मुंबई:
महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को अंडर-14 टीम के 30 संभावितों में जगह नहीं मिली है। 'इंडियन एक्सप्रेस' के मुताबिक, सेलेक्शन ट्रायल्स और टूर्नामेंटों में खराब परफॉर्मेंस को इसकी वजह बताया गया है।
पिछली बार अर्जुन मुंबई की विजेता अंडर 14 टीम का हिस्सा रहे थे, लेकिन इस बार वह ऑफ सीजन कैंप का हिस्सा भी नहीं बन पाएंगे।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन ने अच्छा परफॉर्म नहीं किया, इसलिए उन्हें शामिल किए जाने की कोई वजह नहीं थी। उन्हें कहा गया है कि वह खेल सुधार करके मुंबई की जूनियर टीम में आएं।
एमसीए द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में आयोजित मैचों में वह 50 तक स्कोर भी नहीं पहुंचा पाए। इसके बाद चयनकर्ताओं ने बल्लेबाजों को एक और मौका दिया, इसमें भी वह कमाल नहीं दिखा पाए। इसके अलावा अर्जुन की फील्डिंग को लेकर भी समस्याएं हैं।
सिलेक्टर ने यह भी कहा कि अर्जुन को कई लोग कोचिंग दे रहे हैं, इसके बावजूद उनकी फील्डिंग आज के मानकों के हिसाब से कहीं नहीं ठहरती। उन्हें खेल में काफी सुधार लाने की जरूरत है। उनकी बल्लेबाजी अच्छी है, लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों की तरह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना होगा।
एमसीए के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन को यह भी समझना होगा कि सचिन तेंदुलकर का बेटा होने की वजह से उनके लिए सभी चीजें आसान नहीं हो जाएंगी। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। हो सकता है कि 2 साल बाद लोग एक अलग अर्जुन को देखें।
पिछली बार अर्जुन मुंबई की विजेता अंडर 14 टीम का हिस्सा रहे थे, लेकिन इस बार वह ऑफ सीजन कैंप का हिस्सा भी नहीं बन पाएंगे।
मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन ने अच्छा परफॉर्म नहीं किया, इसलिए उन्हें शामिल किए जाने की कोई वजह नहीं थी। उन्हें कहा गया है कि वह खेल सुधार करके मुंबई की जूनियर टीम में आएं।
एमसीए द्वारा गर्मियों की छुट्टियों में आयोजित मैचों में वह 50 तक स्कोर भी नहीं पहुंचा पाए। इसके बाद चयनकर्ताओं ने बल्लेबाजों को एक और मौका दिया, इसमें भी वह कमाल नहीं दिखा पाए। इसके अलावा अर्जुन की फील्डिंग को लेकर भी समस्याएं हैं।
सिलेक्टर ने यह भी कहा कि अर्जुन को कई लोग कोचिंग दे रहे हैं, इसके बावजूद उनकी फील्डिंग आज के मानकों के हिसाब से कहीं नहीं ठहरती। उन्हें खेल में काफी सुधार लाने की जरूरत है। उनकी बल्लेबाजी अच्छी है, लेकिन उन्हें अन्य खिलाड़ियों की तरह अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में बदलना होगा।
एमसीए के सूत्रों के मुताबिक, अर्जुन को यह भी समझना होगा कि सचिन तेंदुलकर का बेटा होने की वजह से उनके लिए सभी चीजें आसान नहीं हो जाएंगी। उन्हें कड़ी मेहनत करनी होगी। हो सकता है कि 2 साल बाद लोग एक अलग अर्जुन को देखें।
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