रणजी ट्रॉफी मैच में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर गौतम गंभीर और मनोज तिवारी के बीच तीखी झड़प

रणजी ट्रॉफी मैच में दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर गौतम गंभीर और मनोज तिवारी के बीच तीखी झड़प

टीम इंडिया की तरफ से खेलते हुए गंभीर और तिवारी की फाइल फोटो

नई दिल्ली:

दिल्ली के फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में दिल्ली के कप्तान गौतम गंभीर और बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी के बीच शनिवार को रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान तीखी झड़प हो गई। गौतम गंभीर अतीत में भी कई बार मैदान पर अपना आपा खो चुके हैं।

टीम इंडिया की तरफ से कई मैच खेल चुके ये दोनों खिलाड़ी एक-दूसरे को धमकी देने से भी बाज नहीं आए। बाद में डीडीसीए ने गंभीर पर 70 फीसदी और तिवारी पर 40 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया।

हालात ऐसे हो गए थे कि अंपायर के. श्रीनाथ को बीच बचाव करना पड़ा। गंभीर प. बंगाल के कप्तान मनोज तिवारी को मारने दौड़े और दूसरी तरफ से तिवारी भी आक्रामक मुद्रा में उनकी तरफ बढ़े। गंभीर ने अंपायर श्रीनाथ को भी धक्का दे दिया, जो बीच बचाव की कोशिश कर रहे थे।

क्रिकेट में अंपायर को छूना बड़ा अपराध होता है, जिससे प्रतिबंध भी लग सकता है। यह घटना आठवें ओवर की है जब पार्थसारथी भट्टाचार्य को मनन शर्मा ने आउट किया था। तिवारी चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। उन्होंने गेंदबाज को रोका और ड्रेसिंग रूम की तरफ हेलमेट लाने का इशारा किया। दिल्ली के खिलाड़ियों को लगा कि वह जान बूझकर समय खराब कर रहे हैं।

इसके बाद गेंदबाज मनन शर्मा और तिवारी के बीच बहस हुई। अचानक पहली स्लिप में खड़े गंभीर आ गए और बंगाल के कप्तान को गालियां देने लगे। इसके बाद तो तिवारी भी बिफर गए और उन्होंने गंभीर को उन्हीं की भाषा में जवाब देना शुरू कर दिया।

गंभीर ने कहा, 'शाम को मिल तुझे मारूंगा।' इसके जवाब में तिवारी ने कहा, 'शाम क्या... अभी बाहर चल।' दोनों खिलाड़ियों को मैच के बाद सुनवाई के लिए मैच रैफरी वाल्मीक बुच ने समन किया है, लेकिन यदि कोई सजा सुनाई जाती है तो रविवार को मैच खत्म होने के बाद ही पता चलेगा।

बाद में तिवारी ने कहा, 'मैं गौतम गंभीर का काफी सम्मान करता हूं लेकिन आज उसने इस तरह के बयान देकर सीमा पार कर दी। उसने व्यक्तिगत बयानबाजी की। मैं स्तब्ध रह गया, क्योंकि शुरुआत मैंने नहीं की थी। वह मुझसे काफी सीनियर है और मैं उनका सम्मान करता हूं।'

तिवारी ने कहा, 'मैंने हेलमेट बाउंड्री के पास रखा था, क्योंकि वह गीला हो गया था और मैं उसे सुखाना चाहता था। सभी ने उसे देखा और मैंने पहले प्रतिक्रिया नहीं दी। उसने मारने की कोशिश की लेकिन मार नहीं सका। उसने अंपायर को भी धक्का दिया। वीडियो में सब कुछ है।'

गंभीर ने हालांकि घटना के बारे में पूछने पर कहा, 'कुछ नहीं हुआ है।' दिल्ली के कोच विजय दहिया ने कहा, 'जब दोनों कप्तान जुनूनी हों तो ऐसा होता है। मैच रैफरी इस बारे में फैसला लेंगे। यह पहली या आखिरी बार नहीं हुआ है।'

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बंगाल के गेंदबाज प्रज्ञान ओझा ने कहा, 'क्रिकेट भद्रजनों का खेल है लेकिन ऐसी बातें होती रहती हैं। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है।'