तेज गेंदबाज उमेश यादव को सलाह देते हुए अनिल कुंबले (फाइल फोटो)
कैंप का वक्त खत्म हो गया और टीम इंडिया वेस्ट इंडीज़ के कड़े इम्तिहान के लिए तैयार है। बेंगलुरू में लगा 5 दिन का कैंप कुंबले के साथ कोच के तौर पर टीम इंडिया का पहला कैंप था। अनिल कुंबले ने इस कैंप में बता दिया कि उनका काम करने का तरीका बाकी तमाम कोचों से अलग रहने वाला है। टीम इंडिया के कोच ने इन पांच तरीकों से खिलाड़ियों को वेस्टइंडीज दौरे के लिए तैयार किया...
कठिन हालात में अभ्यास
कैंप के दौरान कुंबले टीम इंडिया को बेंगलुरू शहर से 40 किलोमीटर अलूर के मैदान में ले गए जहां पर पिच तेज़ गेंदबाज़ों को काफी मददगार थी। इस पिच पर कुंबले ने बल्लेबाज़ों का एक घंटे का कठिन इम्तिहान लिया। इस मुश्किल इम्तिहान में कई बल्लेबाज़ नाकाम रहे, लेकिन इससे उन्हें आने वाले समय की चुनौती के लिए तैयार होने का बेहतरीन मौका मिला।
हर खिलाड़ी के लिए खास तैयारी
चाहे शिखर धवन को ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर बल्लेबाजी अभ्यास कराना हो या फिर अमित मिश्रा के साथ स्पिन के बारे में चर्चा करनी हो, बेंगलूरू कैंप में हर खिलाड़ी के लिए खास तैयारियां की गई। खिलाड़ी भी इससे काफी खुश नज़र आए।
योग सेशन से मानसिक तौर पर बनाया जा रहा मजबूत
कई सालों बाद टीम में योग की भूमिका फिर लौट आई। बैंगलूरू कैंप के दौरान खिलाड़ियों के योग सेशन भी हुए जिनसे खिलाड़ियों को मानसिक रूप से और मज़बूत बनाने की कोशिश की गई। खिलाड़ी मान रहे हैं कि उन्हें लंबे समय में इससे फायदा भी खूब होगा।
buddy system से खिलाड़ी एक-दूसरे की कर रहे हैं मदद
कुंबले के आते ही टीम में आ गया नया buddy system. नए कोच कुंबले ने खिलाड़ियों को एक-दूसरे का साथी बना दिया है ताकि वे एक-दूसरे के खेल को बेहतर बना सकें। टीम में एक गेंदबाज़ और एक बल्लेबाज़ को साथी बनाया गया और दोनों एक, दूसरे के खेल को सुधारने में मदद करते हैं।
ढोल बाजे, टीम नाचे
टीम की ढोल बजाते और नाचते हुए तस्वीरें लंबे समय तक फैंस के दिलो दिमाग में ताजा रहेंगी। बहुत कम बार क्रिकेटरों को इस तरह से खुलकर मौज मस्ती करते देखा गया। मैदान के बाहर खिलाड़ियों को इस तरीके से रिलेक्स कराने का कोच कुंबले का यह नया प्रयोग दिल को छू गया..।
कठिन हालात में अभ्यास
कैंप के दौरान कुंबले टीम इंडिया को बेंगलुरू शहर से 40 किलोमीटर अलूर के मैदान में ले गए जहां पर पिच तेज़ गेंदबाज़ों को काफी मददगार थी। इस पिच पर कुंबले ने बल्लेबाज़ों का एक घंटे का कठिन इम्तिहान लिया। इस मुश्किल इम्तिहान में कई बल्लेबाज़ नाकाम रहे, लेकिन इससे उन्हें आने वाले समय की चुनौती के लिए तैयार होने का बेहतरीन मौका मिला।
हर खिलाड़ी के लिए खास तैयारी
चाहे शिखर धवन को ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर बल्लेबाजी अभ्यास कराना हो या फिर अमित मिश्रा के साथ स्पिन के बारे में चर्चा करनी हो, बेंगलूरू कैंप में हर खिलाड़ी के लिए खास तैयारियां की गई। खिलाड़ी भी इससे काफी खुश नज़र आए।
योग सेशन से मानसिक तौर पर बनाया जा रहा मजबूत
कई सालों बाद टीम में योग की भूमिका फिर लौट आई। बैंगलूरू कैंप के दौरान खिलाड़ियों के योग सेशन भी हुए जिनसे खिलाड़ियों को मानसिक रूप से और मज़बूत बनाने की कोशिश की गई। खिलाड़ी मान रहे हैं कि उन्हें लंबे समय में इससे फायदा भी खूब होगा।
buddy system से खिलाड़ी एक-दूसरे की कर रहे हैं मदद
कुंबले के आते ही टीम में आ गया नया buddy system. नए कोच कुंबले ने खिलाड़ियों को एक-दूसरे का साथी बना दिया है ताकि वे एक-दूसरे के खेल को बेहतर बना सकें। टीम में एक गेंदबाज़ और एक बल्लेबाज़ को साथी बनाया गया और दोनों एक, दूसरे के खेल को सुधारने में मदद करते हैं।
ढोल बाजे, टीम नाचे
टीम की ढोल बजाते और नाचते हुए तस्वीरें लंबे समय तक फैंस के दिलो दिमाग में ताजा रहेंगी। बहुत कम बार क्रिकेटरों को इस तरह से खुलकर मौज मस्ती करते देखा गया। मैदान के बाहर खिलाड़ियों को इस तरीके से रिलेक्स कराने का कोच कुंबले का यह नया प्रयोग दिल को छू गया..।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं