नई दिल्ली:
बीसीसीआई ने 'ऐतिहासिक' शुरुआत का वादा करते हुए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के वैश्विक प्रसारण अधिकारों के 10 साल के आवंटन के लिए खुली निविदा प्रक्रिया की घोषणा की. यह ऐसा कदम है जो लोढ़ा समिति की व्यवसायिक करार में पारदर्शिता संबंधित सिफारिशों के मुफीद है.
बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की, "हम आईपीएल वैश्विक मीडिया अधिकार (टीवी और डिजिटल) के लिए अगले 10 साल के लिए निविदा प्रक्रिया की घोषणा कर खुश हैं." उन्होंने कहा, "आईपीएल अब सबसे तेजी से आगे बढ़नी वाली, दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिकेट लीग है और यह दुनिया में छठी सबसे लोकप्रिय लीग है, इसलिए जब हम अगली निविदा प्रक्रिया की घोषणा कर रहे हैं तो हमारे लिए इसे पारदर्शी बनाना सबसे अहम है क्योंकि यह विश्व क्रिकेट के इतिहास में ऐतिहासिक बोली होने वाली है."
ठाकुर ने कहा, "पिछले नौ वर्षों में हमने देखा कि दुनिया ने आईपीएल को अपनी पसंदीदा लीग के तौर पर मान्यता दी है. शीर्ष खिलाड़ी भी इसमें भाग लेना चाहते हैं और बीसीसीआई को इस लीग को शुरू करने का गर्व है क्योंकि अन्य इसका अनुसरण करना चाहते हैं." इस समय आईपीएल के मीडिया अधिकार सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (एसपीएनआई) के पास हैं और यह करार आईपीएल के 2017 में अगले चरण के बाद खत्म हो जाएगा.
इस निविदा में टीवी और डिजिटल के लिए अलग-अलग पैकेज की पेशकश की गई है जिसमें 2018-2027 के लिए भारतीय उपमहाद्वीप के टीवी अधिकार, 2018-2022 के लिए भारतीय उपमहाद्वीप के डिजिटल अधिकार, टीवी प्रसारण में पांच मिनट की देरी के अधिकार शामिल हैं.
बोली की प्रक्रिया के बारे में बीसीसीआई ने कहा कि भारतीय बोर्ड के लिए सबसे ज्यादा धनराशि की बोली लगाने वाले को स्वीकार करने की बाध्यता नहीं होगी और बीसीसीआई किसी भी समय प्रक्रिया में संशोधन करने का अधिकार रखता है. बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने बोली लगाने के लिये समय सीमा के बारे में बात करते हुए कहा कि 18 अक्टूबर निविदा खरीदने की अंतिम तारीख होगी और 25 अक्टूबर बोलियों को जमा करने की आखिरी तारीख होगी.
सोनी नेटवर्क के पास बोर्ड को पेशकश देने का पहला अधिकार था लेकिन बीसीसीआई ने खुली निविदा करने का फैसला किया है. इस कदम से उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढा पैनल से समर्थन मिलने की संभावना है जो बीसीसीआई के व्यावसायिक करारों में पारदर्शिता की वकालत करता है.
वर्ष 2008 में विश्व स्पोर्ट्स ग्रुप ने आईपीएल के टीवी अधिकार 91.80 करोड़ डालर में 10 साल के लिए हासिल किए थे. इसने मल्टी स्क्रीन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (एमएसएम) से सोनी को अधिकारिक प्रसारक बनाने के लिए करार पर हस्ताक्षर किए थे. यह अनुबंध 2009 आईपीएल से पहले दोबारा किया गया था जिसमें मल्टी स्क्रीन मीडिया ने बीसीसीआई के साथ नौ साल के लिए एक अरब 63 करोड़ डालर का करार किया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने यहां प्रेस कांफ्रेंस में घोषणा की, "हम आईपीएल वैश्विक मीडिया अधिकार (टीवी और डिजिटल) के लिए अगले 10 साल के लिए निविदा प्रक्रिया की घोषणा कर खुश हैं." उन्होंने कहा, "आईपीएल अब सबसे तेजी से आगे बढ़नी वाली, दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिकेट लीग है और यह दुनिया में छठी सबसे लोकप्रिय लीग है, इसलिए जब हम अगली निविदा प्रक्रिया की घोषणा कर रहे हैं तो हमारे लिए इसे पारदर्शी बनाना सबसे अहम है क्योंकि यह विश्व क्रिकेट के इतिहास में ऐतिहासिक बोली होने वाली है."
ठाकुर ने कहा, "पिछले नौ वर्षों में हमने देखा कि दुनिया ने आईपीएल को अपनी पसंदीदा लीग के तौर पर मान्यता दी है. शीर्ष खिलाड़ी भी इसमें भाग लेना चाहते हैं और बीसीसीआई को इस लीग को शुरू करने का गर्व है क्योंकि अन्य इसका अनुसरण करना चाहते हैं." इस समय आईपीएल के मीडिया अधिकार सोनी पिक्चर्स नेटवर्क इंडिया (एसपीएनआई) के पास हैं और यह करार आईपीएल के 2017 में अगले चरण के बाद खत्म हो जाएगा.
इस निविदा में टीवी और डिजिटल के लिए अलग-अलग पैकेज की पेशकश की गई है जिसमें 2018-2027 के लिए भारतीय उपमहाद्वीप के टीवी अधिकार, 2018-2022 के लिए भारतीय उपमहाद्वीप के डिजिटल अधिकार, टीवी प्रसारण में पांच मिनट की देरी के अधिकार शामिल हैं.
बोली की प्रक्रिया के बारे में बीसीसीआई ने कहा कि भारतीय बोर्ड के लिए सबसे ज्यादा धनराशि की बोली लगाने वाले को स्वीकार करने की बाध्यता नहीं होगी और बीसीसीआई किसी भी समय प्रक्रिया में संशोधन करने का अधिकार रखता है. बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने बोली लगाने के लिये समय सीमा के बारे में बात करते हुए कहा कि 18 अक्टूबर निविदा खरीदने की अंतिम तारीख होगी और 25 अक्टूबर बोलियों को जमा करने की आखिरी तारीख होगी.
सोनी नेटवर्क के पास बोर्ड को पेशकश देने का पहला अधिकार था लेकिन बीसीसीआई ने खुली निविदा करने का फैसला किया है. इस कदम से उच्चतम न्यायालय द्वारा नियुक्त लोढा पैनल से समर्थन मिलने की संभावना है जो बीसीसीआई के व्यावसायिक करारों में पारदर्शिता की वकालत करता है.
वर्ष 2008 में विश्व स्पोर्ट्स ग्रुप ने आईपीएल के टीवी अधिकार 91.80 करोड़ डालर में 10 साल के लिए हासिल किए थे. इसने मल्टी स्क्रीन मीडिया प्राइवेट लिमिटेड (एमएसएम) से सोनी को अधिकारिक प्रसारक बनाने के लिए करार पर हस्ताक्षर किए थे. यह अनुबंध 2009 आईपीएल से पहले दोबारा किया गया था जिसमें मल्टी स्क्रीन मीडिया ने बीसीसीआई के साथ नौ साल के लिए एक अरब 63 करोड़ डालर का करार किया था.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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