
नई दिल्ली:
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच टी-20 सीरीज़ का दूसरा मैच सोमवार को कटक में खेला जाएगा। कटक का मैदान भी काफी हद तक धर्मशाला की तरह थोड़ा छोटा मैदान है, यानी एक बार फिर मुकाबला दोनों टीमों की बल्लेबाज़ी पर निर्भर होगा।
वैसे टी-20 सीरीज में बने रहने के लिए टीम इंडिया को हर हाल में ये मुक़ाबला जीतना होगा। ऐसे में भारतीय कप्तान एमएस धोनी को टीम इंडिया की मुश्किलों का हल तलाशना होगा। धर्मशाला में भारतीय टीम ने जोरदार खेल दिखाया था, लेकिन कुछ पहलू ऐसे रह गए थे, जिस पर टीम को ध्यान देना होगा।
अंतिम ओवरों की बल्लेबाज़ी
धर्मशाला में खेले गए टी-20 मुक़ाबले में भारत ने पहले 15 ओवरों में एक विकेट पर 158 रन बना लिए थे। रोहित शर्मा और विराट कोहली विकेट पर जमे हुए थे, लेकिन इसके अगले ही ओवर में विराट कोहली और रोहित शर्मा पवेलियन लौट गए और इसका नतीजा रहा है कि टीम अंतिम पांच ओवरों 41 रन ही बना सकी। वह भी तब जब सुरेश रैना, अंबाति रायडू और कप्तान एमएस धोनी जैसे जोरदार हिटर मौजूद थे। टी-20 मैच में अंतिम ओवरों में किसी भी टीम को ज्यादा रनों की जरूरत होती है।
बेहतर शुरुआत की जरूरत
रोहित शर्मा ने धर्मशाला में एक तूफानी पारी जरूर खेली, लेकिन पहले पांच ओवरों में टीम इंडिया महज 32 रन ही जोड़ सकी। कटक में टीम इंडिया को इससे बेहतर शुरुआत की उम्मीद होगी।
तेज़ गेंदबाज़ों से उम्मीद
199 रन बनाने के बाद भी अगर टीम इंडिया धर्मशाला में हार गई तो इसके लिए गेंदबाज़ ज्यादा जिम्मेदार थे। मोहित शर्मा और भुवनेश्वर कुमार की तेज गेंदबाज़ ना तो दक्षिण अफ्रीका की सलामी जोड़ी पर अंकुश लगा पाई और ना ही शुरुआती विकेट झटक सकी। एबी डिविलियर्स और हाशिम अमला ने 5 ओवरों में 60 रन जोड़ दिए। ऐसे में तेज गेंदबाज़ों पर कटक में शुरुआती कामयाबी दिलाने का दबाव होगा।
अक्षर की जगह हरभजन?
वैसे कटक में अक्षर पटेल की जगह अनुभवी गेंदबाज़ हरभजन सिंह को मौका मिल सकता है। अक्षर पटेल के एक ओवर में 22 रन टीम इंडिया के लिए काफी महंगे साबित हुए। कप्तान धोनी का भरोसा अक्षर पटेल में बना हुआ है, लेकिन उनका जोर मैच जीतने पर ज्यादा होगा। लिहाजा हरभजन को उनके अनुभव का लाभ मिल सकता है।
वैसे टी-20 सीरीज में बने रहने के लिए टीम इंडिया को हर हाल में ये मुक़ाबला जीतना होगा। ऐसे में भारतीय कप्तान एमएस धोनी को टीम इंडिया की मुश्किलों का हल तलाशना होगा। धर्मशाला में भारतीय टीम ने जोरदार खेल दिखाया था, लेकिन कुछ पहलू ऐसे रह गए थे, जिस पर टीम को ध्यान देना होगा।
अंतिम ओवरों की बल्लेबाज़ी
धर्मशाला में खेले गए टी-20 मुक़ाबले में भारत ने पहले 15 ओवरों में एक विकेट पर 158 रन बना लिए थे। रोहित शर्मा और विराट कोहली विकेट पर जमे हुए थे, लेकिन इसके अगले ही ओवर में विराट कोहली और रोहित शर्मा पवेलियन लौट गए और इसका नतीजा रहा है कि टीम अंतिम पांच ओवरों 41 रन ही बना सकी। वह भी तब जब सुरेश रैना, अंबाति रायडू और कप्तान एमएस धोनी जैसे जोरदार हिटर मौजूद थे। टी-20 मैच में अंतिम ओवरों में किसी भी टीम को ज्यादा रनों की जरूरत होती है।
बेहतर शुरुआत की जरूरत
रोहित शर्मा ने धर्मशाला में एक तूफानी पारी जरूर खेली, लेकिन पहले पांच ओवरों में टीम इंडिया महज 32 रन ही जोड़ सकी। कटक में टीम इंडिया को इससे बेहतर शुरुआत की उम्मीद होगी।
तेज़ गेंदबाज़ों से उम्मीद
199 रन बनाने के बाद भी अगर टीम इंडिया धर्मशाला में हार गई तो इसके लिए गेंदबाज़ ज्यादा जिम्मेदार थे। मोहित शर्मा और भुवनेश्वर कुमार की तेज गेंदबाज़ ना तो दक्षिण अफ्रीका की सलामी जोड़ी पर अंकुश लगा पाई और ना ही शुरुआती विकेट झटक सकी। एबी डिविलियर्स और हाशिम अमला ने 5 ओवरों में 60 रन जोड़ दिए। ऐसे में तेज गेंदबाज़ों पर कटक में शुरुआती कामयाबी दिलाने का दबाव होगा।
अक्षर की जगह हरभजन?
वैसे कटक में अक्षर पटेल की जगह अनुभवी गेंदबाज़ हरभजन सिंह को मौका मिल सकता है। अक्षर पटेल के एक ओवर में 22 रन टीम इंडिया के लिए काफी महंगे साबित हुए। कप्तान धोनी का भरोसा अक्षर पटेल में बना हुआ है, लेकिन उनका जोर मैच जीतने पर ज्यादा होगा। लिहाजा हरभजन को उनके अनुभव का लाभ मिल सकता है।
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