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कैसे सूर्यकुमार यादव को मिली कप्तानी? कुछ यूं हार गए हार्दिक पंड्या, भरोसा बना 'ब्रह्मास्त्र'

Suryakumar Yadav Pip Hardik Pandya For Captaincy: पंड्या को कमान नहीं सौपें जाने के पीछे की मुख्य वजह उनकी फिटनेस समस्या बताई जा रही है. इसके अलावा यादव को कप्तान बनाए जाने के पीछे खिलाड़ियों का उनपर भरोसा भी रहा.

कैसे सूर्यकुमार यादव को मिली कप्तानी? कुछ यूं हार गए हार्दिक पंड्या, भरोसा बना 'ब्रह्मास्त्र'
Suryakumar Yadav

Suryakumar Yadav Pip Hardik Pandya For Captaincy: महीने की आखिरी सप्ताह में भारतीय टीम श्रीलंका का दौरा करने वाली है. यहां दोनों टीमों के बीच क्रमशः 3-3 मैचों की टी20 और वनडे सीरीज खेली जाएगी. आगामी दौरे के लिए भारतीय टीम का चुनाव भी हो चुका है. चयनकर्ताओं को सबसे ज्यादा मशक्कत टी20 फॉर्मेट में कप्तान चुनने के दौरान हुई. रोहित शर्मा के टी20 प्रारूप से संन्यास लेने के बाद ऐसी पूरी संभावना नजर आ रही थी कि हार्दिक पंड्या को टीम का अगला कप्तान नियुक्त कर दिया जाएगा. मगर जब टीम का ऐलान हुआ तो सूर्यकुमार यादव को टीम की कमान मिली, जबकि उप कप्तान के रूप में शुभमन गिल नजर आए.

पंड्या को कमान नहीं सौपें जाने के पीछे की मुख्य वजह उनकी फिटनेस समस्या बताई जा रही है. इसमें कोई दो राय नहीं है कि जब से पंड्या ने क्रिकेट खेलना शुरू किया है. तब से उनके साथ फिटनेस की समस्या रही है. यही वजह है कि मुख्य कोच और चयनकर्ता आगामी टी20 वर्ल्ड कप को ध्यान में रखते हुए सूर्यकुमार यादव के साथ आगे बढे. 

इसके अलावा इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक यादव को कप्तान बनाए जाने के पीछे खिलाड़ियों का उनपर भरोसा भी रहा. कप्तानी के मसले पर बीसीसीआई को खिलाड़ियों से जो 'फीडबैक' मिला वह यह था कि टीम के साथी खिलाड़ी पंड्या से ज्यादा यादव पर भरोसा करते हैं. इसके अलावा वह पंड्या की कप्तानी के बजाय सूर्या की कप्तानी में खुद को ज्यादा सहज पाते हैं.

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 2 दिनों में कई घंटों तक चली बैठक अन्य बैठकों से बिल्कुल अलग थी. क्योंकि इस बार कुछ गरमागरम बहस और कुछ मतभेद भी देखने को मिले. बैठक के दौरान खिलाड़ियों को कई बार कॉल किए गए और उनसे उनकी राय पूछी गई. उसके बाद कप्तान के पद पर निर्णय लिया गया. 

रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि यादव के मैनेजमेंट कौशल ने बीसीसीआई और चयनकर्ताओं को खासा प्रभावित किया. पिछले साल जब ईशान किशन ने दक्षिण अफ्रीका दौरे के दौरान बीच में ही भारतीय कैंप छोड़ने की बात कही तो यादव ने ही उन्हें रुके रहने के लिए मनाने की कोशिश की थी.

बताया जा रहा है कि यादव ने मौके का पूरा फायदा उठाने के लिए टीम के छोटे खिलाड़ियों से बात भी की है. इसके अलावा कप्तान बनाए जानें के पीछे एक मुख्य वजह यह भी रही कि यादव के बातचीत का तरीका रोहित जैसा ही है और खिलाड़ी उनसे बातचीत करने में सहज महसूस करते हैं. 

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