एनडीटीवी के कार्यक्रम में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा
नई दिल्ली:
दिल्ली में ऑड ईवन फॉर्मेले का पुरजोर समर्थन करते हुए अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने कहा कि प्रदूषण से निपटने में अमेरिका बराबर का साझेदार होगा और हम यहां एक अच्छे पड़ोसी होंगे। वर्मा ने कहा कि यह योजना वायु प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन से निपटने की दिशा में कुछ करने के लोगों की इच्छा को जाहिर करता है। यह एक ऐसा मुद्दा है, जो भारत के विकास को प्रभावित कर सकता है।
वर्मा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, 'यह एक साझा बलिदान है। नीति निर्माताओं पर उंगली उठाना और शिकायत करना एक बात है, जबकि कोशिश करना और हल निकालना एकदम दूसरा और हम समाधान का हिस्सा बनना चाहते हैं।'
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका समाधान का हिस्सा बनना चाहता है। यह सचमुच में एक ऐसा मुद्दा है जो न सिर्फ दिल्ली में, बल्कि देश के दूसरे हिस्सों में भारत के विकास को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका प्रौद्योगिकी या सहायता के जरिये अपना योगदान देगा।
गौरतलब है कि एक जनवरी से 15 जनवरी के बीच लागू किए गए पहले चरण के सम विषम योजना का अमेरिकी दूतावास ने समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों में दिल्ली दुनिया की दूसरी सर्वाधिक आबादी वाला शहर हो जाएगा, इसलिए हमें समाधान के साथ आपस में मिलकर काम करना होगा।
वर्मा ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, 'यह एक साझा बलिदान है। नीति निर्माताओं पर उंगली उठाना और शिकायत करना एक बात है, जबकि कोशिश करना और हल निकालना एकदम दूसरा और हम समाधान का हिस्सा बनना चाहते हैं।'
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अमेरिका समाधान का हिस्सा बनना चाहता है। यह सचमुच में एक ऐसा मुद्दा है जो न सिर्फ दिल्ली में, बल्कि देश के दूसरे हिस्सों में भारत के विकास को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि अमेरिका प्रौद्योगिकी या सहायता के जरिये अपना योगदान देगा।
गौरतलब है कि एक जनवरी से 15 जनवरी के बीच लागू किए गए पहले चरण के सम विषम योजना का अमेरिकी दूतावास ने समर्थन किया था। उन्होंने कहा कि कुछ वर्षों में दिल्ली दुनिया की दूसरी सर्वाधिक आबादी वाला शहर हो जाएगा, इसलिए हमें समाधान के साथ आपस में मिलकर काम करना होगा।
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