कोलकाता:
भारतीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में शुमार सौरव गांगुली ने आज अपना 41वां जन्मदिन सादगी से मनाया जबकि बेहाला स्थित उनके आवास के बाहर सुबह से ही स्कूली बच्चों और प्रशंसकों का बधाई देने के लिए तांता लगा रहा।
गांगुली आज सुबह सिंगापुर में व्यवसाय संबंधी एक बैठक में भाग लेकर लौटे, लेकिन उन्होंने समूह में आए अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया और उनके सामने केक काटा।
इस साल फरवरी में अपने पिता चंडीदास गांगुली के निधन के बाद गांगुली का यह पहला जन्मदिन था और वह काफी दुखी और भावुक दिखे।
उन्होंने कहा, मैं इस बार जन्मदिन नहीं मना रहा हूं। इस साल की शुरुआत दुखद रही। अपने प्रशंसकों को जन्मदिन पर संदेश में उन्होंने कहा, आप जो भी करें, उसमें कुछ हासिल करने की कोशिश करें। कुछ अलग हटकर करें वरना जिंदगी नीरस हो जाएगी। सुसना के जीबी मेमोरियल इंस्टीटयूट की क्रिकेट टीम बड़ा-सा केक और गुलदस्ता लेकर गांगुली के घर पहुंची थी, जबकि बेहाला में सौरव गांगुली फैन क्लब के 30 सदस्यों ने उन्हें ग्रामोफोन रिकार्ड से बनी घड़ी भेंट की।
क्लब के रतन हलधर ने कहा, हम दादा को तब से बधाई देते आए हैं जब वह भारत के कप्तान बने थे। हमारे लिए यह बड़ा दिन है और हम दादा के नाम पर मिठाइयां और केक बांटेंगे। इंस्टीटयूट के कोच शांतनु शाह ने कहा, दादा हम सभी के लिए प्रेरणा हैं। इन उदीयमान क्रिकेटरों के लिए यह बड़ा मौका है।
गांगुली आज सुबह सिंगापुर में व्यवसाय संबंधी एक बैठक में भाग लेकर लौटे, लेकिन उन्होंने समूह में आए अपने प्रशंसकों को निराश नहीं किया और उनके सामने केक काटा।
इस साल फरवरी में अपने पिता चंडीदास गांगुली के निधन के बाद गांगुली का यह पहला जन्मदिन था और वह काफी दुखी और भावुक दिखे।
उन्होंने कहा, मैं इस बार जन्मदिन नहीं मना रहा हूं। इस साल की शुरुआत दुखद रही। अपने प्रशंसकों को जन्मदिन पर संदेश में उन्होंने कहा, आप जो भी करें, उसमें कुछ हासिल करने की कोशिश करें। कुछ अलग हटकर करें वरना जिंदगी नीरस हो जाएगी। सुसना के जीबी मेमोरियल इंस्टीटयूट की क्रिकेट टीम बड़ा-सा केक और गुलदस्ता लेकर गांगुली के घर पहुंची थी, जबकि बेहाला में सौरव गांगुली फैन क्लब के 30 सदस्यों ने उन्हें ग्रामोफोन रिकार्ड से बनी घड़ी भेंट की।
क्लब के रतन हलधर ने कहा, हम दादा को तब से बधाई देते आए हैं जब वह भारत के कप्तान बने थे। हमारे लिए यह बड़ा दिन है और हम दादा के नाम पर मिठाइयां और केक बांटेंगे। इंस्टीटयूट के कोच शांतनु शाह ने कहा, दादा हम सभी के लिए प्रेरणा हैं। इन उदीयमान क्रिकेटरों के लिए यह बड़ा मौका है।
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