मुंबई:
महाराष्ट्र के कराड़ में एक बन्दर ने राजनीतिक कार्यक्रम में शिरकत कर सबको चौंका दिया। देश के पूर्व उप-प्रधानमंत्री यशवंतराव चव्हाण की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में यह वाकिया हुआ। बन्दर मामा पुलिस की तैनाती को दरकिनार कर सभा स्थल पर जा पहुंचे।
वहां माहौल निहारने के बाद उन्होंने सीधे मंच के सामने की खुली जगह में कुछ भ्रमण किया। तब मंच पर NCP और BJP के नेता एक साथ थे। उन्हें खूब निहारने के बाद बंदरराज ने वहां से थोड़ा दूर जाना पसंद किया। उन्हें शायद यह राजनीतिक गठजोड़ पसंद न आया हो। वैसे मंच के करीब आए बंदर की खबर जबतक मंच पर पहुंची तो नेताओं ने एक दूसरे को कोहनी मारी। पता नहीं वे एक दूसरे को क्या बताना चाह रहे थे।
मामला यहीं ख़त्म नहीं हुआ। बंदरमामा ने मंच के करीब का इलाका छोड़ कुछ देर सभास्थल के आसपास ही डेरा जमाया। पर इस प्राणी को इंसान के हावभाव में कोई रूचि महसूस न हुई। आखिर उसने अचानक अपना रास्ता नाप लिया।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस मामले पर नजर बनाए रखे हुए थी। उसे भी पता था कि अगर बन्दरमामा पर लपटेंगे तो भगदड़ मच सकती है। इसलिए उसने भी बंदरमामा को मौक़ा ए वारदात से जाने दिया।
वहां माहौल निहारने के बाद उन्होंने सीधे मंच के सामने की खुली जगह में कुछ भ्रमण किया। तब मंच पर NCP और BJP के नेता एक साथ थे। उन्हें खूब निहारने के बाद बंदरराज ने वहां से थोड़ा दूर जाना पसंद किया। उन्हें शायद यह राजनीतिक गठजोड़ पसंद न आया हो। वैसे मंच के करीब आए बंदर की खबर जबतक मंच पर पहुंची तो नेताओं ने एक दूसरे को कोहनी मारी। पता नहीं वे एक दूसरे को क्या बताना चाह रहे थे।
मामला यहीं ख़त्म नहीं हुआ। बंदरमामा ने मंच के करीब का इलाका छोड़ कुछ देर सभास्थल के आसपास ही डेरा जमाया। पर इस प्राणी को इंसान के हावभाव में कोई रूचि महसूस न हुई। आखिर उसने अचानक अपना रास्ता नाप लिया।
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान पुलिस मामले पर नजर बनाए रखे हुए थी। उसे भी पता था कि अगर बन्दरमामा पर लपटेंगे तो भगदड़ मच सकती है। इसलिए उसने भी बंदरमामा को मौक़ा ए वारदात से जाने दिया।
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