विज्ञापन

आठ साल में 8 "झटके", ऑस्ट्रेलियाई विल पुकोवस्की ने सिर्फ 26 साल की उम्र में कहा क्रिकेट को अलविदा

पोकोवस्की ने एकमात्र टेस्ट सिडनी में 2021 में भारत के खिलाफ खेला जिसमें उन्होंने 62 रन बनाये थे. उन्हें नवदीप सैनी ने आउट किया था.  उस मैच में कंधे में लगी चोट के कारण वह छह महीने तक क्रिकेट से दूर रहे थे.

आठ साल में 8 "झटके", ऑस्ट्रेलियाई विल पुकोवस्की ने सिर्फ 26 साल की उम्र में कहा क्रिकेट को अलविदा
Will Pucovski: विल पुकोवस्की को अलग ही वजह से याद किया जाएगा.
नई दिल्ली:

Will Pucovaki call it a day: ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है. जिस बल्लेबाज को भविष्य का स्टार क्रिकेटर करार दिया दिया गया था, उसने सिर्फ 26 साल की उम्र में ही क्रिकेट को अलविदा कह दिया. विल पुकोवस्की (will pucovski) ने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बहुत ही शानदार आगाज किया था, लेकिन लगातार सिर में चोट और कनकशन (चोट के कारण अचेत होना) कि घटनाओं ने पुकोवस्की (will pucovski called it a day) को सिर्फ 26 साल की उम्र में क्रिकेट को अलविदा कहने पर मजबूर कर दिया. यूं तो तो पुकोवस्की को बचपन से लेकर अभी तक कई बार सिर में चोट लगी है, लेकिन पिछले आठ साल के भीतर उन्हें आठ बार गेंद लगी. और यह  घटना यह भी बताती है कि टेस्ट स्तर पर क्रिकेट खेलने के बावजूद कहीं न कहीं उनकी तकनीक में खासी कमी थी. 

भारत के खिलाफ किया था आगाज

उन्होंने अपने कैरियर में एकमात्र टेस्ट सिडनी में 2021 में भारत के खिलाफ खेला जिसमें उन्होंने 62 रन बनाये थे. उन्हें नवदीप सैनी ने आउट किया था.  उस मैच में कंधे में लगी चोट के कारण वह छह महीने तक क्रिकेट से दूर रहे थे. उन्हें जनवरी 2019 में टीम में पहली बार चुना गया था. इस साल  मार्च 2024 में शेफील्ड शील्ड मैच के दौरान रिले मेरेडिथ की गेंद हेलमेट पर लगने के कारण उन्हें ‘कनकशन' के कारण मैदान छोड़ना पड़ा था. इसके बाद वह पूरे सत्र में नहीं खेल सके और लंकाशायर के लिये काउंटी क्रिकेट खेलने का करार भी रद्द करना पड़ा. चिकित्सा विशेषज्ञों की पैनल के सुझाव के बाद उन्होंने रिटायर होने का फैसला किया. 9 न्यूज मेलबर्न ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी. पुकोवस्की ने स्वीकार किया था कि इन चोटों का उनके मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ा है. 

कुछ ऐसा रहा प्रथम श्रेणी करियर

विक्टोरिया के लिये 36 प्रथम श्रेणी मैचों में उन्होंने 45. 19 की औसत से सात शतक समेत 2350 रन बनाये.  उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण 2017 में किया. उन्हें 2020-21 में मेलबर्न स्टार्स की ओर से प्रस्ताव भी मिला, लेकिन बिग बैश लीग शुरू होने के बाद से उन्होंने कभी टी20 क्रिकेट नहीं खेला. शेफील्ड शील्ड में दो दोहरे शतक जमाने के बाद भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला के लिये उनका चयन हुआ था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया "ए" के लिये भारत के खिलाफ खेलते समय हेलमेट पर गेंद लगने के कारण वह फिर ‘कनकशन' का शिकार हुए. इसके बाद मार्च में फिर ‘कनकशन' के बाद उन्होंने अब आगे नहीं खेलने का फैसला किया. वास्तव में मैदान पर पुकोवस्की के हेलमेट पर पिछले करीब आठ साल में करीब आठ ही बार हेलमेट पर गेंद लगी. और इतनी बार हेलमेट पर गेंद खाने के बाद उन्हें कनकशन (अचेतन) की समस्या शुरू हो गई थी. और इसी के बाद मेडिकल एक्सपर्ट की सलाह के बाद पुकोवस्की ने संन्यास का फैसला किया.  

क्रिकेट मैदान पर कुल इतनी बार चोट लगी पुकोवस्की के सिर पर:

फरवरी 2017: फील्डिंग करते हुए सिर में चोट

अक्टूबर 2017: क्वींसलैंड के खिलाफ हेलमेट पर गेंद लगी

नवंबर 2017: तस्मानिया के खिलाफ हेलमेट पर लगी गेंद

मार्च 2018: न्यू साउथ वालेस के खिलाफ बाउंसर लगी

दिसंबर 2020:  भारत के खिलाफ हेलमेट पर गेंद लगी

अक्टूबर 2012: नेट प्रैक्टिस के दौरान हेलमेट पर गेंद लगी

जनवरी 2024: दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हेलमेट पर गेंद लगी

मार्च 2024: फिर हेलमेट पर गेंद लगी

कुल मिलाकर साल 2017 से लेकर अभी तक पिछले करीब आठ साल में पुकोवस्की के सिर या हेलमेट पर आठ बार गेंद लगी. जाहिर है कि इसका असर होना ही होना था. 

(इनपुट: भाषा)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
IND vs BAN: "कभी हुआ ही नहीं है ....", वह कौन सा रिकॉर्ड है जिसे बनाकर इतिहास रचना चाहते हैं ? अश्विन ने बताया
आठ साल में 8 "झटके", ऑस्ट्रेलियाई विल पुकोवस्की ने सिर्फ 26 साल की उम्र में कहा क्रिकेट को अलविदा
"definitely it is too tough", great Muralitharan warns to ICC, legend bowler gives challegne to future generation
Next Article
"निश्चित तौर पर यह बहुत ही...", मुरलीधरन ने आईसीसी को दी वॉर्निंग, तो अगली पीढ़ी को दिया यह बड़ा चैलेंज
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com