भारत बनाम इंग्लैंड : शतक लगाकर आलोचकों को चेतेश्वर पुजारा ने दिया करारा जवाब

भारत बनाम इंग्लैंड : शतक लगाकर आलोचकों को चेतेश्वर पुजारा ने दिया करारा जवाब

मुरली विजय के साथ चेतेश्वर पुजारा (फाइल फोटो)

खास बातें

  • उन पर धीमी बल्लेबाज़ी का आरोप लगाया जाता रहा है.
  • अनिल कुंबले से बात करने के बाद लौटा आत्मविश्वास
  • पैवेलियन में बैठे पिता बेहद खुश दिए
नई दिल्ली:

अपने मैदान (राजकोट के सौराष्ट्र क्रिकेट स्टेडियम) में हो रहे भारत बनाम इंग्लैंड के पहले टेस्ट में शतक लगाना किसी भी बल्लेबाज़ के लिए खास लम्हा होगा. पैवेलियन में बैठे पिता अरविंद पुजारा का सीना भी 56 इंच का हो रहा था. लगातार दूसरी पारी में उन्होंने शतक लगाया है. यह उनके करियर का 9वां शतक है. पारी की सबसे खास बात रही यहां उन्होंने मुरली विजय से तेज़ बल्लेबाज़ी की. यह शतक पुजारा के आलोचकों के लिए भी करारा जवाब है. पिछले कुछ समय से उन पर कई आरोप लगाए जा रहे थे.

हालांकि पुजारा टेस्ट के बल्लेबाज़ हैं लेकिन उन पर धीमी बल्लेबाज़ी का आरोप लगाया जाता रहा है. कम स्ट्राइक रेट के कारण वेस्टइंडीज़ में एक टेस्ट में उन्हें ड्रॉप भी कर दिया गया. यह भी कहा गया कि अंदर आ रही गेंदों से पुजारा को परेशानी हो रही है.

उनकी एकाग्रता बीच में ही टूट रही है और अच्छी पारी को शतक में बदलने में नाकाम हो रहे हैं. वेस्टइंडीज़ में वे 3 टेस्ट की 2 पारियों में 31.00 की औसत से 46 रन बना पाए. स्ट्राइक रेट था 27.43

वेस्टइंडीज़ सीरीज़ के बाद चेतेश्वर ने फ़र्स्ट क्लास मैचों का रुख किया और 137 के औसत से 826 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 3 अर्धशतक शामिल थे. नतीजा न्यूज़ीलैंड के साथ सीरीज़ में देखने को मिला. इंदौर में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ पुजारा ने 9 टेस्ट 14 महीने बाद के बाद शतक बनाया.

न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सीरीज़ में पुजारा ने 62, 78, 87, 4, 41 और 101 रन की नाबाद पारी खेली. उन्होंने सबसे ज़्यादा 373 रन बनाए. खराब स्ट्राइक रेट के आरोप का भी उन्होंने करारा जवाब दिया. इंदौर में पहले 50 रन बनाने में 96 गेंदें खेलीं तो 50 से 100 तक पहुंचने में सिर्फ़ 52 गेंद लिए. कहा जा रहा है कि कोच अनिल कुंबले के बात करने के बाद उनका आत्मविश्वास लौट आया है.


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