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This Article is From Jan 18, 2016

शानदार फॉर्म में चल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ साहसी युवा खिलाड़ि‍यों की जरूरत : धोनी

शानदार फॉर्म में चल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ साहसी युवा खिलाड़ि‍यों की जरूरत : धोनी
धोनी का मानना है कि आस्ट्रेलिया के सामने युवा क्रिकेटरों को उतारने में कोई बुराई नहीं है
केनबरा: अपनी पदार्पण सीरीज में ही बरिंदर सरां और मनीष पांडे को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का मानना है कि शानदार फॉर्म में चल रहे आस्ट्रेलिया के सामने उन्हें उतारने में कोई बुराई नहीं है क्योंकि टीम को साहसी युवाओं की जरूरत है।

आस्ट्रेलिया ने पांच वनडे मैचों की सीरीज में 3-0 की विजयी बढ़त बना ली है। युवाओं ने बेहतरीन प्रदर्शन नहीं किया है, लेकिन धोनी का मानना है कि इतनी जल्दी उनके प्रदर्शन का आकलन करना गलत है। गौरतलब है कि सरां ने तीन मैचों में तीन विकेट लिए जबकि पांडे पिछले मैच में छह रन ही बना सके थे।

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प्रतिभा की झलक नहीं मिली पर जज्‍बे का पता चला
धोनी ने कहा , 'यदि आपको देश के लिये खेलने का मौका मिला है तो हालात चाहे जो हो, यह ज्यादती नहीं है। बतौर कप्तान आपको युवाओं को यही सीख देनी होती है।' उन्होंने कहा,'पांचवें या छठे नंबर के बल्लेबाजों को अंत तक खेलने की सोचना चाहिये और यदि वे अच्छा खेल रहे हैं और अंत तक नाबाद हैं तो अच्छा है। आप टीम में इसी तरह का माहौल चाहते हैं।' धोनी ने कहा कि अभी तक के प्रदर्शन से उनकी प्रतिभा की बानगी नहीं मिली है लेकिन उनके जज्बे का पता चला है।

चंद गेंदों के आधार पर ही प्रदर्शन को नहीं आंक सकते
धोनी ने कहा, 'पांडे, मान और धवन को बड़े शॉट खेलने में कोई हिचकिचाहट नहीं है। जब आप कठिन मैच खेलते हैं तो आपको सामान्य वनडे की तुलना में अधिक अनुभव मिलता है।' उन्होंने कहा,'आप उनके प्रदर्शन की समीक्षा नहीं कर सकते क्योंकि उन्होंने 12 से 15 गेंद ही खेली हैं, लेकिन इन गेंदों को खेलने के आधार पर उनके जज्बे का पता चलता है।' उन्होंने कहा, 'आपको इसी को प्रोत्साहित करना है। आपको टीम में साहसी लोगों की जरूरत है। हार-जीत तो चलती रहती है लेकिन आपको टीम में शानदार जज्बे वाले लोग चाहिये।'

ईशांत, यादव मौजूद पर गेंदबाजी को अनुभवहीन बताया
उन्होंने कहा, 'यदि आप इस सीरीज में टीम को देखें तो गेंदबाजी अनुभवहीन है। ईशांत शर्मा ने काफी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेली है, लेकिन वह लगातार टीम में नहीं रहा है। उमेश यादव का भी वही हाल है और कई गेंदबाज तो यहां पदार्पण कर रहे हैं।' धोनी ने कहा, 'हमें यह आकलन करना होगा कि वे कैसा खेल रहे हैं और उनकी प्रगति की दर क्या है । मैं हमेशा कहना आया हूं कि आपको युवाओं को तैयार करना होगा । हमें संपूर्ण खिलाड़ी नहीं मिलेंगे बल्कि हमें उन्हें तैयार करना होगा ताकि वे लंबे समय तक खेल सकें।'

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