भारत (Team India) के पास इस वक्त तेज गेंदबाजों की फौज मौजूद है. नए और अनुभवी पेसर्स को मिलाकर क्रिकेट के हर फॉर्मेट के लिए कई विकल्प है. लेकिन इन सब के बीच उमरान मलिक (Umran Malik) ने अपनी तेज रफतार से अलग पहचान बनाई है. IPL 2022 में लगातार 150+ kmph की तेजी से गेंद फेंककर मलिक ने सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा. जम्मू के गेंदबाज ने 156.9 kmph की गेंद फेंक कर IPL में सबसे तेज भारतीय गेंदबाज होने का रिकॉर्ड (IPL Fastest Ball) भी अपने नाम किया है. उन्होंने पिछले सीजन खेले गए 14 मैच में 22 विकेट भी अपने नाम किए, जो पहले सीजन के हिसाब से शानदार है.
हालांकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद से वो महंगे साबित हुए हैं. इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया के महान तेज गेंदबाज ग्लेन मैकग्रा (Glenn McGrath) का मानना है कि पेस एक ऐसी चीज है जो सिखाई नहीं जा सकती. उन्होंने उमरान मलिक को सलाह दी है कि गेंद पर कंट्रोल पाने के लिए वो अपनी रफ्तार कम ना करें.
मैकग्रा ने क्रिकेट.कॉम को दिए इंटरव्यू में कहा, "शियर पेस यूनिक है. आप किसी को 150 से अधिक गेंदबाजी करना नहीं सिखा सकते, उन्हें स्वाभाविक रूप से ऐसा करने में सक्षम होना चाहिए. मुझे गेंदबाजों को नियंत्रण पाने के लिए धीमा होते देखने से नफरत है. मैं गेंदबाजों को नियंत्रण पर कड़ी मेहनत करते हुए, नेट्स में समय और प्रयास लगाकर अपने खेल को जानने के लिए शीर्ष गति से गेंदबाजी करते हुए देखना पसंद करता हूं. क्योंकि 150 किलोमीटर प्रति घंटे से ज्यादा की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले बहुत ही कम होते हैं. मुझे नियंत्रण पाने के लिए तेज गेंदबाजों को धीमा होते देखना पसंद नहीं है."
पूर्व तेज गेंदबाज ने कहा, "मैंने उमरान मलिक को ज्यादा खेलते नहीं नहीं देखा है, लेकिन यह तथ्य कि वह अच्छी गति से गेंदबाजी कर सकता है, प्रभावशाली है."
MRF पेस फाउंडेशन के निदेशक मैक्ग्रा ने आगे तेज गेंदबाजों के लिए टिप्स शेयर किए और बताया कि वे गति और ऊंचाई सहित कई विशेषताओं को कैसे देखते हैं.
उन्होंने कहा, “हम सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण, तेज गेंदबाजों की तलाश कर रहे हैं. आप किसी को एक या दो यार्ड तेज गेंदबाजी करना सिखा सकते हैं, लेकिन आप 130 किमी प्रति घंटे के तेज गेंदबाज को 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाले से नहीं बदल सकते. यह वैसा ही है जैसा होना चाहिए. यह उन प्रतिभाओं की पहचान करने के बारे में है जो तेज गेंदबाजी कर सकते हैं, लेकिन ऐसे लोग भी जो लंबे हैं, उछाल, स्विंग और सीम उत्पन्न कर सकते हैं. हम सभी अलग-अलग विशेषताओं को देखते हैं - यह चीजों के कौशल पक्ष के अंतर्गत आता है."
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई का मानना है कि एक खिलाड़ी को कड़े वर्क एथिक का पालन करना होता है और अपने शरीर को दर्द में डालकर अपने मानसिक कौशल को तेज करना होता है.
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