स्टीव वॉ के बेटे ऑस्टिन वॉ (फोटो : cricket.com.au)
नई दिल्ली:
मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन के बारे में तो आप सब जानते हैं. भारतीय मीडिया में अर्जुन के बारे में समय-समय पर लिखा जाता रहा है, वहीं हमने आपको राहुल द्रविड़ के बेटे समित के बारे में भी बताया था, लेकिन क्या आपने ऑस्ट्रेलिया के महान क्रिकेटर और कप्तान स्टीव वॉ के बेटे की उपलब्धियों के बारे में सुना है. ऑस्टिन इन दिनों ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में धूम मचा रहे हैं. वह बिल्कुल उसी तरह से खेल रहे हैं, जैसे कि उनके पिता ने 80 और 90 के दशक में खेल दिखाया था. पिछले दिनों उन्होंने अपनी पारी से टीम को खिताब दिला दिया.
पिता की तरह कूल
हाल ही में ऑस्टिन वॉ ने अंडर-17 नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल में न्यू साउथ वेल्स मेट्रो की ओर से खेलते हुए क्वीन्सलैंड के खिलाफ ब्रिसबेन के एलन बॉर्डर मैदान पर मुश्किल समय में अपने पिता के अंदाज में खेलते हुए मैच विजयी शतक ठोका है. उन्होंने 136 गेंदों में 122 रनों का पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 6 छक्के लगाए. ऑस्टिन के क्रीज पर रहते ही उनकी टीम के 57 रन पर 4 विकेट लौट चुके थे. फिर उन्होंने अन्य बल्लेबाजों के साथ साझेदारियां बनानी शुरू की.
ऑस्टिन के शतक से उनकी टीम ने 50 ओवरों में 6 विकेट पर 274 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया. जवाब में क्वीन्सलैंड की टीम महज 122 रन पर ही सिमट गई और न्यू साउथ वेल्स मेट्रो ने 152 रन से बड़ी जीत दर्ज कर ली.
ऑस्ट्रेलिया के अंडर 17 क्रिकेटर जूनियर वॉ कहते हैं, 'मेरे पिता हमेशा मुझे रास्ता दिखाने के लिए रहते हैं. उनसे बात करके मुझे फ़ायदा होता है और इसका असर मेरे क्रिकेट करियर पर दिखाई भी देता है.'
टूर्नामेंट में बनाए 372 रन
ऑस्टिन ने केवल इस मैच में नहीं बल्कि पूरे टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ी और जब-जब टीम संकट में फंसी उन्होंने अपनी पारी से उसे सहारा दिया. इस टूर्नामेंट में ऑस्टिन वॉ ने 8 पारियों में 74.4 के शानदार औसत से 372 रन ठोके हैं और फाइनल में उनके शतक ने उन्हें पूरे ऑस्ट्रेलिया में चर्चा में ला दिया. उनकी टीम ने सेमीफाइनल में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक जीत दर्ज की थी, लेकिन क्वीन्सलैंड के खिलाफ उसे ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा.
कुछ यूं की बल्लेबाजी
फाइनल मुकाबले में क्वीन्सलैंड के कप्तान एंगुस लॉवेल ने टॉस जीत और न्यू साउथ वेल्स मेट्रो को बैटिंग के लिए आमंत्रित किया. उनके गेंदबाजों ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए विरोधी टीम के विकेट उखाड़ने शुरू कर दिए और 57 रन पर ही 4 विकेट चटका दिए. इसके बाद ऑस्टिन का साथ देने के लिए ऐडन बैरियोल आए और दोनों ने मिलकर 199 रन की साझेदारी करके टीम को संकट से उबार लिया. बैरियोल ने 85 रन की पारी खेली. उनके आउट होने के बाद भी ऑस्टिन ने हार नहीं मानी और अपने पिता स्टीव वॉ की तरह धैर्य से खेलते हुए 136 गेंदों में 122 रन बनाकर नाबाद लौटे.
स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के महानतम कप्तानों में से एक रहे हैं. उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया 1999 का वनडे वर्ल्ड कप भी जीता था. उनकी कप्तानी में टीम ने लगातार 15 टेस्ट मैच भी जीते थे. उन्होंने 168 टेस्ट में 10, 927 रन (औसत 51.06) बनाए थे, जबकि वनडे में 325 मैचों में 7569 रन बनाए, जिनमें उनका औसत 32.90 रहा.
भारतीय सितारों के बेटे
समित द्रविड़
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और 'द वॉल' के नाम से मशहूर क्रिकेटर राहुल द्रविड़ के बेटे अप्रैल, 2016 में सबका ध्यान खींचा था. द्रविड़ के 10 वर्षीय बेटे समित ने अंडर-14 के क्लब क्रिकेट मैच में सेंचुरी ठोकी थी. समित ने 125 रनों की पारी खेली और टीम की जीत में अहम योगदान दिया था.
समित ने लोयोला ग्राउंड पर बैंगलोर यूनाइटेड क्रिकेट क्लब (बीयूसीसी) की ओर से खेलते हुए अपने पार्टनर प्रत्यूष के साथ 213 रन की साझेदारी की थी. यह मैच फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल और बीयूसीसी के बीच खेला गया था. 30 ओवर के इस मैच में पहले खेलते हुए बीयूसीसी ने 326 रन का लक्ष्य रखा, वहीं फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल की टीम सिर्फ 80 रन पर ही सिमट गई. समित-प्रत्यूष की शानदार बल्लेबाजी से बीयूसीसी ने यह मैच 246 रन से जीत लिया. समित ने 125 रनों की पारी में 12 चौके जड़े. उनका साथ दे रहे प्रत्यूष ने भी शतक लगाया और 143 रन बनाकर नाबाद रहे थे.
अर्जुन तेंदुलकर : दिखी थी युवराज सिंह की झलक
मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को मई, 2016 में एक नई उपलब्धि हासिल हुई थी. उन्हें हुबली के अंतर क्षेत्रीय टूर्नामेंट के लिए वेस्ट जोन की अंडर-16 टीम में शामिल किया गया था.
अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अंडर-16 पय्याडे ट्रॉफी टूर्नामेंट में बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन के आधार पर मुंबई अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए भी चुना गया था. अर्जुन की पय्याडे ट्रॉफी में 106 रनों की शतकीय पारी को क्रिकेटप्रेमियों ने हाथों-हाथ लिया था. शतक बनाते ही अर्जुन तेंदुलकर माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे थे, और उनके प्रशंसकों का कहना था कि इस पारी में अर्जुन बाएं-हत्था बल्लेबाज युवराज सिंह की तरह खेलते दिखे.
खेल चुके हैं 42 गेंदों में 118 रन की पारी
2014 में मुंबई में स्मैश मास्टर ब्लास्टर टूर्नामेंट में अर्जुन ने धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल टीम की तरफ से खेलते हुए एक मैच में सिर्फ 42 गेंदों पर 118 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी.
पिता की तरह कूल
हाल ही में ऑस्टिन वॉ ने अंडर-17 नेशनल चैंपियनशिप के फाइनल में न्यू साउथ वेल्स मेट्रो की ओर से खेलते हुए क्वीन्सलैंड के खिलाफ ब्रिसबेन के एलन बॉर्डर मैदान पर मुश्किल समय में अपने पिता के अंदाज में खेलते हुए मैच विजयी शतक ठोका है. उन्होंने 136 गेंदों में 122 रनों का पारी खेली, जिसमें 4 चौके और 6 छक्के लगाए. ऑस्टिन के क्रीज पर रहते ही उनकी टीम के 57 रन पर 4 विकेट लौट चुके थे. फिर उन्होंने अन्य बल्लेबाजों के साथ साझेदारियां बनानी शुरू की.
ऑस्टिन के शतक से उनकी टीम ने 50 ओवरों में 6 विकेट पर 274 रन का बड़ा स्कोर खड़ा कर दिया. जवाब में क्वीन्सलैंड की टीम महज 122 रन पर ही सिमट गई और न्यू साउथ वेल्स मेट्रो ने 152 रन से बड़ी जीत दर्ज कर ली.
ऑस्ट्रेलिया के अंडर 17 क्रिकेटर जूनियर वॉ कहते हैं, 'मेरे पिता हमेशा मुझे रास्ता दिखाने के लिए रहते हैं. उनसे बात करके मुझे फ़ायदा होता है और इसका असर मेरे क्रिकेट करियर पर दिखाई भी देता है.'
टूर्नामेंट में बनाए 372 रन
ऑस्टिन ने केवल इस मैच में नहीं बल्कि पूरे टूर्नामेंट में अपनी छाप छोड़ी और जब-जब टीम संकट में फंसी उन्होंने अपनी पारी से उसे सहारा दिया. इस टूर्नामेंट में ऑस्टिन वॉ ने 8 पारियों में 74.4 के शानदार औसत से 372 रन ठोके हैं और फाइनल में उनके शतक ने उन्हें पूरे ऑस्ट्रेलिया में चर्चा में ला दिया. उनकी टीम ने सेमीफाइनल में वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रोमांचक जीत दर्ज की थी, लेकिन क्वीन्सलैंड के खिलाफ उसे ज्यादा संघर्ष नहीं करना पड़ा.
कुछ यूं की बल्लेबाजी
फाइनल मुकाबले में क्वीन्सलैंड के कप्तान एंगुस लॉवेल ने टॉस जीत और न्यू साउथ वेल्स मेट्रो को बैटिंग के लिए आमंत्रित किया. उनके गेंदबाजों ने कप्तान के फैसले को सही साबित करते हुए विरोधी टीम के विकेट उखाड़ने शुरू कर दिए और 57 रन पर ही 4 विकेट चटका दिए. इसके बाद ऑस्टिन का साथ देने के लिए ऐडन बैरियोल आए और दोनों ने मिलकर 199 रन की साझेदारी करके टीम को संकट से उबार लिया. बैरियोल ने 85 रन की पारी खेली. उनके आउट होने के बाद भी ऑस्टिन ने हार नहीं मानी और अपने पिता स्टीव वॉ की तरह धैर्य से खेलते हुए 136 गेंदों में 122 रन बनाकर नाबाद लौटे.
स्टीव वॉ ऑस्ट्रेलिया के महानतम कप्तानों में से एक रहे हैं. उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया 1999 का वनडे वर्ल्ड कप भी जीता था. उनकी कप्तानी में टीम ने लगातार 15 टेस्ट मैच भी जीते थे. उन्होंने 168 टेस्ट में 10, 927 रन (औसत 51.06) बनाए थे, जबकि वनडे में 325 मैचों में 7569 रन बनाए, जिनमें उनका औसत 32.90 रहा.
भारतीय सितारों के बेटे
समित द्रविड़
टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और 'द वॉल' के नाम से मशहूर क्रिकेटर राहुल द्रविड़ के बेटे अप्रैल, 2016 में सबका ध्यान खींचा था. द्रविड़ के 10 वर्षीय बेटे समित ने अंडर-14 के क्लब क्रिकेट मैच में सेंचुरी ठोकी थी. समित ने 125 रनों की पारी खेली और टीम की जीत में अहम योगदान दिया था.
समित ने लोयोला ग्राउंड पर बैंगलोर यूनाइटेड क्रिकेट क्लब (बीयूसीसी) की ओर से खेलते हुए अपने पार्टनर प्रत्यूष के साथ 213 रन की साझेदारी की थी. यह मैच फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल और बीयूसीसी के बीच खेला गया था. 30 ओवर के इस मैच में पहले खेलते हुए बीयूसीसी ने 326 रन का लक्ष्य रखा, वहीं फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल की टीम सिर्फ 80 रन पर ही सिमट गई. समित-प्रत्यूष की शानदार बल्लेबाजी से बीयूसीसी ने यह मैच 246 रन से जीत लिया. समित ने 125 रनों की पारी में 12 चौके जड़े. उनका साथ दे रहे प्रत्यूष ने भी शतक लगाया और 143 रन बनाकर नाबाद रहे थे.
अर्जुन तेंदुलकर : दिखी थी युवराज सिंह की झलक
मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन तेंदुलकर को मई, 2016 में एक नई उपलब्धि हासिल हुई थी. उन्हें हुबली के अंतर क्षेत्रीय टूर्नामेंट के लिए वेस्ट जोन की अंडर-16 टीम में शामिल किया गया था.
अर्जुन तेंदुलकर को मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के अंडर-16 पय्याडे ट्रॉफी टूर्नामेंट में बेहतरीन हरफनमौला प्रदर्शन के आधार पर मुंबई अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी के लिए भी चुना गया था. अर्जुन की पय्याडे ट्रॉफी में 106 रनों की शतकीय पारी को क्रिकेटप्रेमियों ने हाथों-हाथ लिया था. शतक बनाते ही अर्जुन तेंदुलकर माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर ट्रेंड करने लगे थे, और उनके प्रशंसकों का कहना था कि इस पारी में अर्जुन बाएं-हत्था बल्लेबाज युवराज सिंह की तरह खेलते दिखे.
खेल चुके हैं 42 गेंदों में 118 रन की पारी
2014 में मुंबई में स्मैश मास्टर ब्लास्टर टूर्नामेंट में अर्जुन ने धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल टीम की तरफ से खेलते हुए एक मैच में सिर्फ 42 गेंदों पर 118 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी.
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