टीम इंडिया का एक ऐसा खिलाड़ी जो बल्लेबाज से ऑल-राउंडर बन गया

टीम इंडिया का एक ऐसा खिलाड़ी जो बल्लेबाज से ऑल-राउंडर बन गया

हार्दिक पांड्या (फोटो सौजन्य : एएफपी)

नई दिल्ली:

क्या आप जानते हैं क्रिकेट की टीम इंडिया में एक ऐसा खिलाड़ी है जिसने एक बल्लेबाज के रूप में क्रिकेट के मैदान पर अपना कदम रखा। फ्रंटफुट में खेलते हुए कई गेंदबाजों को बैकफुट पर ला दिया, लेकिन कुछ साल के बाद बल्लेबाज से ऑल-राउंडर बन गया और शानदार बॉलिंग करते हुए कई खिलाड़ियों को पैवेलियन भी भेज दिया।  

जी हां, यह खिलाड़ी है हार्दिक पंड्या। हार्दिक ने एक अच्छे बल्लेबाज के रूप में अपना करियर शुरू किया लेकिन कुछ साल के बाद जब बोलिंग में हाथ आजमाया तो सफल होते हुए कई खिलाड़ियों को आउट किया।

किरण मोरे ने की हार्दिक की मदद
बचपन में हार्दिक अपने बड़े भाई कुणाल पंड्या के साथ किरण मोरे की अकैडमी जाते थे। हार्दिक के टैलेंट को देखते हुए किरण मोरे ने उन्हें ट्रेंनिंग देने का निर्णय लिया। हार्दिक काफी मेहनती थे। बल्लेबाजी में ज्यादा ध्यान देते थे। धीरे-धीरे एक अच्छे बल्लेबाज के रूप में हार्दिक की तारीफ होने लगी, फिर उनकी बड़ौदा के अंडर 12 टीम में चयन हुआ, धीरे-धीरे आगे बढ़ते गए। बाद में अंडर-15, अंडर-19 और बड़ौदा टीम में अपनी जगह बनाने में कामयाब हुए।

बैट्समैन से कैसे बने ऑल-राउंडर
हार्दिक पंड्या ने एक बैट्समैन के रूप में टीम में जगह बनाई। बड़ौदा की टीम में एक बैट्समैन के रूप में उनका चयन हुआ। कभी-कभी लेग स्पिन बॉलिंग कर लिया करते थे, लेकिन हार्दिक के कोच सनथ कुमार ने हार्दिक को पेस बॉलिंग करने की सलाह दी। फिर हार्दिक ने उनकी बात मान ली और पेस बॉलिंग में कदम रखा और सफल भी हुए।

हार्दिक के पिता हिमांशु पंड्या कहते हैं कि हार्दिक ने पेस बोलिंग करीब 18 महीने पहले ही शुरू की है।

हार्दिक के नाम एक ओवर 39 रन बनाने का रिकॉर्ड भी है
सैयद मुस्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में हार्दिक ने एक ओवर में 39 रन ठोके थे जिसमे पांच छक्के और दो चौके शामिल थे। आपको लगता होगा कि एक ओवर में सात गेंद कैसे हो सकती है। जी हां, इस ओवर में एक नो बल भी फेंकी गई थी। हार्दिक की इस शानदार बल्लेबाजी की वजह से टीम इंडिया में मौका मिला।

हार्दिक का जर्सी का नंबर 228 क्यों है
यह 2009 की बात है। तब हार्दिक पंड्या बड़ौदा अंडर 16 क्रिकेट टीम का हिस्सा थे। मुम्बई के खिलाफ एक मैच में जब बड़ौदा काफी खराब स्थिति में था तब हार्दिक ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 228 रन की शानदार पारी खेली थी और बड़ौदा को जीत दिलाने में कामयाब हुए थे। यह हार्दिक के क्रिकेट करियर का सर्वाधिक स्कोर भी है। इसीलिए हार्दिक 228 नंबर की जर्सी पहनते हैं।

क्या हार्दिक एक अच्छे ऑल-राउंडर के रूप में सफल होंगे
कपिल देव के रिटायरमेंट के बाद शायद ही टीम इंडिया में ऐसा कोई ऑल-राउंडर हमने देखा होगा। कई खिलाड़ियों ने ऑल-राउंडरों के रूप में अपनी किस्मत अजमाने की कोशिश की, लेकिन कपिल देव की तरह कोई बन नहीं पाया। चाहे हम इरफ़ान पठान की बात करें या लक्ष्मी रतन शुक्ल की... 1999 में विजय भरद्वाज की एंट्री भी एक ऑलराउंडर के रूप में हुई थी। अपनी पहली सीरीज में शानदार प्रदर्शन की वजह से उन्हें "मैन ऑफ़ द सीरीज" का ख़िताब भी मिला था। लेकिन वह अपने फॉर्म को कायम नहीं रख पाये जिसकी वजह से टीम इंडिया में ज्यादा दिन तक टिक नहीं पाये।

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हार्दिक पंड्या एक ऑल-राउंडर के रूप में अपनी भूमिका साबित कर पाएंगे या नहीं यह कहना मुश्किल है, लेकिन यह कहा जा सकता है एक ऑलराउंडर के रूप में उनके पास काफी टैलेंट है। बैटिंग-बॉलिंग के साथ-साथ अच्छी फील्डिंग भी कर लेते हैं। उम्मीद है कि हार्दिक एक अच्छे ऑल-राउंडर के रूप में टीम इंडिया में अपनी जगह बनाए रखने में कामयाब होंगे।