मोहम्मद आमिर पाकिस्तान की ओर से अहम भूमिका निभा सकते हैं (फाइल फोटो)
ब्रिस्बेन:
पाकिस्तान की टीम इन दिनों ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर है और उसे वहां कंगारुओं से तीन टेस्ट और पांच वनडे की सीरीज खेलनी है. वैसे ऑस्ट्रेलियाई टीम खुद भी पिछले कुछ समय से हार से परेशान है. पहले उसने श्रीलंका के खिलाफ सीरीज गंवाई, फिर दक्षिण अफ्रीका ने उसे अपने घर में वनडे सीरीज में बुरी तरह हराया और इसके बाद उन्हीं की धरती पर टेस्ट सीरीज में करारी मात दी. फिर भी जब उपमहाद्वीप की कोई टीम ऑस्ट्रेलियाई धरती पर खेलती है, तो उसके लिए वहां का सफर आसान नहीं रहता, क्योंकि उसके बल्लेबाजों और गेंदबाजों दोनों को तेज और बाउंसी विकेट पर संघर्ष करना पड़ता है. हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज जीतने वाली ऑस्ट्रेलिया टीम एक बार फिर जीत का स्वाद चख चुकी है और टेस्ट में भी वापसी की फिराक में है. उसके तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क ने इरादे जाहिर भी कर दिए है. इतिहास भी पाकिस्तान के लिए ठीक नहीं रहा है और उसे ऑस्ट्रेलिया में पिछली 11 सीरीज में कभी जीत दर्ज नहीं मिली है.
तेज विकेट पाक की कमजोरी
स्टार्क ने पाकिस्तान के साथ सीरीज को लेकर कहा है कि उनकी टीम पहले ही डे-नाइट टेस्ट से पाकिस्तान पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की रणनीति अपनाएगी. ध्यान देने वाली बात यह है कि पाकिस्तान को डे-नाइट टेस्ट का खास अनुभव नहीं है. मतलब पहले टेस्ट से ही वह दबाव में होगी. स्टार्क ने कहा कि पाकिस्तान विदेशी धरती पर संघर्ष करता रहा है. ऐसे में वह उनकी इस कमजोरी का पूरा फायदा उठाएंगे. स्टार्क को उम्मीद है कि उनकी युवा टीम घरेलू परिस्थिति का फायदा उठाने में पूरी तरह सफल रहेगी.
ब्रिसबेन में पहला टेस्ट खेलने पहुंची पाकिस्तानी टीम ऑस्ट्रेलिया में पिछली तीन सीरीज में 3-0 से हारी है. पाकिस्तान टीम को 1999 के बाद ऑस्ट्रेलिया में खेले सभी नौ टेस्ट मैचों में हार झेलनी पड़ी है. ब्रिस्बेन पहुंचने से पहले न्यूजीलैंड में खेले गए दोनों टेस्ट मैच भी पाकिस्तान हार गई थी.
आमिर-वहाब से उम्मीदें
ऑस्ट्रेलिया टीम ने 1988 से ब्रिसबेन में 27 टेस्ट मैच खेले हैं और वह कोई मैच नहीं हारी है. यानी यहां उसका जीत का प्रतिशत सौ है, जबकि पाकिस्तान की हार का प्रतिशत सौ है, मतलब उसने यहां 4 टेस्ट मैच खेले हैं और सबमें हार गई. पाकिस्तान की उम्मीदें अब वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर के तेज गेंदबाजी आक्रमण पर टिकी हैं, वहीं स्टार्क ने विरोधी टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर के बारे में कहा कि वह बहुत ही शानदार गेंदबाज है. स्टार्क को आमिर की क्षमताएं पता हैं. उन्होंने कहा कि वह तेजी से गेंद फेंकने के साथ-साथ उसे स्विंग भी कराता है. इससे वह खतरनाक हो जाता है.
पाकिस्तान के कोच मिकी आर्थर भी बदला लेना चाहेंगे, क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें कोच पद से बर्खास्त किया था. तीन साल पहले दक्षिण अफ्रीका के मिकी आर्थर की जगह ऑस्ट्रेलिया ने डेरेन लेहमन को कोचिंग की जिम्मेदारी सौंपी थी. अब आर्थर के सामने पाक को जीत दिलाने की जिम्मेदारी है. इससे पहले वह दक्षिण अफ्रीका को 2008-09 में ऑस्ट्रेलिया पर 2-1 से जीत दिला चुके हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
तेज विकेट पाक की कमजोरी
स्टार्क ने पाकिस्तान के साथ सीरीज को लेकर कहा है कि उनकी टीम पहले ही डे-नाइट टेस्ट से पाकिस्तान पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की रणनीति अपनाएगी. ध्यान देने वाली बात यह है कि पाकिस्तान को डे-नाइट टेस्ट का खास अनुभव नहीं है. मतलब पहले टेस्ट से ही वह दबाव में होगी. स्टार्क ने कहा कि पाकिस्तान विदेशी धरती पर संघर्ष करता रहा है. ऐसे में वह उनकी इस कमजोरी का पूरा फायदा उठाएंगे. स्टार्क को उम्मीद है कि उनकी युवा टीम घरेलू परिस्थिति का फायदा उठाने में पूरी तरह सफल रहेगी.
ब्रिसबेन में पहला टेस्ट खेलने पहुंची पाकिस्तानी टीम ऑस्ट्रेलिया में पिछली तीन सीरीज में 3-0 से हारी है. पाकिस्तान टीम को 1999 के बाद ऑस्ट्रेलिया में खेले सभी नौ टेस्ट मैचों में हार झेलनी पड़ी है. ब्रिस्बेन पहुंचने से पहले न्यूजीलैंड में खेले गए दोनों टेस्ट मैच भी पाकिस्तान हार गई थी.
आमिर-वहाब से उम्मीदें
ऑस्ट्रेलिया टीम ने 1988 से ब्रिसबेन में 27 टेस्ट मैच खेले हैं और वह कोई मैच नहीं हारी है. यानी यहां उसका जीत का प्रतिशत सौ है, जबकि पाकिस्तान की हार का प्रतिशत सौ है, मतलब उसने यहां 4 टेस्ट मैच खेले हैं और सबमें हार गई. पाकिस्तान की उम्मीदें अब वहाब रियाज और मोहम्मद आमिर के तेज गेंदबाजी आक्रमण पर टिकी हैं, वहीं स्टार्क ने विरोधी टीम के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर के बारे में कहा कि वह बहुत ही शानदार गेंदबाज है. स्टार्क को आमिर की क्षमताएं पता हैं. उन्होंने कहा कि वह तेजी से गेंद फेंकने के साथ-साथ उसे स्विंग भी कराता है. इससे वह खतरनाक हो जाता है.
पाकिस्तान के कोच मिकी आर्थर भी बदला लेना चाहेंगे, क्योंकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उन्हें कोच पद से बर्खास्त किया था. तीन साल पहले दक्षिण अफ्रीका के मिकी आर्थर की जगह ऑस्ट्रेलिया ने डेरेन लेहमन को कोचिंग की जिम्मेदारी सौंपी थी. अब आर्थर के सामने पाक को जीत दिलाने की जिम्मेदारी है. इससे पहले वह दक्षिण अफ्रीका को 2008-09 में ऑस्ट्रेलिया पर 2-1 से जीत दिला चुके हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
पाकिस्तान क्रिकेट, पाकिस्तान Vs ऑस्ट्रेलिया, टेस्ट सीरीज, टेस्ट मैच, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया, Pakistan Vs Australia, AUSvsPAK, Test Series, Test Match, Cricket Australia, Pakistan Cricket, Wahab Riaz, Mohammad Amir