Basit Ali Big Statement: पाकिस्तान क्रिकेट टीम में उठापटक जारी है. ग्रीन टीम को नवंबर-दिसंबर में ऑस्ट्रेलिया और जिम्बाब्वे का दौरा करना है. आगामी सीरीज के लिए टीम का ऐलान भी कर दिया गया है. जहां से अनुभवी बल्लेबाज फखर जमां का नाम गायब है. यही नहीं उन्हें लेटेस्ट सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में भी जगह नहीं दी गई है. जिसके बाद से पाकिस्तानी पूर्व क्रिकेटर दो हिस्सों में बट गए हैं. कुछ लोगों का मानना है कि जमां के साथ बोर्ड अन्याय कर रहा है, जबकि कुछ लोगों का मानना है कि खिलाड़ियों के ऊपर सख्ती बरतनी जरुरी है.
पाकिस्तान क्रिकेट के मौजूदा हाल पर पूर्व क्रिकेटर बासित अली ने भी अपना विचार साझा किया है. समां टीवी के साथ हुई बातचीत की दौरान उन्होंने कहा, ''कैंसर का इलाज डिस्प्रिन से हो रहा है.'' अली के इस जवाब का मतलब है कि वो पाकिस्तान के मौजूदा सपोर्ट स्टाफ से खुश नहीं है. उनके मुताबिक जो लोग पांच छह साल पहले जी हुजूरी करके बोर्ड में आए थे. वह अब भी अपने पदों पर जमे हुए हैं. बल्कि अन्य लोग बाहर हो गए. इसपर एंकर ने पूछा कौन लोग? जिसपर जवाब देते हुए उन्होंने सीईओ सलमान नसीर का नाम लिया.
फखर जमां को टीम से बाहर किए जाने की कहानी
दरअसल, पूरी कहानी कुछ इस तरह है कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मुकाबले में मिली शिकस्त के बाद टीम मैनेजमेंट ने बाबर आजम को दूसरे और तीसरे टेस्ट मैच से आराम दिया था. उसके बाद फखर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा था, ''बाबर आजम को टीम से बाहर किए जाने की बात सुन रहा हूं. टीम इंडिया ने कोहली को 2020 से 2023 तक आउट ऑफ फॉर्म होने के बावजूद बाहर नहीं किया था. इस दौरान उनका औसत 19.33, 28.21 और 26.50 का था.''
फखर की यही पोस्ट सेलेक्शन कमेटी को कुछ खास रास नहीं आई थी. बीते रविवार को जब पाकिस्तानी टीम का ऐलान हुआ तब पीसीबी चीफ मोहसिन नकवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कई सवालों का जवाब दिया. इस दौरान उनसे जब फखर को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब में कहा कि उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया गया है.