बीजेपी की दिल्ली इकाई ने कहा है कि दिल्ली में छह हजार करोड़ का इलेक्ट्रिक बस का घोटाला सामने आ रहा है. केजरीवाल भ्रष्टाचार के दलदल में फंस गई हैं.
दिल्ली बीजेपी के नेता विजेंदर गुप्ता ने कहा कि सरकार के पास बसों के लिए डिपो नहीं है. बिजली कंपनियों ने सरकार से कहा कि चार्जिंग करने के लिए बिजली की लाइन बिछाने के लिए 18 से 24 महीने चाहिए, जबकि सरकार कह रही है छह महीने में दिल्ली में इलेक्ट्रिक बस चलनी शुरू हो जाएंगी. सरकार 6000 करोड़ रुपये 10 साल में खर्च करेगी. 109 रुपये प्रति किलो मीटर खर्च होगा, रिकवरी 30 रुपये होगी.
उन्होंने कहा कि एक बस पर हर महीने पांच लाख रुपये नुकसान का होगा और साल में 60 लाख रुपये. इसी तरह दस साल में 6 हजार करोड़ का कुल खर्च होगा.
गुप्ता ने कहा कि दो कंपनियों से बातचीत करके सरकार काम कर रही है. सरकार बस खरीदने की बजाय कॉन्ट्रैक्ट कर रही है. 750 करोड़ रुपये की सब्सिडी किसी दूसरे को देने के बजाय 1500 करोड़ में अपनी बस खरीद सकते थे. इसमें DTC का कोई लेना-देना नहीं है.
VIDEO : प्रदूषण कम करने के लिए इलेक्ट्रिक बसों के ट्रायल पर ट्रायल
उन्होंने केजरीवाल को चैलेंज दिया कि वे मीडिया के सामने हमसे इलेक्ट्रिक बस पर बात करें.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं