कांग्रेस ने 29 जुलाई को गुजरात के अपने 44 विधायकों को बेंगलुरु के रिसॉर्ट भेज दिया था (फाइल फोटो)
बेंगलुरु:
गुजरात के कांग्रेसी विधायक बेंगलुरु शहर के बाहरी इलाके में स्थित रिसॉर्ट से करीब सप्ताह भर बाद शनिवार को बाहर निकले और कर्नाटक के राज्यपाल से मुलाकात की. ये विधायक बेंगलुरु स्थित सचिवालय भी गए. कांग्रेस ने 29 जुलाई को अपने 44 विधायकों को यहां भेज दिया था. कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि उसने यह कदम गुजरात में 8 अगस्त को होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले भाजपा द्वारा विधायकों को 'तोड़ने' के प्रयासों से बचाने के लिए उठाया था. इस राज्यसभा चुनाव में कांग्रेस ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल को मैदान में उतारा है. विधायकों को रिसॉर्ट से राज्य परिवहन की बस में राजभवन ले जाया गया, जहां उन्होंने राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की.
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कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, क्योंकि वजुभाई भी गुजरात से आते हैं और वह वहां विधानसभाध्यक्ष और वित्त मंत्री के तौर पर कार्य कर चुके हैं. विधायकों से उनके अच्छे संबंध हैं. कांग्रेस प्रवक्ता एवं गुजरात के विधायक शक्ति सिंह गोहिल ने ट्वीट कर कहा, 'कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला ने हम सबसे, (गुजरात के 44 विधायकों) व्यक्तिगत रूप से मुलाकात की. यह संवाद और लोकतंत्र की भावना है.'
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राजभवन से विधायकों को विधान सौध, राज्य सचिवालय ले जाया गया. यहां उन्होंने कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार से मुलाकात की. शिवकुमार के खिलाफ आयकर विभाग ने राज्य में कई स्थानों और बेंगलुरु स्थित उनके मकान पर छापेमारी की है. शिवकुमार विधायकों के ठहरने का इंतजाम देख रहे हैं. वह लगातार तीन दिन तक आयकर विभाग के अधिकारियों की ओर से पूछताछ किए जाने के बाद शनिवार को अपने घर से बाहर आए.
VIDEO : रिसॉर्ट पर इनकम टैक्स की रेड से कांग्रेस नाराज
शिवकुमार के साथ विधायक विधान सौध के बगल में स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा तक गए और भाजपा द्वारा 'प्रतिमा को तोड़ने' के कथित प्रयासों के खिलाफ एक प्रतीकात्मक प्रदर्शन किया तथा 'रघुपति राघव राजा राम' गाया. इसके बाद शिवकुमार विधायकों को विधान सौध में ले गए. शिवकुमार ने संवाददाताओं से कहा, 'सभी विधायक खुश हैं और साथ हैं.'
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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राजभवन से विधायकों को विधान सौध, राज्य सचिवालय ले जाया गया. यहां उन्होंने कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार से मुलाकात की. शिवकुमार के खिलाफ आयकर विभाग ने राज्य में कई स्थानों और बेंगलुरु स्थित उनके मकान पर छापेमारी की है. शिवकुमार विधायकों के ठहरने का इंतजाम देख रहे हैं. वह लगातार तीन दिन तक आयकर विभाग के अधिकारियों की ओर से पूछताछ किए जाने के बाद शनिवार को अपने घर से बाहर आए.
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