वाराणसी में ऋषिका साहू।
वाराणसी:
बेटी बचाओ अभियान के प्रति जनजागरूकता के लिए भारत भ्रमण पर अपनी स्कूटी से निकली महिला ( Scooty Women) ऋषिका साहू मंगलवार को प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के सीएचएस गर्ल्स इंटर कालेज पहुंची। यहां उन्होंने बेटी बचाओ अभियान के तहत छात्राओं को जागरूक करने के साथ ही बेटी की महत्ता से उनका परिचय कराया।
14 सितंबर को भुवनेश्वर से शुरू की थी यात्रा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के नारे के साथ देश की बेटियों के बचाव के लिए संकल्पित हैं, मंगलवार को देश की यह बेटी प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंची और यहां से पूरे देश में बेटी बचाओ के साथ कन्या भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा पर रोक लगाने का नारा बुलंद किया। ऋषिका बीते 14 सितम्बर को उड़ीसा के भुवनेश्वर से अपनी स्कूटी लेकर भारत भ्रमण पर निकली। वह 26 राज्यों की पंद्रह हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी करके वाराणसी पहुंची है। वह 13 दिसंबर को दिल्ली पहुंचेंगी, जहां इस यात्रा का समापन होगा।
भ्रूण हत्या और दहेज के खिलाफ जागरूकता के लिए यात्रा
ऋषिका साहू कहती हैं 'मेरा एक ही उद्देश्य है कि भारत में जागरण लाएं भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए। इसके लिए हम देश के हर कोने में जा रहे हैं।' ऋषिका की बातों का और उनकी अपील का लोगों पर, खासकर लड़कियों पर बहुत असर हो रहा है। बनारस में सीएचएस स्कूल की छात्रा सुप्रिया कहती हैं 'मैं इनकी बातों से प्रभावित हुई हूं और देश के प्रत्येक नागरिक को यह कहना चाहूंगी कि वे अपनी बेटियों को बोझ न समझें।' अकेली निकली ऋषिका के साथ कारवां जुड़ता जा रहा है और उनकी यह मुहिम धीरे-धीरे परवान चढ़ रही है।
छात्राओं के साथ ऋषिका साहू।
14 सितंबर को भुवनेश्वर से शुरू की थी यात्रा
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी देश में 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के नारे के साथ देश की बेटियों के बचाव के लिए संकल्पित हैं, मंगलवार को देश की यह बेटी प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंची और यहां से पूरे देश में बेटी बचाओ के साथ कन्या भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा पर रोक लगाने का नारा बुलंद किया। ऋषिका बीते 14 सितम्बर को उड़ीसा के भुवनेश्वर से अपनी स्कूटी लेकर भारत भ्रमण पर निकली। वह 26 राज्यों की पंद्रह हजार किलोमीटर की यात्रा पूरी करके वाराणसी पहुंची है। वह 13 दिसंबर को दिल्ली पहुंचेंगी, जहां इस यात्रा का समापन होगा।
भ्रूण हत्या और दहेज के खिलाफ जागरूकता के लिए यात्रा
ऋषिका साहू कहती हैं 'मेरा एक ही उद्देश्य है कि भारत में जागरण लाएं भ्रूण हत्या और दहेज प्रथा के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए। इसके लिए हम देश के हर कोने में जा रहे हैं।' ऋषिका की बातों का और उनकी अपील का लोगों पर, खासकर लड़कियों पर बहुत असर हो रहा है। बनारस में सीएचएस स्कूल की छात्रा सुप्रिया कहती हैं 'मैं इनकी बातों से प्रभावित हुई हूं और देश के प्रत्येक नागरिक को यह कहना चाहूंगी कि वे अपनी बेटियों को बोझ न समझें।' अकेली निकली ऋषिका के साथ कारवां जुड़ता जा रहा है और उनकी यह मुहिम धीरे-धीरे परवान चढ़ रही है।
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