टीम इंडिया की फिटनेस ट्रेनिंग पर कोच अनिल कुंबले की छाप

टीम इंडिया की फिटनेस ट्रेनिंग पर कोच अनिल कुंबले की छाप

वनडे के कप्‍तान महेंद्र सिंह धोनी के साथ टीम इंडिया के कोच अनिल कुंबले (फाइल फोटो)

खास बातें

  • कोच बोले, फिलहाल अजिंक्‍य रहाणे ही करेंगे रोहित के साथ ओपनिंग
  • मैच में सचिन के 195 छक्कों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं धोनी
  • कोटला में ही कुंबले ने हासिल किए थे पारी के सभी 10 विकेट

राजधानी दिल्ली के फ़िरोजशाह कोटला मैदान पर कोच अनिल कुंबले की निगरानी में टीम इंडिया यो-यो ड्रिल में शामिल हुई.

ऐसी कोशिशों का नतीज़ा सीरीज़ के दौरान भारतीय खिलाड़ियों की फ़ील्डिंग में नज़र आता है. शारीरिक फ़िटनेस पर ध्यान देने के साथ-साथ कोच कुंबले की 'सोच' टीम की रणनीति में भी देखी जा सकती है. कुंबले का मानना है कि सीमित ओवर क्रिकेट में हालात को देखकर टीम के बल्लेबाज़ी क्रम में बदलाव किया जाना बेहतर होता है.

 टीम इंडिया के कोच ने कहा कि "मनीष पांडे ने शानदार प्रदर्शन किया है लेकिन वनडे में हम बैटिंग ऑर्डर को फ़िक्स नहीं कर सकते. टॉस के बाद पहले या बाद में बल्लेबाज़ी करने पर जिस तरह की परिस्थिति होगी, उसे समझ कर ही नंबर-4 पर कौन बल्लेबाज़ी करेगा, इसका फ़ैसला होगा." टेस्‍ट टीम के उपकप्‍तान अजिंक्य रहाणे के बारे में कुंबले ने कहा कि रहाणे ऐसे खिलाड़ी हैं जिनका बल्लेबाज़ी क्रम कभी फ़िक्स नहीं रहा है. पहले वनडे में अजिंक्य रहाणे ने पारी की शुरुआत की थी. सलामी बल्लेबाज़ी को लेकर भी टीम मैनेजमेंट ने विकल्प खुले रखे हैं.

दूसरे वनडे के पहले प्रेस कॉन्फ़्रेंस में कुंबले ने साफ किया, "फ़िलहाल रहाणे ही रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करेंगे. शिखर धवन और केएल राहुल के फ़िट होने के बाद हमारे पास विकल्प होंगे. इस सीरीज़ में तो रोहित शर्मा ही ओपनिंग करेंगे. चैंपियंस ट्रॉफ़ी में हम विकल्प पर विचार करेंगे." गौरतलब है कि फ़िरोज़ शाह कोटला कुंबले का पसंदीदा मैदान है. यहीं उन्होने 1999 में पाकिस्तान के ख़िलाफ़ एक पारी में सभी 10 विकेट लेने का कारनामा किया था. आज भी उसका जिक्र आते उनके चेहरे पर मुस्कान आ जाती है देखिए इस वीडियो में...
कोच कुंबले कहते हैं, "धर्मशाला के बाद हम यहां (दिल्ली में) भी जीत की उम्मीद करेंगे. धर्मशाला में प्रदर्शन की वजह से हम इस मैच में भी कॉन्फ़िडेंस के साथ खेलेंगे. हमारा रवैया हर मैच को जीतने का होगा. कोटला में जीत के लक्ष्य के अलावा कप्तान एमएस धोनी की नज़र चैंपियंस ट्रॉफ़ी के लिए टीम का सही कॉम्बिनेशन और खिलाड़ियों के सटीक रोल को तलाशने पर है. वे टीम के लिए नये मैच फ़िनिशर्स तराशना चाहते हैं तो खुद के लिए भी बैटिंग ऑर्डर में कहीं ऊपर अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं.

कोच कुंबले ने कहा, "धोनी के पास काफ़ी अनुभव और काबिलियत है.. उनके बैटिंग ऑर्डर में सेटल करने को लेकर फ़िक्र नहीं होनी चाहिए. कोटला की पिच भी बल्लेबाज़ी के माकूल मानी जा रही है. ऐसे में फ़ैन्स की नज़र कोहली की विराट पारी से लेकर धोनी के छक्कों तक पर भी रहेगी जो मैच में तीन छक्के लगाकर सचिन के 195 छक्कों के रिकॉर्ड से आगे निकल सकते हैं.

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