तिलकरत्ने दिलशान (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का फैसला कर लिया है. दिलशान ऑस्ट्रेलिया सीरीज के बाद अपने 17 साल के करियर को अलविदा कह देंगे. दिलशान के नाम पर क्रिकेट में एक शॉट का नाम 'दिलस्कूप' रखा गया है, क्योंकि उसकी शुरुआत उन्होंने ही की थी.
1999 में जिम्बाब्वे के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण करने वाले दिलशान ने 87 टेस्ट, 329 वनडे और 78 टी-20 खेले हैं. गौरतलब है कि वह टेस्ट क्रिकेट 2013 में ही छोड़ चुके हैं.
यह 'दिलस्कूप'
9 साल के दिलशान ने जब से टेस्ट मैचों से संन्यास लिया था, तब से जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे थे. उनको नए तरीके के स्ट्रोक्स ईजाद करने के लिए जाना जाता है. खासतौर से वह 'दिलस्कूप' के लिए फेमस हैं. दिलशान एक अनूठा शॉट खेलते हैं, जिसमें वह फ्रंटफुट पर आकर बल्ले का फेस अपनी तरफ घुमाकर गेंद को कीपर के ऊपर से उछाल देते हैं...एक तरह से यह बेहद रिस्की स्ट्रोक है, क्योंकि इससे गेंद बल्लेबाज के चेहरे पर भी लग सकती है.
श्रीलंका की ओर से दिलशान का वनडे और टी-20 रिकॉर्ड शानदार रहा है. दिलशान श्रीलंका के चौथे और वर्ल्ड लेवल पर 11वें ऐसे बल्लेबाज हैं, जिसने वनडे में 10 हजार से अधिक रन बनाए हैं. टी-20 की बात करें, तो वह श्रीलंका के दूसरे क्रिकेटर हैं, जिसने छोटे फॉर्मेट में शतक लगाया है. उनसे पहले महेला जयवर्धने ने यह कमाल किया था. दिलशान ने 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पल्लेकल में 104 रन नाबाद बनाए थे.
शानदार करियर
साल 2014 में उन्होंने 25 वनडे में 41.25 के औसत से 990 रन ठोके थे. हालांकि उनका बेस्ट आना अभी बाकी था, जो 2015 में सामने आया. इस साल उनके बल्ले से 25 मैचों में 1207 रन निकले, जिनमें उनका औसत 52.47 रहा. इस दौरान उन्होंने 4 शतक लगाए. इसमें वर्ल्ड कप के दौरान मेलबर्न में बांग्लादेश के खिलाफ उनका बेस्ट 161 रन नाबाद भी शामिल है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की बात करें, तो अभी मुकाबला 1-1 से बराबरी पर है, जबकि 3 मैच अभी खेले जाने बाकी हैं. दिलशान दांबुला में रविवार को खेले जाने वाले सीरीज के तीसरे मैच के बाद वनडे से संन्यास ले लेंगे, जबकि सीरीज के दो टी-20 मुकाबले 6 और 9 सितंबर को होंगे. इसके बाद दिलशान टी-20 क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह देंगे.
1999 में जिम्बाब्वे के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण करने वाले दिलशान ने 87 टेस्ट, 329 वनडे और 78 टी-20 खेले हैं. गौरतलब है कि वह टेस्ट क्रिकेट 2013 में ही छोड़ चुके हैं.
यह 'दिलस्कूप'
9 साल के दिलशान ने जब से टेस्ट मैचों से संन्यास लिया था, तब से जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे थे. उनको नए तरीके के स्ट्रोक्स ईजाद करने के लिए जाना जाता है. खासतौर से वह 'दिलस्कूप' के लिए फेमस हैं. दिलशान एक अनूठा शॉट खेलते हैं, जिसमें वह फ्रंटफुट पर आकर बल्ले का फेस अपनी तरफ घुमाकर गेंद को कीपर के ऊपर से उछाल देते हैं...एक तरह से यह बेहद रिस्की स्ट्रोक है, क्योंकि इससे गेंद बल्लेबाज के चेहरे पर भी लग सकती है.
श्रीलंका की ओर से दिलशान का वनडे और टी-20 रिकॉर्ड शानदार रहा है. दिलशान श्रीलंका के चौथे और वर्ल्ड लेवल पर 11वें ऐसे बल्लेबाज हैं, जिसने वनडे में 10 हजार से अधिक रन बनाए हैं. टी-20 की बात करें, तो वह श्रीलंका के दूसरे क्रिकेटर हैं, जिसने छोटे फॉर्मेट में शतक लगाया है. उनसे पहले महेला जयवर्धने ने यह कमाल किया था. दिलशान ने 2011 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पल्लेकल में 104 रन नाबाद बनाए थे.
शानदार करियर
साल 2014 में उन्होंने 25 वनडे में 41.25 के औसत से 990 रन ठोके थे. हालांकि उनका बेस्ट आना अभी बाकी था, जो 2015 में सामने आया. इस साल उनके बल्ले से 25 मैचों में 1207 रन निकले, जिनमें उनका औसत 52.47 रहा. इस दौरान उन्होंने 4 शतक लगाए. इसमें वर्ल्ड कप के दौरान मेलबर्न में बांग्लादेश के खिलाफ उनका बेस्ट 161 रन नाबाद भी शामिल है.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज की बात करें, तो अभी मुकाबला 1-1 से बराबरी पर है, जबकि 3 मैच अभी खेले जाने बाकी हैं. दिलशान दांबुला में रविवार को खेले जाने वाले सीरीज के तीसरे मैच के बाद वनडे से संन्यास ले लेंगे, जबकि सीरीज के दो टी-20 मुकाबले 6 और 9 सितंबर को होंगे. इसके बाद दिलशान टी-20 क्रिकेट को हमेशा के लिए अलविदा कह देंगे.
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