सौरव गांगुली और राजीव शुक्ला (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पूर्व टेस्ट कप्तान सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली तकनीकी समिति की ओर से दिए गए सुझावों के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को घोषणा करते हुए बताया कि आगामी दिलीप ट्रॉफी के मैच दिन-रात के होंगे। बीसीसीआई ने अपनी घोषणा में यह भी बताया कि इस क्रिकेट प्रारूप में पहली बार गुलाबी गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा।
आगामी सत्र के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की घोषणा के लिए मुंबई में हुई बीसीसीआई की 'टूर प्रोग्राम एंड फिक्शर्स' समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। भारत के घरेलू सत्र की शुरुआत सितम्बर में दिलीप ट्रॉफी के साथ होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें कई शीर्ष क्रिकेट खिलाड़ी खेल सकते हैं। इसमें ऐसे खिलाड़ी भी शामिल होंगे, जो टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह बनाना चाहते हैं।
इसमें घर में खेले जाने वाले 13 टेस्ट मैच को ध्यान में रखा जाएगा। बीसीसीआई ने अपनी घोषणा में यह भी कहा कि मार्च 2017 तक कुल 918 मैच खेले जाएंगे, जिसमें रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, मुश्ताक अली ट्रॉफी, देवधर ट्रॉफी, इरानी ट्रॉफी, महिला क्रिकेट और अन्य क्रिकेट मुकाबले शामिल हैं। इस आगामी घरेलू सत्र में छत्तीसगढ़ को भी रणजी ट्रॉफी में पहली बार खेलते देखा जाएगा।
रणजी ट्रॉफी के नए सदस्य का स्वागत करते हुए बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा कि वह भी दिलीप ट्रॉफी के लिए काफी उत्साहित हैं, जिसमें पहली बार गुलाबी गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा। ठाकुर ने कहा, "हम आगामी घरेलू सत्र के लिए काफी खुश हैं, क्योंकि इसमें दिलीप ट्रॉफी प्रतियोगिता गुलाबी गेंद के साथ खेली जाएगी और इस अवसर पर मैं रणजी ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ का स्वागत करता हूं।"
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा, "जूनियर वर्ग के टूर्नामेंट में संबद्ध और सहयोगी राज्यों की संयुक्त टीम भी हिस्सा लेगी, जिसमें इन इलाकों के उभरते खिलाड़ियों को अवसर मिलेगा।"
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
आगामी सत्र के लिए घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों की घोषणा के लिए मुंबई में हुई बीसीसीआई की 'टूर प्रोग्राम एंड फिक्शर्स' समिति की बैठक में यह फैसला लिया गया। भारत के घरेलू सत्र की शुरुआत सितम्बर में दिलीप ट्रॉफी के साथ होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इसमें कई शीर्ष क्रिकेट खिलाड़ी खेल सकते हैं। इसमें ऐसे खिलाड़ी भी शामिल होंगे, जो टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह बनाना चाहते हैं।
इसमें घर में खेले जाने वाले 13 टेस्ट मैच को ध्यान में रखा जाएगा। बीसीसीआई ने अपनी घोषणा में यह भी कहा कि मार्च 2017 तक कुल 918 मैच खेले जाएंगे, जिसमें रणजी ट्रॉफी, विजय हजारे ट्रॉफी, मुश्ताक अली ट्रॉफी, देवधर ट्रॉफी, इरानी ट्रॉफी, महिला क्रिकेट और अन्य क्रिकेट मुकाबले शामिल हैं। इस आगामी घरेलू सत्र में छत्तीसगढ़ को भी रणजी ट्रॉफी में पहली बार खेलते देखा जाएगा।
रणजी ट्रॉफी के नए सदस्य का स्वागत करते हुए बीसीसीआई के अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने कहा कि वह भी दिलीप ट्रॉफी के लिए काफी उत्साहित हैं, जिसमें पहली बार गुलाबी गेंद का इस्तेमाल किया जाएगा। ठाकुर ने कहा, "हम आगामी घरेलू सत्र के लिए काफी खुश हैं, क्योंकि इसमें दिलीप ट्रॉफी प्रतियोगिता गुलाबी गेंद के साथ खेली जाएगी और इस अवसर पर मैं रणजी ट्रॉफी में छत्तीसगढ़ का स्वागत करता हूं।"
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा, "जूनियर वर्ग के टूर्नामेंट में संबद्ध और सहयोगी राज्यों की संयुक्त टीम भी हिस्सा लेगी, जिसमें इन इलाकों के उभरते खिलाड़ियों को अवसर मिलेगा।"
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
सौरव गांगुली, बीसीसीआई, तकनीकी समिति, दिलीप ट्रॉफी, छत्तीसगढ़, Saurav Ganguly, BCCI, Technical Committee, Dilip Trophy, Chhattisgarh, गुलाबी गेंद, Pink Ball