दिल्ली के सुल्तानपुरी की घटना को लेकर 'आप' का आरोप, पूरी बीजेपी हत्यारों के पक्ष में खड़ी

आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने कहा- बीजेपी के लोग अगर कहीं भी किसी भी घटना में शामिल होते हैं तो पूरा तंत्र उसे बचाने में लग जाता है

दिल्ली के सुल्तानपुरी की घटना को लेकर 'आप' का आरोप, पूरी बीजेपी हत्यारों के पक्ष में खड़ी

आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह (फाइल फोटो).

नई दिल्ली :

दिल्ली के सुल्तानपुरी क्षेत्र में एक युवती की कई किलोमीटर तक कार से घसीटकर जान लेने के मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) ने बीजेपी पर प्रहार किया है. आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने आज एक बयान में कहा कि, एक दुखद घटना देश की राजधानी दिल्ली में घटित हुई और जिस तरह पूरी की पूरी बीजेपी उन हत्यारों के पक्ष में खड़ी है वह साफ बताता है कि बीजेपी के लोग अगर कहीं भी किसी भी घटना में शामिल होते हैं तो पूरा तंत्र उसे बचाने में लग जाता है. 

संजय सिंह ने कहा कि, हर बात पर मोर्चा खोलने वाले बीजेपी वाले इस मामले में आज तक कुछ नहीं बोले. बीजेपी वाले कहीं किसी चूहे के बिल में छिप गए हैं. आज तक किसी ने अपना मुंह नहीं खोला है. जो आरोपी है, मनोज मित्तल, उसको भी अभी तक बीजेपी ने पार्टी से नहीं निकाला. बीजेपी सभी बलात्कारियों और हत्यारों को बचाने का कम कर रही है. 

उन्होंने कहा कि, कल गृह मंत्री अमित शाह को मेल भेजकर, चिट्ठी भेजकर और फोन करके हमने मिलने का समय मांगा, लेकिन अब तक हमें समय नहीं दिया गया. अगर अमित शाह से गृह मंत्रालय नहीं संभाला जा रहा है तो उनको पुलिस अरविंद केजरीवाल सरकार के हाथों में दे देना चाहिए. फिर हम कानून व्यवस्था को ठीक करके बताएंगे.

इससे पहले सुल्तानपुरी की घटना पर 'आप' के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि मामले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों में से एक मनोज मित्तल बीजेपी का सदस्य हैं. उन्होंने कहा था कि उप राज्यपाल विनय कुमार सक्सेना दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने की कोशिश कर रहे हैं.

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मंगोलपुरी पुलिस स्टेशन की तस्वीरें साझा करते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा था कि यह विडंबना है कि पुलिस स्टेशन के ठीक बगल में एक होर्डिंग है, जिसमें मित्तल की तस्वीर है और उसकी पहचान भाजपा सदस्य के रूप में है. भारद्वाज ने मीडिया को बताया था कि जिस चश्मदीद ने महिला को सड़कों पर घसीट कर ले जाने की सूचना पुलिस को दी थी, उसने 22 बार फोन किया, लेकिन पुलिस आरोपी को रंगे हाथों पकड़ने में नाकाम रही.