तपस पाल (फाइल फोटो)
भुवनेश्वर:
तृणमूल कांग्रेस सांसद तापस पाल ने भ्रष्टाचार के मामले में रविवार को केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो का नाम घसीटा. सीबीआई ने पाल को रोज वैली चिटफंड घोटाले में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया है.
पाल ने संवाददाताओं से कहा, "मैं निर्दोष हूं. मैं किसी भी तरह से घोटाले में शामिल नहीं हूं और सच्चाई शीघ्र सामने आएगी. मैंने सीबीआई के समक्ष बाबुल सुप्रियो और कुछ अन्य लोगों के नाम लिए हैं. सच्चाई सामने आएगी." सीबीआई पाल को पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर ले जा रही थी.
तृणमूल सांसद को 30 दिसंबर को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें यहां लाया गया. उन्हें एक विशेष अदालत ने कल तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा था. सुप्रियो का बयान हासिल नहीं किया जा सका, वहीं भाजपा सचिव सुरेश पुजारी ने पाल के आरोपों को निर्थक बताया. पुजारी पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी भी हैं. पुजारी ने यह भी कहा, "यह दावा करके सुप्रियो ने घोटाले में उन्हें बहकाया था, पाल ने साफ तौर पर मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली."
पाल ने कहा कि उन्होंने घोटाले में बड़ी संख्या में शामिल लोगों के नाम बताए हैं और जांच एजेंसी को सारी प्रासंगिक सूचना प्रदान की है. इसमें ओड़िशा में रोज वैली लिंक से संबंधित लोग भी शामिल हैं. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने कोई गलती नहीं की. सिने स्टार से नेता बने पाल ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस उनके साथ है.
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाल उस दागी चिटफंड समूह के निदेशकों में से एक थे, जिसने ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और कुछ अन्य राज्यों में निवेशकों को कथित तौर पर ठगा था. उनपर कंपनी को प्रमोट करने और फर्म में धन जमा करने को लेकर लोगों को गुमराह करने का भी आरोप है. उनपर कंपनी में अपने परिवार के सदस्यों को वरिष्ठ पद देने का भी आरोप है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पाल ने संवाददाताओं से कहा, "मैं निर्दोष हूं. मैं किसी भी तरह से घोटाले में शामिल नहीं हूं और सच्चाई शीघ्र सामने आएगी. मैंने सीबीआई के समक्ष बाबुल सुप्रियो और कुछ अन्य लोगों के नाम लिए हैं. सच्चाई सामने आएगी." सीबीआई पाल को पूछताछ के लिए तीन दिन की रिमांड पर ले जा रही थी.
तृणमूल सांसद को 30 दिसंबर को कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था और बाद में उन्हें यहां लाया गया. उन्हें एक विशेष अदालत ने कल तीन दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा था. सुप्रियो का बयान हासिल नहीं किया जा सका, वहीं भाजपा सचिव सुरेश पुजारी ने पाल के आरोपों को निर्थक बताया. पुजारी पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी भी हैं. पुजारी ने यह भी कहा, "यह दावा करके सुप्रियो ने घोटाले में उन्हें बहकाया था, पाल ने साफ तौर पर मामले में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली."
पाल ने कहा कि उन्होंने घोटाले में बड़ी संख्या में शामिल लोगों के नाम बताए हैं और जांच एजेंसी को सारी प्रासंगिक सूचना प्रदान की है. इसमें ओड़िशा में रोज वैली लिंक से संबंधित लोग भी शामिल हैं. उन्होंने दावा किया कि उन्होंने कोई गलती नहीं की. सिने स्टार से नेता बने पाल ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस उनके साथ है.
सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पाल उस दागी चिटफंड समूह के निदेशकों में से एक थे, जिसने ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और कुछ अन्य राज्यों में निवेशकों को कथित तौर पर ठगा था. उनपर कंपनी को प्रमोट करने और फर्म में धन जमा करने को लेकर लोगों को गुमराह करने का भी आरोप है. उनपर कंपनी में अपने परिवार के सदस्यों को वरिष्ठ पद देने का भी आरोप है.
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