स्टु्अर्ट बिन्नी अभी तक गेंद और बल्ले दोनों से असफल रहे हैं (फाइल फोटो)
भारत-दक्षिण अफ्रीका के बीच जारी 4 मैचों की टेस्ट सीरीज का दूसरा टेस्ट बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है। टॉस जीतने के बाद कप्तान विराट कोहली ने जैसे ही टीम में दो बदलाव की बात की, तो सबके कान खडे़ हो गए, क्योंकि आमतौर पर एक्सपर्ट मानते हैं कि विजयी टीम से छेड़खानी नहीं करनी चाहिए। गौरतलब है कि टीम इंडिया ने मोहाली में खेले गए पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका को करारी शिकस्त दी थी।
टीम इंडिया में किए गए दोनों बदलाव चौंकाने वाले रहे। खासतौर से स्पिन फ्रेंडली विकेट के बावजूद अच्छा प्रदर्शन कर रहे अमित मिश्रा की जगह स्टुअर्ट बिन्नी को शामिल करना। एक्सपर्ट्स के साथ-साथ सोशल मीडिया पर फैन्स ने भी इस पर जमकर नाराजगी जाहिर की। कोहली ने दूसरे बदलाव के रूप में उमेश यादव की जगह ईशांत को शामिल करके तेज गेंदबाजी को मजबूती देने की कोशिश की, लेकिन यादव को हटाना सही फैसला नहीं लगता। उनकी जगह वरुण आरोन को हटाना चाहिए था।
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा था- करियर बर्बाद नहीं कर सकते
हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने रोजर बिन्नी को चयन समिति से हटाने के बाद मीडिया से कहा था कि हमें नजरिया बदलना होगा। स्टुअर्ट बिन्नी के साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए। हम उसका करियर बर्बाद नहीं कर सकते। उसे मीडिया की आलोचना का शिकार नहीं होना चाहिए। रोजर बिन्नी का बेटा होने का यह मतलब नहीं है कि वह खेल नहीं सकता। कहीं इस बार वे इसी वजह से तो टीम में नहीं लिए गए हैं?
कुछ खास नहीं रहा है बिन्नी का प्रदर्शन
स्टुअर्ट बिन्नी को ऑलराउंडर के रूप में बीच-बीच में मौके मिलते रहे हैं, लेकिन उन्होंने अब तक के अपने प्रदर्शन से निराश ही किया है। बिन्नी न तो बल्ले से कमाल दिखा पाए और न हीं गेंद से। उन्होंने अब तक 5 टेस्ट खेले हैं, जिनमें 194 रन बनाए हैं। इस प्रकार उनका बल्लेबाजी औसत (21.55) बहुत ही निराशाजनक रहा है। बिन्नी ने 5 टेस्ट मैचों की 6 पारियों में गेंदबाजी की है, जिनमें उन्हें नाममात्र के 3 विकेट ही मिले हैं। यदि गेंदबाजी में मिश्रा से उनकी तुलना करें, तो वे उनके सामने कहीं नहीं टिकते। खासतौर से ऐसे में जब विकेट स्पिन फ्रेंडली हो।
माना जाता था पिता की वजह से हैं टीम में
स्टुअर्ट बिन्नी के टीम में चयन को लेकर कई बार सवाल उठा है। बिन्नी का चयन होते ही वे सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगते थे और क्रिकेट फैन्स उनके चयन के पीछे उनके पिता रोजर बिन्नी का हाथ मानते थे, क्योंकि रोजर सीनियर चयन समिति के सदस्य थे। हाल ही में हितों के टकराव से बचने के लिए बीसीसीआई ने रोजर बिन्नी को चयन समिति से बाहर कर दिया था।
अच्छे प्रदर्शन के बावजूद मिश्रा हुए बाहर
अमित मिश्रा ने हाल ही में टीम इंडिया के श्रीलंका दौरे में शानदार गेंदबाजी की थी। उन्होंने 3 टेस्ट मैचों में 15 विकेट झटके थे और इंडिया की सीरीज विजय में खास भूमिका निभाई थी। हालांकि मोहाली टेस्ट में उन्हें 3 सफलताएं ही मिली थीं, लेकिन उन्होंने दोनों पारियों में दक्षिण अफ्रीका के खतरनाक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स को पैवेलियन का रास्ता दिखाकर टीम इंडिया को बड़ी राहत पहुंचाई थी। अब जबकि बेंगलुरू टेस्ट में डिविलियर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया है। ऐसे में मिश्रा की जगह स्टुअर्ट बिन्नी को शामिल करने की बात कुछ हजम नहीं हो रही।
ट्विटर पर फैन्स ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
स्टुअर्ट बिन्नी को अमित मिश्रा की जगह शामिल किे जाने की बात क्रिकेट फैन्स को एक बार फिर रास नहीं आई और उन्होंने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर करनी शुरू कर दी। कुछ ट्वीट्स इस प्रकार रहे :
एक फैन ने कहा कि विराट क्या यह सोचते हैं कि बिन्नी पहले ही सत्र में दक्षिण अफ्रीकी बैटिंग को उखाड़ फेंकेगे।
एक फैन ने लिखा कि बिन्नी से मिश्रा हजार गुना बेहतर हैं-
उमेश की जगह ईशांत
ईशांत शर्मा की वापसी से टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी निश्चित रूप से मजबूत हुई, लेकिन उन्हें वरुण आरोन की जगह लिया जाना था, क्योंकि आरोन की तुलना में उमेश यादव का रिकॉर्ड ज्यादा बेहतर है और वे अनुभवी भी अधिक हैं। यादव ने 16 टेस्ट में 48 विकेट लिए हैं, वहीं वरुण आरोन ने 8 टेस्ट में 17 विकेट लिए हैं। इस प्रकार यादव का स्ट्राइक रेट आरोन से कहीं बेहतर है।
अब देखना यह होगा कि विराट कोहली का बिन्नी को शामिल करने का फैसला कितना सही साबित होता है या बिन्नी खुद के चयन को कितना सार्थक साबित कर पाएंगे...
टीम इंडिया में किए गए दोनों बदलाव चौंकाने वाले रहे। खासतौर से स्पिन फ्रेंडली विकेट के बावजूद अच्छा प्रदर्शन कर रहे अमित मिश्रा की जगह स्टुअर्ट बिन्नी को शामिल करना। एक्सपर्ट्स के साथ-साथ सोशल मीडिया पर फैन्स ने भी इस पर जमकर नाराजगी जाहिर की। कोहली ने दूसरे बदलाव के रूप में उमेश यादव की जगह ईशांत को शामिल करके तेज गेंदबाजी को मजबूती देने की कोशिश की, लेकिन यादव को हटाना सही फैसला नहीं लगता। उनकी जगह वरुण आरोन को हटाना चाहिए था।
बीसीसीआई अध्यक्ष ने कहा था- करियर बर्बाद नहीं कर सकते
हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि बीसीसीआई अध्यक्ष शशांक मनोहर ने रोजर बिन्नी को चयन समिति से हटाने के बाद मीडिया से कहा था कि हमें नजरिया बदलना होगा। स्टुअर्ट बिन्नी के साथ नाइंसाफी नहीं होनी चाहिए। हम उसका करियर बर्बाद नहीं कर सकते। उसे मीडिया की आलोचना का शिकार नहीं होना चाहिए। रोजर बिन्नी का बेटा होने का यह मतलब नहीं है कि वह खेल नहीं सकता। कहीं इस बार वे इसी वजह से तो टीम में नहीं लिए गए हैं?
कुछ खास नहीं रहा है बिन्नी का प्रदर्शन
स्टुअर्ट बिन्नी को ऑलराउंडर के रूप में बीच-बीच में मौके मिलते रहे हैं, लेकिन उन्होंने अब तक के अपने प्रदर्शन से निराश ही किया है। बिन्नी न तो बल्ले से कमाल दिखा पाए और न हीं गेंद से। उन्होंने अब तक 5 टेस्ट खेले हैं, जिनमें 194 रन बनाए हैं। इस प्रकार उनका बल्लेबाजी औसत (21.55) बहुत ही निराशाजनक रहा है। बिन्नी ने 5 टेस्ट मैचों की 6 पारियों में गेंदबाजी की है, जिनमें उन्हें नाममात्र के 3 विकेट ही मिले हैं। यदि गेंदबाजी में मिश्रा से उनकी तुलना करें, तो वे उनके सामने कहीं नहीं टिकते। खासतौर से ऐसे में जब विकेट स्पिन फ्रेंडली हो।
माना जाता था पिता की वजह से हैं टीम में
स्टुअर्ट बिन्नी के टीम में चयन को लेकर कई बार सवाल उठा है। बिन्नी का चयन होते ही वे सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगते थे और क्रिकेट फैन्स उनके चयन के पीछे उनके पिता रोजर बिन्नी का हाथ मानते थे, क्योंकि रोजर सीनियर चयन समिति के सदस्य थे। हाल ही में हितों के टकराव से बचने के लिए बीसीसीआई ने रोजर बिन्नी को चयन समिति से बाहर कर दिया था।
अच्छे प्रदर्शन के बावजूद मिश्रा हुए बाहर
अमित मिश्रा ने हाल ही में टीम इंडिया के श्रीलंका दौरे में शानदार गेंदबाजी की थी। उन्होंने 3 टेस्ट मैचों में 15 विकेट झटके थे और इंडिया की सीरीज विजय में खास भूमिका निभाई थी। हालांकि मोहाली टेस्ट में उन्हें 3 सफलताएं ही मिली थीं, लेकिन उन्होंने दोनों पारियों में दक्षिण अफ्रीका के खतरनाक बल्लेबाज एबी डिविलियर्स को पैवेलियन का रास्ता दिखाकर टीम इंडिया को बड़ी राहत पहुंचाई थी। अब जबकि बेंगलुरू टेस्ट में डिविलियर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया है। ऐसे में मिश्रा की जगह स्टुअर्ट बिन्नी को शामिल करने की बात कुछ हजम नहीं हो रही।
ट्विटर पर फैन्स ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
स्टुअर्ट बिन्नी को अमित मिश्रा की जगह शामिल किे जाने की बात क्रिकेट फैन्स को एक बार फिर रास नहीं आई और उन्होंने ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर करनी शुरू कर दी। कुछ ट्वीट्स इस प्रकार रहे :
एक फैन ने कहा कि विराट क्या यह सोचते हैं कि बिन्नी पहले ही सत्र में दक्षिण अफ्रीकी बैटिंग को उखाड़ फेंकेगे।
What does #Kohli think? #Binny will run through the SA batting order in the 1st session? #Rubbish #IndvSA
— Aditya R (@aditya_r03) November 14, 2015
एक फैन ने लिखा कि बिन्नी से मिश्रा हजार गुना बेहतर हैं-
On any day of the year #mishra is 1000 times better than #binny #wasteplayer #indvsa
— varun (@varunsach) November 14, 2015
@BCCI #INDvSA Cannot fathom this infinite tolerance for #Binny .... Cannot bat or bowl!
— Sudhish (@iamsudhish) November 14, 2015
उमेश की जगह ईशांत
ईशांत शर्मा की वापसी से टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी निश्चित रूप से मजबूत हुई, लेकिन उन्हें वरुण आरोन की जगह लिया जाना था, क्योंकि आरोन की तुलना में उमेश यादव का रिकॉर्ड ज्यादा बेहतर है और वे अनुभवी भी अधिक हैं। यादव ने 16 टेस्ट में 48 विकेट लिए हैं, वहीं वरुण आरोन ने 8 टेस्ट में 17 विकेट लिए हैं। इस प्रकार यादव का स्ट्राइक रेट आरोन से कहीं बेहतर है।
अब देखना यह होगा कि विराट कोहली का बिन्नी को शामिल करने का फैसला कितना सही साबित होता है या बिन्नी खुद के चयन को कितना सार्थक साबित कर पाएंगे...
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