाजों को ऑफ स्टंप पर गेंदबाजी करने की इजाजत नहीं दे सकते."
जहां केपटाउन में सभी बल्लेबाज संघर्ष करते नजर आए, एडन मार्करम एकमात्र ऐसे बल्लेबाज रहे, जिन्होंने इस टेस्ट में शतक जड़ा. मार्करम ने आक्रमक बल्लेबाजी की और डिविलियर्स इसी की ओर इशारा कर रहे थे. हालांकि, मैच के दौरान सभी बल्लेबाज गुड लेंड थे अत्यधिक उछाल लेती गेंदों के कारण परेशान दिखे. दक्षिण अफ्रीकी कप्तान डीन एल्गर ने भी माना कि उन्होंने कभी भी केपटाउन में इस तरह की विकेट पहले नहीं दिखी थी.
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