कोच कुंबले कोचिंग के नए-नए तरीके आजमा रहे हैं, जिसका अश्विन ने जिक्र किया है (फाइल फोटो)
एंटीगा:
आईसीसी की टेस्ट रैंकिंग में पाकिस्तान के स्पिनर यासिर शाह को पछाड़कर नंबर वन गेंदबाज बने आर अश्विन ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने ऐतिहासिक प्रदर्शन का श्रेय काफी हद तक कोच अनिल कुंबले को दिया है। अश्विन जो इससे पहले लंबे से समय से एशियाई महाद्वीप के बाहर एक बार फिर 5 या अधिक विकेट लेने के लिए तरस रहे थे, उन्होंने इस सीरीज के पहले ही मैच में एक पारी में 7 विकेट झटककर इतिहास रच दिया। गौरतलब है कि उन्होंने बल्ले से कमाल करते हुए शतक भी बनाया था और पहली पारी में बड़ा स्कोर खड़ा करने में अहम भूमिका निभाई थी। दरअसल कोच कुंबले ने टीम के प्रदर्शन में सुधार के लिए कई उपाय आजमाए हैं, इनमें से गेंदबाजों की बैटिंग को मजबूती देना भी शामिल है।
अश्विन ने पहली पारी में शतक बनाया था, लेकिन 17 ओवर की गेंदबाजी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था। फिर अश्विन परेशान होकर कोच कुंबले के पास पहुंचे और कोच ने उन्हें निराश नहीं किया। कुंबले की सलाह से उन्हें लंबे स्पेल डालने में काफी मदद मिली, वहीं विकेट भी मिले।
अश्विन ने बीसीसीआई डाट टीवी से कहा, ‘‘मैं पहली पारी में मैच के दौरान लगभग 25-25 ओवर तक विकेट नहीं हासिल कर सका। इससे मुझे निश्चित रूप से परेशानी होती रही, क्योंकि मैं ऐसा गेंदबाज हूं जो विकेट चटकाते रहना पसंद करता हूं। मैं कुंबले से बात करता रहा कि मैं क्या सही कर रहा हूं और क्या नहीं।’’
उन्होंने आगे कहा कि कोच कुंबले ने कई विकल्प सुझाए, जो उन्हें विकेट दिला सकते थे और अश्विन उन पर अमल करते जा रहे थे, फिर क्या था सफलता मिलने लगी।
अश्विन ने कहा, ‘‘मैं लगातार कुंबले से बात करता रहा कि गेंदबाजी में कितनी स्पीड ठीक रहेगी। उन्होंने मुझे अलग-अलग तरह के कई उपाय सुझाए। उन्होंने बताया कि मैं बल्लेबाजों को किस लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी कर सकता हूं। यह सब विकेट झटकने को लेकर था और अच्छा हुआ कि हम ऐसा करने में कामयाब हुए।’’
विंडीज के खिलाफ एंटीगा टेस्ट में अश्विन ने शानदार शतक लगाया था (फोटो: AFP)
कुंबले की प्रेरणा से अश्विन टेस्ट मैचों में दो बार शतकीय पारी (113 रन) खेलने के साथ पांच विकेट चटकाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए और रिकॉर्ड बना दिया। उन्होंने इंग्लैंड के ऑलराउंडर इयान बाथम (जिन्होंने एक ही टेस्ट में शतक बनाने के साथ 7 विकेट चटकाए थे) की बराबरी कर ली।
गौरतलब है कि अश्विन ने एंटीगा में दूसरी पारी में 83 रन देकर 7 विकेट चटकाए थे, जिससे भारतीय टीम ने पहला टेस्ट चार दिन के अंदर जीत लिया। अश्विन विश्व टेस्ट इतिहास में एक ही टेस्ट में शतक और 7 विकेट लेने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज बन गए हैं। पहली बार यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के जैक ग्रॉगरी ने किया था। 1921 में ग्रॉगरी ने शतक बनाकर गेंदबाजी में 7 विकेट भी हासिल किए थे। इसके बाद इंग्लैंड के इयान बॉथम ने एक बार नहीं, बल्कि दो बार (1978 और 1980) यह रिकॉर्ड बनाया।
अश्विन के अब 33 टेस्ट मैचों में 183 विकेट और 1317 रन हो गए हैं।
(इनपुट भाषा से भी)
अश्विन ने पहली पारी में शतक बनाया था, लेकिन 17 ओवर की गेंदबाजी में उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था। फिर अश्विन परेशान होकर कोच कुंबले के पास पहुंचे और कोच ने उन्हें निराश नहीं किया। कुंबले की सलाह से उन्हें लंबे स्पेल डालने में काफी मदद मिली, वहीं विकेट भी मिले।
अश्विन ने बीसीसीआई डाट टीवी से कहा, ‘‘मैं पहली पारी में मैच के दौरान लगभग 25-25 ओवर तक विकेट नहीं हासिल कर सका। इससे मुझे निश्चित रूप से परेशानी होती रही, क्योंकि मैं ऐसा गेंदबाज हूं जो विकेट चटकाते रहना पसंद करता हूं। मैं कुंबले से बात करता रहा कि मैं क्या सही कर रहा हूं और क्या नहीं।’’
उन्होंने आगे कहा कि कोच कुंबले ने कई विकल्प सुझाए, जो उन्हें विकेट दिला सकते थे और अश्विन उन पर अमल करते जा रहे थे, फिर क्या था सफलता मिलने लगी।
अश्विन ने कहा, ‘‘मैं लगातार कुंबले से बात करता रहा कि गेंदबाजी में कितनी स्पीड ठीक रहेगी। उन्होंने मुझे अलग-अलग तरह के कई उपाय सुझाए। उन्होंने बताया कि मैं बल्लेबाजों को किस लाइन एवं लेंथ में गेंदबाजी कर सकता हूं। यह सब विकेट झटकने को लेकर था और अच्छा हुआ कि हम ऐसा करने में कामयाब हुए।’’
विंडीज के खिलाफ एंटीगा टेस्ट में अश्विन ने शानदार शतक लगाया था (फोटो: AFP)
कुंबले की प्रेरणा से अश्विन टेस्ट मैचों में दो बार शतकीय पारी (113 रन) खेलने के साथ पांच विकेट चटकाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन गए और रिकॉर्ड बना दिया। उन्होंने इंग्लैंड के ऑलराउंडर इयान बाथम (जिन्होंने एक ही टेस्ट में शतक बनाने के साथ 7 विकेट चटकाए थे) की बराबरी कर ली।
गौरतलब है कि अश्विन ने एंटीगा में दूसरी पारी में 83 रन देकर 7 विकेट चटकाए थे, जिससे भारतीय टीम ने पहला टेस्ट चार दिन के अंदर जीत लिया। अश्विन विश्व टेस्ट इतिहास में एक ही टेस्ट में शतक और 7 विकेट लेने वाले दुनिया के तीसरे गेंदबाज बन गए हैं। पहली बार यह कारनामा ऑस्ट्रेलिया के जैक ग्रॉगरी ने किया था। 1921 में ग्रॉगरी ने शतक बनाकर गेंदबाजी में 7 विकेट भी हासिल किए थे। इसके बाद इंग्लैंड के इयान बॉथम ने एक बार नहीं, बल्कि दो बार (1978 और 1980) यह रिकॉर्ड बनाया।
अश्विन के अब 33 टेस्ट मैचों में 183 विकेट और 1317 रन हो गए हैं।
(इनपुट भाषा से भी)
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